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हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिला की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शुक्रवार को नांगल चौधरी क्षेत्र का दौरा किया। जिसमें उन्होंने विशेष रूप से पूर्व मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव के पैतृक गांव का दौरा कर नई राजनीतिक चर्चा को जन्म दे दिया है। इस दौरान दैनिक भास्कर एप के रिपोर्टर देवेंद्र यादव ने भी उनसे खास बातचीत की। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत का शुक्रवार को नांगल चौधरी विस का दौरा दौरा राजनीतिक गलियारों में सुर्खियों का विषय बना हुआ है, क्योंकि यह पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह का गढ़ हैं तथा यहां एक दिन पहले ही पास के ही गांव खातोली अहीर में हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव शोक प्रकट करने पहुंची थीं। उनके तुरंत बाद दूसरे दिन ही उनके पिता केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पहुंचे। यहां पर गए पूर्व मंत्री केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह शुक्रवार को नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के गांवों में रहे। उन्होंने सबसे पहले गांव खातोली अहीर में सरपंच विक्रम यादव के पुत्र की मौत पर शोक प्रकट किया। यहां पर बीते कल उनकी पुत्री स्वास्थ्य मंत्री आरती राव भी आई थी। जिसके बाद उन्होंने गांव भुंगारका में डा. अभय सिंह के धूर विरोधी पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह के घर चाय ली। यहां पर उन्होंने कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। पूर्व मंत्री के गांव भी गए केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इसके बाद पूर्व सिंचाई मंत्री डा. अभय सिंह के पैतृक गांव कांवी भी पहुंचे। वहां पर उन्हाेंने वहां ढाणी मामराज में दिनेश मास्टर के आवास पर भी चाय ली तथा कार्यकर्ताओं व लोगों से मुलाकात भी की। भुंगारका का सरपंच पूर्व मंत्री विरोधी भुंगारका गांव का सस्पेंड चल रहा सरपंच राजेंद्र सिंह पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह यादव का धूर विरोधी है। राजेंद्र सिंह ने 2014 के विधानसभा चुनाव में डा. अभय सिंह का साथ दिया था। इसके बाद 2019 के चुनाव में जब वे अलग हुए तो सरपंच पर गांव में फायरिंग करने का आरोप लगा। इसके बाद सरपंच आमर्स एक्ट में जेल में रहकर आया। जिसके बाद उसको डीसी ने सस्पेंड कर दिया। सरपंच का कहना है कि यह सब पूर्व मंत्री के इशारे पर हुआ था। केंद्रीय मंत्री ने की सरपंच की तारीफ वहीं यहां आने के केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भुंगारका के सरपंच राजेंद्र सिंह की तारीफ की। उन्होंने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत राजेंद्र को सस्पेंड किया तो सारे पंचों को प्रशासन ने बुलाया तथा कहा कि सरपंच लेने की बात कही, मगर किसी ने भी सरपंची नहीं ली। जो की पूरे प्रदेश में एक मिसाल है। आप यहां सक्रिय हैं क्या राजनीतिक मायने हैं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि राजनीतिक मायने कुछ नहीं हैं। साथियों से मिलने आए हैं। राजनीति तो चार साल के बाद करेंगे, जब चुनाव आएगा। हमारा यहां पर आना जाना वाजिब है। हालांकि मैं यहां से एमपी नहीं हूं, मगर यहां के लोगों ने मेरा व मेरी बेटी तथा पार्टी का साथ दिया है। मेडिकल कॉलेज पूरी पार्टी की देन गांव कोरियावास में बने मेडिकल कॉलेज के बारे में उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए सभी भाजपा नेताओं ने सहयोग किया है। उन्होंने तथा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने भी लिख कर दिया था कि गांव कोरियावास में मेडिकल कॉलेज बनना चाहिए। इसलिए इसके लिए एक का श्रेय लेना सही नहीं है। पूरी पार्टी को इसका श्रेय जाना चाहिए। एक ही पार्टी में, मगर राजनीतिक मतभेद राव इंद्रजीत सिंह और डॉ. अभय सिंह दोनों भाजपा पार्टी में हैं, मगर इनके बीच लंबे समय से राजनीतिक मतभेद चल रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच यह दूरियां केवल पार्टी मंचों पर ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी कई बार सार्वजनिक हो चुकी हैं। कोई प्रतिक्रिया नहीं: अभय सिंह वहीं इस बारे में पूर्व मंत्री डा. अभय सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते।


