ब्यूरोः कर्नाटक सरकार ने ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा’ का हवाला देते हुए हुक्का की बिक्री और खपत पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लगा दिया। इसकी घोषणा कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने की है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और युवाओं की सुरक्षा के लिए हुक्का पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लगाया है। उन्होंने लिखा कि हुक्का धूम्रपान से जुड़े गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों को देखते हुए, हमने पूरे राज्य में हुक्का धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाकर निर्णायक कार्रवाई की है।
Statewide Ban on Hookah to Protect Public Health and Youth
Given the serious health risks associated with hookah smoking, we have taken decisive action by banning hookah smoking across the state.
In light of this concern, we are implementing a ban on hookah smoking in Karnataka… pic.twitter.com/6zxVRbPJKU— Dinesh Gundu Rao/ದಿನೇಶ್ ಗುಂಡೂರಾವ್ (@dineshgrao) February 8, 2024
मंत्री ने आगे लिखा कि इस चिंता के आलोक में, हम सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (सीओटीपीए) में संशोधन करके कर्नाटक में हुक्का धूम्रपान पर प्रतिबंध लागू कर रहे हैं। हमारी सरकार हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए काम कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में 22.8 प्रतिशत वयस्क तंबाकू का सेवन करते हैं, जिनमें 8.8 प्रतिशत धूम्रपान करने वाले हैं। इसके अतिरिक्त, सर्वेक्षण से पता चलता है कि 23.9 प्रतिशत वयस्क सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान के संपर्क में आते हैं, जो राज्य में तंबाकू के सेवन से जुड़े व्यापक जोखिमों को रेखांकित करता है। हुक्का पीने से खांसी, घरघराहट, ब्रोंकाइटिस और यहां तक कि फेफड़ों के कैंसर जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक में हुक्का पर प्रतिबंध लगाया है।