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बहादुरगढ़ एसटीएफ यूनिट ने शनिवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग से जुड़े एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी मूल रूप से झज्जर की रहनिया कालोनी व हाल में रेवाड़ी के विकास नगर निवासी आशीष उर्फ गोलू को पकड़ा है। आरोपी के कब्जे से दो पिस्टल और 30 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
आरोपी गैंग के सदस्यों को वित्तीय मदद करता था। उसने ही दो दिन पहले पकड़े गए गैंग के सदस्य के खाते में भिवानी से सीडीएम मशीन के जरिए पैसे डलवाए थे। एसटीएफ प्रभारी निरीक्षक राकेश के अनुसार आशीष पर थाना सदर बहादुरगढ़ में दर्ज मुकदमे में कार्रवाई की गई है।
22 मई 2025 से शुरू हुई रोहित गोदारा गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारियां
मामले की शुरुआत 22 मई 2025 को हुई थी जब गैंगस्टर रोहित गोदारा और विरेंद्र चारण गैंग के सदस्य सौलधा निवासी विजय और राजस्थान के धौलपुर निवासी रामदत्त को अवैध हथियार सहित गिरफ्तार किया गया था। तफ्तीश के दौरान गैंग के कई और सदस्यों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें विक्रम, नीरज, सुनील, शुभम, हैप्पी और हिमांशु शामिल हैं।
आरोपी ने सीडीएम मशीन से भेजे थे रुपए
एसटीएफ जांच में खुलासा हुआ कि गैंगस्टर रोहित गोदारा ने अपने सदस्यों को फाइनेंस करने के लिए रुपए भेजे थे। आरोपी आशीष उर्फ गोलू ने गैंग के सदस्य सोनीपत के पीपली खेड़ा निवासी हैप्पी के खाते में भिवानी के घंटाघर चौक स्थित सीडीएम मशीन के माध्यम से रुपए जमा करवाए थे। यह लेन-देन गैंग के वित्तीय नेटवर्क का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य हथियारों की खरीद और गैंग गतिविधियों को जारी रखना था।
अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वालों को भी भेजे थे रुपए
एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया था कि हैप्पी ने यह राशि गैंग के सदस्य सोनीपत के मयूर विहार निवासी अरुण और रोहतक के गांव काहनी निवासी रविंद्र को दी थी, जिन्होंने फिल्म अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग की थी। इस मामले में इन दोनों आरोपियों का गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में पुलिस एनकाउंटर हो चुका है।
एसटीएफ प्रभारी राकेश का कहना है कि आरोपी आशीष उर्फ गोलू से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं और गैंग के वित्तीय व हथियार सप्लाई नेटवर्क की कड़ियों की जांच की जा रही है। एसटीएफ इस पूरे मामले की गहराई से तफ्तीश कर रही है ताकि गैंगस्टर रोहित गोदारा नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके।


