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हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव दोरखी में स्थित एक क्रेशर प्लांट पर एक युवक को बंधक बनाने तथा उसे छोड़ने के एवज में 20 लाख रुपए लेने का आरोप पीड़ित की पत्नी ने कुछ लोगों पर लगाया है। महिला ने इस मामले की शिकायत पुलिस थाना राजियासर जिला श्रीगंगानगर में दी, जहां से जीरो FIR फिरोजपुर झिरका थाना पहुंची। इस मामले में फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस ने करीब 1 महीने बाद 6 लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 8 साल से क्रेशर प्लांट पर मुनीम का कार्य करता था युवक सुमन निवासी रघुनाथपुरा जिला श्रीगंगानगर ने बताया कि उनके पति रामचंद्र करीब 8 साल से फिरोजपुर झिरका के दोरखी गांव में तेजपाल गुप्ता, लबली उर्फ दर्पण, गौरव, कपिल मित्रा और कुलदीप शर्मा और पुष्पेन्द्र जैन के क्रेशर प्लांट पर बतौर मुनीम काम करते थे। जिसके बाद उक्त लोग उनके पति को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। आरोप है कि सभी लोगों ने उनके पति पर झूठा गबन का आरोप लगाकर उन्हें ब्लैकमेल किया। आरोपियों से तंग आकर रामचंद्र घर आ गया और किसी अन्य रोजगार की तलाश करने लगा। धोखे से बुलाकर बनाया बंधक महिला सुमन ने बताया कि सभी लोगों ने उनके पति रामचंद्र को 22 मई 2025 को विश्वास में लेकर धोखे से अपने क्रेशर प्लांट पर बुला लिया। आरोपियों ने कहा था कि अब वह उसे परेशान नहीं करेंगे काम करने के लिए आ जाओ। जब रामचंद्र क्रेशर प्लांट पर पहुंचा तो उक्त सभी आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया और पैसों की मांग करने लगे। महिला का आरोप है कि पुष्पेंद्र जैन की उनके पास व्हाट्सएप कॉल आई,जिसमें उनके पति को छोड़ने के बदले एक करोड रुपए की मांग की गई। जब हमने इतने पैसे देने से मना किया था तो आरोपियों ने 50 लाख रुपए में रामचंद्र को छोड़ने की बात कही। लेकिन हमारे पास इतने पैसे नहीं थे। 3 दिन बाद फिर से फोन आया जिसमें आरोपियों द्वारा 28 लाख रुपए की मांग की गई। जमीन बेचकर 20 लाख रुपए में पति को छुड़ाया महिला सुमन ने बताया कि उनके पति से कई दिनों तक बात नहीं हो पाई,जिससे परिवार के लोग काफी घबरा गए। जिसके बाद उन्होंने 27 जुलाई को पुलिस थाना राजियासर जिला गंगानगर में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आरोपी 20 लाख रुपये की मांग करने लगे और रमजान को प्रताड़ित करने लगे। आनन–फानन में उनके परिवार के लोगों ने रघुनाथपुरा में स्थित अपनी जमीन को बेच दिया। 1 जुलाई को फिरोजपुर झिरका थाना आकर आरोपियों को 20 लाख रुपए दे दिए। जिसके बाद उन्होंने रामचंद्र को छोड़ दिया। इस मामले में फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस के पास 31 जुलाई को ही जीरो FIR आ गई थी। लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ। अब करीब 1 महीने बाद सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया कर लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।


