जयपुर में 7 फरवरी से 9 तक आयोजित किए जाने वाले डर्मेटोलॉजिस्ट का 53 वां राष्ट्रीय सम्मेलन, डर्माकोन देश और विदेशों में एकजुट होगा। भारतीय एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट, वेनरोलॉजिस्ट और लीप्रोलॉजिस्ट (IADVL) द्वारा आयोजित कनेक्शन
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जयपुर प्रदर्शनी कन्वेंशन सेंटर, सीतापुरा में आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में 5500 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन से एक दिन पहले, 6 फरवरी को 12 पूर्व-सम्मेलन कार्यशालाएं होंगी, जिसमें त्वचा रोगों से संबंधित नई तकनीकों पर चर्चा की जाएगी। तीन दिवसीय वैज्ञानिक कार्यक्रम में 80 सत्र होंगे, जिसमें नए अनुसंधान और त्वचा रोगों के उपचार पर विस्तृत चर्चा होगी।
घटना के अध्यक्ष, डॉ। अमेरिकी अग्रवाल ने कहा कि यह सम्मेलन त्वचाविज्ञान के क्षेत्र में नई खोजों और विचारों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच होगा। आयोजन सचिव डॉ। दीपक के। मथुर के अनुसार, डर्माकॉन 2025 नवाचार, सहयोग और ज्ञान पर केंद्रित है। कोषाध्यक्ष डॉ। विजय पालीवाल ने इसे ज्ञान और संस्कृति का एक अनूठा संगम कहा।
सम्मेलन में वैज्ञानिक चर्चाओं के अलावा, सामाजिक और नेटवर्किंग कार्यक्रम भी होंगे, जिसमें प्रतिभागियों को नए संपर्क बनाने और विचारों का आदान -प्रदान करने का अवसर मिलेगा। यह घटना त्वचा रोगों, यौन संचारित रोगों और कुष्ठ रोगों के विशेषज्ञों के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगी।