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नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव खानपुर घाटी में मेवात मॉडल स्कूल और वीटा प्लांट के रास्ते पर दाह संस्कार किए जाने को लेकर उठे विवाद की जांच करने शुक्रवार की देर शाम एसडीएम फिरोजपुर झिरका लक्ष्मी नारायण मौके पर पहुंचे। हाल ही में हिंदू समाज के लोगों द्वारा 19 सितंबर को एक शव का दाह संस्कार इस कब्जा वाले मार्ग पर किया गया था, जिसे गांव के सरपंच वसीम अकरम ने गलत ठहराते हुए, जिला प्रशासन को शिकायत दी। सरपंच ने कहा कि वर्ष 2023 में हिंदू समाज को गांव से लगभग 800-900 मीटर दूर शमशान घाट के लिए भूमि दी जा चुकी है, जहां पहले भी कई दाह संस्कार हो चुके हैं। बावजूद इसके, अब रास्ते पर दाह संस्कार किया जाना स्कूल और वीटा प्लांट पर जाने वाले लोगों के लिए असुविधाजनक है। श्मशान भूमि नहीं होने से होती है समस्या वहीं, प्रजापत समाज, वाल्मीकि समाज और हरिजन समाज के ग्रामीणों ने एसडीएम के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि पंचायत द्वारा दी गई भूमि गांव से काफी दूर और पहाड़ के ऊपर है। जिसके चलते बुजुर्गों और दूर से आने वाले रिश्तेदारों को भारी परेशानी होती है। इसके साथ ही बच्चों को दफनाने में काफी समस्या होती है। उन्होंने मांग रखी कि पहले वीटा बूथ के पास हमारे शमशान घाट की भूमि थी। वहीं आसपास हमारे लिए भूमि उपलब्ध कराई जाए। जिसके लिये वे लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वह अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे है। अपनी जमीन मांग रहे है,लेकिन अधिकारी उल्टा उन्हें धमका रहे है। एसडीएम ने दोनों पक्षों को बुलाकर समाधान करने का दिया आश्वासन एसडीएम लक्ष्मी नारायण ने दोनों पक्षों की बात सुनते हुए कहा कि मामले को जल्द सुलझाने के लिए ग्राम पंचायत की बैठक खंड विकास पंचायत अधिकारी की अध्यक्षता में बुलाई जाएगी। इसमें सभी समुदायों से दो-दो जिम्मेदार लोगों को शामिल कर सहमति से समाधान निकाला जाएगा। सरपंच वसीम अकरम ने भी बताया कि जल्द ही ग्राम सभा की बैठक आयोजित कर सभी संबंधित अधिकारियों और ग्रामीणों को बुलाकर स्थायी समाधान निकाला जाएगा। वहीं हिंदू समाज के लोगों ने कहा कि वह अपनी जमीन लेकर रहेंगे, अगर जिला प्रशासन से उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह कोर्ट का रुख करेंगे।


