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भिवानी में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन सख्त हो गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के ऊपर पहुंच गया है, जो चिंताजनक है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है। इसको देखते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) के अनुपालन में जिला प्रशासन द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए विभिन्न निवारक एवं सुधारात्मक उपाय लागू किए जा रहे हैं। डीसी साहिल गुप्ता ने बताया कि चरण–I खराब वायु गुणवत्ता (दिल्ली AQI 201–300) होने पर निर्माण एवं विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण उपाय करने होंगे। इसके लिए सभी संबंधित एजेंसियां- शहरी स्थानीय निकाय, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई, एचएसआईआईडीसी तथा मार्केटिंग बोर्ड- धूल निवारण उपायों एवं निर्माण/विध्वंस अपशिष्ट के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करेगी। उन्होंने बताया कि निर्माण गतिविधियों का नियमन के तहत 500 वर्ग मीटर या उससे अधिक क्षेत्रफल वाले निर्माण प्रोजेक्ट्स को राज्य पोर्टल पर पंजीकृत किया जाना अनिवार्य है। सीएक्यूएम के निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए। सड़कों की यांत्रिक सफाई एवं जल छिड़काव करें डीसी साहिल गुप्ता ने कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए शहरी स्थानीय निकाय नियमित रूप से नगर ठोस अपशिष्ट तथा खतरनाक अपशिष्ट को निर्धारित स्थानों से उठाने और खुले स्थानों पर अवैध फेंकने पर रोक सुनिश्चित करें। सड़कों की यांत्रिक सफाई (मैकेनिकल स्वीपिंग) एवं जल छिड़काव नियमित रूप से किया जाए। सभी वाहनों के पीयूसी प्रमाण पत्र अद्यतन रखे जाएं। यातायात पुलिस दृश्य रूप से प्रदूषित वाहनों पर सख्त कार्रवाई करेगी तथा सुचारू यातायात सुनिश्चित करेगी। एचएसपीसीबी, एसडीएम एवं नगर निकाय औद्योगिक इकाइयों में उत्सर्जन मानकों के पालन की जांच करें तथा उल्लंघन पर इकाइयों को बंद करें। बायोमास या ठोस अपशिष्ट के खुले में जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। न्यायालय के आदेशों के अनुसार पटाखों का उपयोग पूर्णतः वर्जित है। उन्होंने बताया कि बिजली निगम निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। डीजल जनरेटर को नियमित ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करना प्रतिबंधित रहेगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों के लिए कुछ परामर्श जारी किए हैं… जन सहयोग की अपील चरण–II अत्यंत खराब वायु गुणवत्ता (दिल्ली AQI 301–400) पर वायु गुणवत्ता और बिगड़ने की स्थिति में सड़क सफाई एवं जल छिड़काव का तीव्रीकरण, स्थलों पर निगरानी, प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर विशेष कार्रवाई, प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों में लक्षित सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षत्रीय अधिकारी डॉ. सुनील कुमार श्योराण ने बताया कि जिला प्रशासन ने समस्त नागरिकों, औद्योगिक इकाइयों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों से अपील की कि वे वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए अपनाए जा रहे उपायों में सहयोग करें। सामूहिक प्रयासों से ही वायु गुणवत्ता में सुधार संभव है। शिकायत एवं जानकारी के लिए जिला नियंत्रण कक्ष भिवानी में संपर्क करें।


