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INLD विधायक अर्जुन चौटाला का इंटरव्यू:बोले- मैं दुष्यंत-दिग्विजय को भाई नहीं मानता, वो माने या नहीं, सैनी नए हैं, अच्छा काम करके दिखाएं तो हम अच्छा कहेंगे




भिवानी पहुंचे सिरसा के रानिया से इनेलो के विधायक ने दैनिक भास्कर एप से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस, भाजपा व जेजेपी पर जमकर निशाना साधा। अर्जुन चौटाला ने कहा कि “मैं दुष्यंत-दिग्विजय को भाई नहीं मानता, वो माने या नहीं, उसका मेरे को फर्क नहीं पड़ता।” अब लोग जेजेपी को भूल रहे हैं। साथ ही अर्जुन चौटला ने भाजपा पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि भाजपा के पुराने सीएम (खट्टर) को लेकर लोगों में नाराजगी थी। इसलिए तो उन्हें बदल दिया और उन्हें हरियाणा छोड़ना पड़ा। वहीं नायब सिंह सैनी नए सीएम हैं। अच्छा काम करके दिखाएं तो हम अच्छा कहेंगे। सिरसा के रानिया से विधायक अर्जुन चौटाला से बातचीत
प्रश्न : पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं, विधानसभा में भी मुद्दे उठा रहे हैं, किस तरह की समस्याएं आपके सामने आ रही है, जो लोगों द्वारा रखी जा रही हैं?
अर्जुन चौटाला : इसका जवाब सवाल से देना चाहूंगा। क्या आपको लगता है कि प्रदेश में सब सही चल रहा है। नहीं लगता ना। हमें भी यही सब बातें पूरे प्रदेश से सुनने को मिलती हैं। समाज में कोई भी इंसान, चाहे लॉ एंड ऑर्डर की बात हो, चाहे एजुकेशन की बात हो, चाहे रोजगार की बात हो, चाहे किसान या मजदूर की बात हो, एक भी वर्ग ऐसा नहीं है। जो आज इस सरकार से संतुष्ट तो दूर की बात। इस सरकार की स्कल देखकर भी राजी नहीं। लोग बदलाव चाहते हैं, प्रदेश के अंदर। उस बदलाव के लिए लोग हमसे संपर्क करने का काम करते हैं। कहते हैं कि आप संगठन को मजबूती दो।
प्रश्न : ताऊ देवीलाल की जयंती पर कार्यक्रम होना है। उसमें कोई बड़ी ज्वाइनिंग भी हो सकती है क्या?
अर्जुन चौटाला : यह तो नहीं बताऊंगा। लेकिन मैं एक चीज आपको जरूर कहूंगा कि पूरे भारत व हरियाणा के अंदर एकमात्र ऐसी रैली होती है। जिसमें हरियाणा के हर गांव से कोई ना कोई जरूर आता है। ऐसी रैली और कहीं देखने को नहीं मिलेगी।
प्रश्न : पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के कार्यकाल और आज के भाजपा के कार्यकाल में कितना अंतर देखते हैं?
अर्जुन चौटाला : यह तो मेरे से ना ही पूछें, लोगों से पूछें।
प्रश्न : भाजपा के 11 साल के शासनकाल को, किसानों व युवाओं को लेकर कितना खरा मानते हैं?
अर्जुन चौटाला : खरा तो मैं बिल्कुल भी नहीं मानता। युवा की जहां बात की जाए, आज प्रदेश के युवा को नौकरी के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। एक सीईटी के पेपर के लिए 13 लाख लाख एग्जाम दे रहे हैं। 13 लाख बच्चे तो ये बेरोजगार बैठे हैं। अगर किसी प्रदेश में इतनी बड़ी आबादी बेरोजगार बैठी हैं तो उस प्रदेश का कुछ फायदा नहीं हो रहा, भट्ठा बैठा हुआ है। प्रश्न : कई क्राइम की घटनाएं हो चुकी हैं, उसको कैसे देखते हैं?
अर्जुन चौटाला : आज प्रदेश की इस सरकार के ऊपर से विश्वास उठ चुका है। जो भिवानी के अंदर जो हत्याकांड हुआ था। उसमें क्या किया, यह तो छुपी हुई बात नहीं है। ना परिवार को इंसाफ दिलाने लायक रहे और ना ही अपनी सकल कहीं दिखाने लायक रहे। सीबीआई को केस ट्रांसफर करना पड़ा। आज लोगों को विश्वास ही नहीं है प्रदेश की सरकार पर। हर तरीके से यह सरकार फैल हो चुकी है।
प्रश्न : इनेलो दो हिस्सों में (INLD व JJP) में बंट गई थी, वह एक हो सकती है?
अर्जुन चौटाला : 6 साल पुरानी बात हो चुकी है। आज एक चीज बताता हूं, हरियाणा के लोग यह नहीं देखते कि कौन कहां है। लोग यह देखते हैं कि चौधर अभय सिंह मजबूत है और इनेलो मजबूत है। लोग मजबूती चाहते हैं, स्थिरता चाहते हैं। वह मजबूती सिर्फ और सिर्फ चौधरी अभय सिंह चौटाला दे सकते हैं।
प्रश्न : गोपाल कांडा ने बयान दिया था कि मनोहर लाल खट्‌टर के कहने पर रानिया सीट इनेलो को जीताई गई है?
अर्जुन चौटाला : यह 6 माह पुरानी बात है। मैं तो खुला चैलेंज दिया है इन लोगों को। अगर बहम है तो 4 साल बाद मैंने ही लड़ना है। आकर काड़ लें।
प्रश्न : कांग्रेस द्वारा इनेलो को भाजपा की बी टीम बताया गया है?
अर्जुन चौटाला : बी टीम आज कौन है, यह सबको पता है। बी टीम का मतलब है भूपेंद्र टीम। मैं बताता हूं कि हरियाणा प्रदेश के लोगों को चुनाव के समय एक फैसला लेना था। एक तरफ कुआं एक तरफ खाई। कोई कुएं में कूद गया और कोई खाई की तरफ कूद गए। 5 प्रतिशत लोग श्याणे थे। जो बोले कि यह उल्टा रास्ता है उस पर वापस हो लें। वे 5 प्रतिशत लोगों ने इनेलो को चुनने का काम किया। बीजेपी-कांग्रेस दोनों मिले हुए हैं। बार-बार लोग कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष नहीं बना। मैं बता दूं कि कांग्रेस के अंदर फैसले तभी लिए जाएंगे, जब बीजेपी से इशारे या करंट भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा तक जाएगी।
प्रश्न : भाजपा 11 साल से सत्ता में हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को किस तरह से देखते हैं?
अर्जुन चौटाला : मुख्यमंत्री तो नया है। पिछले मुख्यमंत्री का विरोध था, इसलिए उनको हरियाणा प्रदेश छोड़कर जाना पड़ा। सैनी साहब कुछ ढंग का काम करेंगे तो हम भी कहेंगे कि बढ़िया बात है। अगर कोई आदमी बढ़िया काम करे तो उसकी बुराई नहीं करनी चाहिए। लेकिन पहले वे बढ़िया काम करके दिखाएं। आज हमें इस सरकार के अंदर ना स्थिरता दिखती है और ना ही मजबूती दिखती है। ना ही सरकार में वह क्षमता दिखती है कि वह इस प्रदेश को सही दिखा में लेकर जाएगी। प्रश्न : इनेलो आने वाले चुनाव को लेकर किस तरह से चल रही है?
अर्जुन चौटाला : चुनाव में अभी समय है। अभी हम संगठन की बात कर रही हैं। संगठन को मजबूती देने का काम कर रहे हैं।
प्रश्न : जो पुराने लोग इनेलो से जुड़ रहे हैं, उसको कैसे देखते हैं?
अर्जुन चौटाला : जो लोग जुड़ रहे हैं, उसको अच्छे नजरिए से देखते हैं। जब लोग आपके साथ जुड़ते हैं तो संगठन बड़ा होता है। जाहिर सी बात है कि संगठन को एक ताकत मिलती है। आज हमारे संगठन में साथी जुड़ते हैं तो हमारा भी हौसला बढ़ता है और कार्यकर्ताओं का भी।
प्रश्न : पहली बार विधायक बने, कांग्रेस ने विधानसभा को छोड़ा भी। इसका क्या असर रहा?
अर्जुन चौटाला : कांग्रेस वाले तो छोड़कर चले गए थे। मैं अकेला बैठा था। मैंने अकेले सामना सरकार का किया और सरकार से बहस करने का काम किया। अब ता दें बी टीम कौन है। मैं डटकर खड़ा हूं और ये भाग गए।
प्रश्न : जेजेपी 10 सीटों से 0 पर आ गई, तो आगे भविष्य क्या देखते हैं?
अर्जुन चौटाला : सालभर पहले हार गए थे ये। मेरे भी दिमाग में नहीं आते ये लोग, किसी के दिमाग में नहीं आते।
प्रश्न : आपकी दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला से बात होती है क्या?
अर्जुन चौटाला : ना, मेरी बात जिस दिन से इन्होंने चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी को छोड़ा था उस दिन से बातचीत बंद हैं। उस दिन से ना मैं भाई मानता हूं उनको। वे मानें या ना मानें उसका मेरे को फर्क नहीं पड़ता।

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