जयपुर । 59 वर्षीय महिला के शरीर में कैंसर के फैल जाने के बाद रोग की पहचान होने के बावजूद रोगी को एक ही सर्जरी से कैंसर मुक्त करना संभव हो पाया है। यह अनोखी सर्जरी हुई कि गई है भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉ प्रवीण गुप्ता, डॉ प्रशांत शर्मा और डॉ पुष्पलता गुप्ता की टीम की ओर से। करीब चार घंटे चले इस ऑपरेशन में डॉक्टर्स की टीम की ओर से रोगी के हाथ, किडनी और काख मे मौजूद कैंसर की गांठे निकालकर उसे कैंसर मुक्त किया गया है।
डॉ प्रवीण ने बताया कि करीब डेढ माह पहले रोगी को हाथ में दर्द महसुस हुआ जिसे रोगी ने नजर अंदाज कर दिया। कुछ समय बाद रोगी के बाजू की हड्डी में अचानक फैक्चर हुआ और प्रारंभिक जांचो से पता लगा की हाथ की हड्डी में कैंसर है। बायोप्सी और पेट सिटी के जरिए पता चला कि रोगी का कैंसर बॉडी में कई जगह फैल चुका है जिसे चौथी / एडवांस स्टेज का कैंसर कहते है। कैंसर की गांठे हाथ, किडनी और काख में मौजूद थी। ऐसे में दो ही विकल्प डॉक्टर के पास थे या तो रोगी को पेलिएटिव केयर देकर उसके दर्द को कम करने का प्रयास किया जाए या फिर सर्जरी के जरिए कैंसर की गांठो को निकाला जाए। डॉक्टर्स की टीम ने मिलकर सर्जरी करना तय किया।
डॉ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि हाथ की हड्डी एवं मांसपेशियों से कैंसर की गांठ को निकालकर उसकी जगह कस्टमाइज इम्प्लांट को लगाया गया। यह इम्प्लांट मरीज की कैंसर ग्रस्त हडडी में सीटी स्केन टैम्पलेट से ऑपरेशन से पहले बनाया जाता है। ताकि कैंसर ग्रस्त हड्डी को निकालने के बाद इम्प्लांट किया जा सके। इससे ऑपरेशन के दौरान रक्त स्त्राव कम होता है और आपरेशन ज्यादा लंबा भी नहीं होता।
रोगी के शरीर में मौजूद कैंसर की गांठो को एक ही सर्जरी के जरिए निकाला जा सके इसके लिए बोन एवं किडनी एक्सपर्ट की टीम बनाकर ऑपरेशन किया गया। ओटी टेबल पर ही पार्टशन लगाकर अलग-अलग टीम ने प्लानिंग के साथ ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन में डॉ प्रषांत शर्मा ने किडनी और डॉ प्रवीण गुप्ता ने हाथ और काख से कैंसर की गांठे निकाली। ऑपरेशन के बाद रोगी पूरी तरह स्वस्थ है और हाथ के मुवमेंट के साथ ही आराम से चल पा रहा है। डॉ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सही प्लानिंग और टीम वर्क के साथ ही इस तरह के जटिल ऑपरेशन आसानी से करना संभव है।
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Web Title-Cancer in three organs, team of three doctors and patients free of cancer in one surgery