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गुरुग्राम के जोनियावास और आसपास के गांवों में पिछले कुछ दिनों से रहस्यमयी ड्रोन की गतिविधियों ने ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। मंगलवार रात को एक बार फिर भारी-भरकम ड्रोन आसमान में देखे गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को सूचना दी। हालांकि, पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाने का फैसला किया।
ग्रामीणों ने बाइकों पर ड्रोन का पीछा किया तो दो किमी दूर बिना नंबर प्लेट के खड़ी काले रंग की स्कार्पियो में कुछ संदिग्ध लोग इन ड्रोन को उड़ाते मिले। जो ग्रामीणों को देखकर अपने ड्रोन लेकर भाग गए। मौके पर पुलिस भी बुलाई गई, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आए। निगरानी, चोरी या दूसरे अपराध के लिए इस्तेमाल का शक
इस घटना ने ग्रामीणों के संदेह को और पुख्ता कर दिया कि ये ड्रोन किसी आपराधिक गतिविधि जैसे निगरानी, चोरी या अन्य अपराध के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि ये ड्रोन किसी घर या व्यक्ति पर गिर गए तो बड़ा हादसा हो सकता है। इस डर से गांव के लोग रात-रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। ग्रामीणों ने अब अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और युवाओं की टीमें बनाकर रात में गश्त करने का फैसला किया है। लोगों की सुरक्षा खतरे में
जोनियावास के निवासी एडवोकेट सुमेर यादव ने बताया कि ये ड्रोन निचली ऊंचाई पर उड़ते हैं और इनके साथ लाल व हरी रोशनी देखी गई है। इन ड्रोन का आकार और वजन इतना अधिक है कि ये किसी व्यक्ति को आसानी से उठा सकते हैं, जिसके कारण ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि हमारी सुरक्षा खतरे में है। ये ड्रोन कौन उड़ा रहा है और इनका मकसद क्या है, यह जानना जरूरी है।
पुलिस की निष्क्रियता से ग्रामीणों में रोष
एक महिला ने बताया कि हमने कई बार पुलिस को सूचित किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब हमें खुद ही अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करनी होगी। प्रशासन इस मामले की गंभीरता को समझे और ड्रोन उड़ाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
ग्रामीणों का कहना है कि ड्रोन का अनधिकृत उपयोग एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए कड़े नियमों की आवश्यकता है। जोनियावास और आसपास के गांवों में यह स्थिति तब तक तनावपूर्ण बनी रहेगी, जब तक ड्रोन की गतिविधियों का सटीक कारण और उनके ऑपरेटरों की पहचान नहीं हो जाती।
ये है मामला
दरअसल पिछले एक सप्ताह से फर्रुखनगर के गांव जोनियावास और आसपास के आधा दर्जन गांवों में भारी भरकम ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। पहले तो ग्रामीणों ने इसे सामान्य तरीके से लिया। लेकिन रविवार रात से लोगों में डर बनने लगा। ये ड्रोन इतने भारी हैं कि अगर किसी के घर पर गिर जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है।
ग्रामीण को डर सता है कि इनसे कोई आपराधिक वारदातें की जा रही है, जिसमें चोरी या निगरानी हो सकती है।
पुलिस मौके पर पहुंची
इस संबंध में फर्रुखनगर थाना प्रभारी संतोष का कहना है कि मंगलवार रात काे भी पीसीआर भेजी गई थी। ड्रोन उड़ाने वालों की तलाश की जा रही है। अभी तक कोई आपराधिक घटना इन ड्रोन से नहीं की गई है। हम जल्द उन्हें पकड़ लेंगे।


