पंजाब न्यूजलाइन, चंडीगढ़, 28 मार्च-
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री आर्टी सिंह राव ने बताया कि 30 साल और उससे अधिक आबादी की जनसंख्या आधारित स्क्रीनिंग (पीबीएस) को एनसीडी के शुरुआती निदान और प्रबंधन के लिए किया जा रहा है, जिसमें सामान्य कैंसर शामिल हैं जो मौखिक, स्तन और ग्रीवा के कैंसर हैं। 1,10,56,289 के लक्ष्य के खिलाफ आज तक लगभग 80 लाख व्यक्तियों की जांच की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री आज हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान हरियाणा राज्य में कैंसर रोगियों के बारे में एक ध्यान देने की गति का जवाब दे रहे थे।
राव ने कहा कि पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा हरियाणा में किए गए जोखिम कारक मूल्यांकन सर्वेक्षण के अनुसार, शारीरिक निष्क्रियता, अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू की खपत, शराब की खपत, शराब की खपत, वायु प्रदूषण, कीटनाशकों और रसायन, संक्रमण आदि कैंसर सहित गैर-संचारी रोगों के लिए सबसे आम जोखिम कारक हैं। पुरुषों में रिपोर्ट किए गए अधिकांश सामान्य कैंसर मौखिक गुहा, फेफड़े और एसोफैगस के होते हैं और महिलाओं में स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, अंडाशय और मौखिक गुहा होते हैं।