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हरियाणा के हिसार में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने अपने ही पार्टी के नेता पूर्व मंत्री संपत सिंह पर हमला बोला है। सांसद संपत सिंह पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी उम्र ज्यादा हो गई और उनको आराम करते हुए स्वास्थ्य लाभ लेना चाहिए। सांसद ने कहा कि कांग्रेस प्रो. संपत सिंह को कई बार मौके दिए। उनको सांसद और विधायक का टिकट दिया था। इसके बाद वे भाजपा में चले गए थे और आदमपुर विधानसभा उपचुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमेशा एक ही व्यक्ति को टिकट मिलना अनिवार्य नहीं है और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर दोषारोपण गलत है। जयप्रकाश ने कहा कि चौधरी देवीलाल भी कांग्रेस से ही निकल कर गए थे। मैं लोकदल से नहीं जनता दल की टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनेलो तो हमेशा प्रदेश की जनता के साथ धोखा करती रही है। मेरे अलावा आनंद सिंह दांगी, तेजेंद्र पाल मान, आईपीएस आरएस यादव सहित हजारों लाखों लोगों के साथ धोखा षडयंत्र किए। सांसद ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह तो बृजेंद्र सिंह को लोकसभा का टिकट नहीं मिलने का विरोध निकाल रहे हैं। सद्भावना यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इनेलो रैली को भाजपा प्रायोजित बताया कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने रोहतक में हुई इनेलो की रैली को भाजपा प्रायोजित बताया है। हिसार में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि यह इनेलो की नहीं, बल्कि भाजपा की प्रायोजित रैली थी। सांसद जयप्रकाश ने कहा कि गोपाल कांडा का बयान भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने अभय सिंह चौटाला को जितवाने की बात कही थी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने सिरसा में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था, जिससे दोनों दलों की मिलीभगत उजागर हुई थी। जयप्रकाश ने सवाल उठाया कि यदि यह विपक्ष की रैली थी, तो भाजपा सरकार पर हमला करने के बजाय कांग्रेस पर क्यों निशाना साधा गया? उन्होंने इनेलो को भाजपा की ‘बी टीम’ करार दिया। एसवाइएल को खुर्द-बुर्द करने वालों को हरियाणा में सम्मानित किया जयप्रकाश ने पंजाब में अकाली दल के नेता सुखबीर बादल पर निशाना साधते हुए कहा कि इनेलो ने एसवाईएल नहर को “खुर्द-बुर्द” करने वालों को हरियाणा की धरती पर मंच पर बुलाकर सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि हांसी-बुटाना लिंक नहर को रोकने का काम सुखबीर सिंह बादल ने कराया था। पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए सांसद ने जीएसटी पर बोलते हुए कहर कि पिछले आठ वर्षों में लाखों-करोड़ों रुपए की जीएसटी वसूली के बाद, अब थोड़ी “लूट” कम करने पर भी उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह के आठ साल पहले के दो स्लैब वाले जीएसटी के सुझाव का जिक्र किया और कहा कि केंद्र सरकार 127 लाख करोड़ रुपए की जीएसटी वसूल चुकी है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि सरकार वास्तव में लोगों को राहत देना चाहती है, तो डीजल-पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाए।


