![]()
करनाल के घरौंडा की नई अनाज मंडी में व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमराकर रह गई हैं। शुक्रवार को दोपहर बाद मंडी प्रशासन ने अचानक दो दिन तक खरीद बंद करने का फैसला लिया, जिससे मंडी में अफरा-तफरी मच गई। किसानों को न तो गेट पास कटवाने का मौका मिला और न ही ट्रॉली निकालने का रास्ता। शाम को गेट पास बंद होने से किसानों ने हंगामा कर दिया और सर्विस रोड पर जाम लग गया। मंडी से लेकर रेलवे रोड और रेलवे स्टेशन तक ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। किसानों की फंसी ट्रॉलियां, मंडी में मचा हंगामा शुक्रवार दोपहर करीब 2:30 बजे मार्किट कमेटी सचिव चंद्रप्रकाश ने घोषणा की कि मंडी को 18 और 19 अक्तूबर के लिए बंद किया जा रहा है। इन दो दिनों में केवल लिफ्टिंग का कार्य होगा। जैसे ही आसपास के गांवों में यह खबर पहुंची, तो किसान तुरंत अपनी ट्रॉलियों के साथ मंडी पहुंचने लगे। थोड़ी ही देर में मंडी में सैकड़ों ट्रॉलियां लग गईं और सर्विस रोड से लेकर रेलवे रोड तक जाम की स्थिति बन गई। जाम इतना भारी था कि सामान्य वाहनों की आवाजाही तक रुक गई। किसानों का कहना था कि मंडी प्रशासन ने बिना पूर्व सूचना के गेट पास बंद कर दिए। कई किसान सुबह से मंडी के बाहर लाइन में लगे थे, ताकि फसल बेचने का मौका मिल सके। लेकिन जैसे ही उन्हें बताया गया कि अब खरीद बंद है, उन्होंने नाराजगी जताते हुए वहीं धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का आरोप-मंडी प्रबंधन फेल, सुनवाई करने वाला कोई नहीं किसान जोगिंद्र राणा, बिजेंद्र सिंह, राजेश कुमार, विकास कुमार, विवेक, सुंदर और अन्य ने कहा कि मंडी की स्थिति हर दिन बिगड़ती जा रही है। मंडी प्रबंधन पूरी तरह फेल साबित हो चुका है। यहां न तो लिफ्टिंग ठीक से हो रही है और न खरीद की व्यवस्था। गेट पास कटवाने के लिए किसान सुबह से इंतजार कर रहे थे लेकिन अचानक प्रक्रिया रोक दी गई। किसानों का कहना है कि अगर दो दिन तक उनकी फसल मंडी तक नहीं पहुंची तो खेत में खड़ी धान खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडी में पहुंची फसल में भी भारी कट लगाए जा रहे हैं, और वह भी मॉश्चर के नाम पर। किसानों का आरोप है कि अधिकारी और नेता किसी की सुनवाई नहीं कर रहे। जब हालात बिगड़ते हैं, तो कोई नजर नहीं आता, लेकिन जब व्यवस्थाएं ठीक होती हैं तो सभी फोटो खिंचवाने पहुंच जाते हैं। किसानों ने कहा कि हम घंटों से जाम में फंसे हैं, भूखे-प्यासे बैठे हैं, और अब हमें वापिस लौटने को कहा जा रहा है। आखिर हम जाएं तो जाएं कहां? पुलिस ने पहुंचकर जाम खुलवाया, दी चेतावनी जाम की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी दीपक कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया और सर्विस रोड पर जमी ट्रॉलियों को हटवाकर यातायात सुचारू करवाया। दीपक कुमार ने बताया कि मंडी में खरीद दो दिन तक बंद रहेगी, केवल लिफ्टिंग होगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे व्यवस्था बहाल होने के बाद ही मंडी पहुंचे। मंडी सचिव बोले – मंडी चॉक हो गई थी, अब सिर्फ लिफ्टिंग होगी मार्किट कमेटी सचिव चंद्रप्रकाश ने बताया कि मंडी में लिफ्टिंग न होने से स्थिति चॉक हो गई थी, इसलिए दो दिन तक खरीद बंद रखी गई है। उन्होंने कहा कि इसकी सूचना दोपहर को ही जारी कर दी गई थी ताकि किसान अनावश्यक परेशानी से बचें। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे 20 अक्तूबर से पहले मंडी में न आएं और प्रशासन को व्यवस्था बहाल करने का समय दें। किसानों की नाराजगी बरकरार हालांकि प्रशासन की अपील के बावजूद किसान नाराज हैं। उनका कहना है कि यदि पहले से सूचना दी जाती तो वे फसल लेकर मंडी न आते। अब ट्रॉलियां जाम में फंसी हैं और घर लौटना भी मुश्किल है। किसानों का कहना है कि प्रशासन की यह लापरवाही उनकी मेहनत पर पानी फेर रही है।


