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पानीपत जिले के समालखा में रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान अभी बाढ़ की मार से उबर नहीं पाया है और अब उसे सरकारी नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसलों की खरीद सुनिश्चित करने के अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। सांसद हुड्डा समालखा दौरे के दौरान पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर के जीटी रोड स्थित कार्यालय में पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व विधायक के भाई कंवर सिंह छौक्कर, इसराना के पूर्व विधायक बलबीर वाल्मीकि, करहंस के पूर्व सरपंच यशपाल सहरावत, नरेंद्र भापरा और राजेश किवाना सहित कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। किसानों को उपज कम दामों पर बेचनी पड़ रही है दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि सरकारी खरीद बंद होने के कारण किसानों को अपनी उपज कम दामों पर बेचनी पड़ रही है। मंडियों में सरकारी खरीद न होने से किसानों को धान 300 से 400 रुपए प्रति क्विंटल कम रेट पर बेचनी पड़ रही है। सरकारी एजेंसियां नमी का बहाना बनाकर खरीद से इनकार कर रही हैं, जिससे किसानों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। धान किसानों को 3100 रुपए क्विंटल का रेट देने का वादा उन्होंने याद दिलाया कि भाजपा ने चुनाव से पहले धान किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल का रेट देने का वादा किया था, जो पिछले और इस सीजन में भी पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मंडियों में धान की आवक तेज है, लेकिन खरीद न होने से किसान परेशान हैं। फसलों की खरीद समय पर न होने से किसान मंडियों में भटक रहे धान, बाजरा, कपास और अन्य फसलों की सरकारी खरीद समय पर न होने से किसान मंडियों में भटक रहे हैं। उपज खुले आसमान के नीचे खराब हो रही है। कई जगहों पर पोर्टल वेरिफिकेशन न होने से गेट पास नहीं बन पा रहे हैं, और कहीं राइस मिलर्स के रजिस्ट्रेशन की समस्या है। इस अव्यवस्था का फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। हुड्डा ने बताया कि 2369 रुपए एमएसपी वाली धान को 1900 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल के रेट पर खरीदा जा रहा है।


