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सोनीपत नगर निगम के मुख्य गेट पर ठेका सफाई कर्मचारियों ने निगम अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का आरोप लगा है। निगम के मुख्य गेट पर ठेका सफाई कर्मियों का कई दिनों से धरना जारी है।आरोप है कि सुबह धरने के दौरान नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदारों ने महिलाओं से बदतमीजी और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसके बाद मामला मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। जहां नगर निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है। वहीं नगर निगम का अधिकारी भीड़ से बचने के लिए पीडब्ल्यूडी कार्यालय में घूस गया और भीड़ भी पीछे पीछे कार्यालय तक जा पहुंची, जहां आरोप है कि गेट पर तैनात चौकीदार ने भीड़ को देखकर गेट बंद किया तो उसके साथ मारपीट और तोड़फोड़ की गई है।अब इस विवाद में नगर निगम और पीडब्ल्यूडी दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत दी है। धरने के बीच पहुंचे अधिकारी और ठेकेदार नगर निगम मुख्य गेट पर सफाई कर्मचारी सुबह 7 बजे से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। करीब 9:30 बजे नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर साहब सिंह, सेनेटरी इंस्पेक्टर सत्येंद्र दहिया, कृष्णा और ठेकेदार सोनू सिहाग व जतिन धरना स्थल पर पहुंचे। महिलाओं से बदतमीजी का आरोप सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान मुकेश टांक ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने महिलाओं से बदतमीजी की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। कर्मचारियों का कहना है कि इज्जत बचाने के लिए महिलाओं ने अधिकारियों के साथ मारपीट की।वहीं महिलाओं ने भी बताया है कि ठेके प्रथा में कोई काम नहीं करेगा और इस दौरान निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों ने बदतमीजी की और जातिसूचक शब्द बोले और जिसके चलते विवाद हुआ है। पीडब्ल्यूडी कार्यालय में पहुंचा विवाद मारपीट के बाद एक अधिकारी नगर निगम से निकलकर पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता कार्यालय में घुस गया। उसके पीछे प्रदर्शनकारी भी वहां पहुंच गए। गेट पर तैनात चौकीदार निशांत ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उसे पकड़ लिया। आरोप है कि चौकीदार के साथ मारपीट की गई और गेट के शीशे तोड़ दिए गए। चौकीदार घायल, अस्पताल में पहुंचा हंगामे में चौकीदार निशांत गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नागरिक अस्पताल सोनीपत में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसका मेडिकल परीक्षण चल रहा है। घटना से कार्यालय में दहशत फैल गई और कर्मचारी काम छोड़कर बाहर निकल आए। तोड़फोड़ से दफ्तर का कामकाज ठप पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि कार्यालय में लगे दरवाजे के शीशे तोड़ दिए। विभागीय संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। महिला कर्मचारी भी सहम गईं और भय के कारण कामकाज पूरी तरह से बंद कर दिया गया। दोनों पक्षों ने पुलिस को दी शिकायत पीडब्ल्यूडी विभाग ने थाना सिविल लाइन पुलिस को लिखित शिकायत दी है, जिसमें करीब 25-30 नगर निगम कर्मचारियों पर कार्यालय में घुसकर हंगामा, मारपीट और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया है।
दूसरी तरफ नगर निगम कर्मचारियों ने भी पुलिस को शिकायत दी है, जिसमें अधिकारियों पर महिलाओं से छेड़खानी और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है।
पुलिस जांच में जुटी, गेट पर तैनात बल घटना के बाद नगर निगम मुख्यालय पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। थाना सिविल लाइन प्रभारी ने मौके का मुआयना किया और नगर निगम व पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से पूछताछ की। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों पर जांच कर रही है।


