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रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के अंदर काम करने वाली सफाई कर्मचारियों के साथ सुपरवाइजर ने अभद्र व्यवहार किया, जिसके बाद सुपरवाइजर को सस्पेंड भी किया गया है। वहीं, इस मामले में अनुसूचित जाति आयोग की टीम ने भी एमडीयू में जाकर कर्मचारियों से बात की है। अब महिला आयोग ने भी सुपरवाइजर को नोटिस भेजा है। एमडीयू में महिला सफाई कर्मचारियों को काम पर आने में थोड़ी देरी हो गई थी। जब सुपरवाइजर ने देरी से आने का कारण पूछा तो महिला कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें महिलाओं वाली प्रोब्लम हो गई थी। इसी कारण उन्हें आने में थोड़ी देरी हो गई। लेकिन सुपरवाइजर ने महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए प्रोब्लम का सबूत दिखाने के लिए कहा। जब महिला कर्मचारियों ने कहा कि वह नहीं दिखा सकती तो सुपरवाइजर ने उन्हें मजबूर किया। सुपरवाइजर ने तीन महिला कर्मचारियों को कपड़े उतारकर दिखाने के लिए विवश किया। इससे सुपरवाइजर की मानसिकता का पता चल रहा है कि वह कर्मचारियों का किस प्रकार शोषण कर रहा था। छात्र संगठनों ने पहुंचकर किया हंगामा
एमडीयू में महिला सफाई कर्मचारियों के साथ सुपरवाइजर का इस प्रकार के व्यवहार करने की जब छात्र संगठनों को सूचना मिली तो वह एकत्रित हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। इस छात्रों का प्रदर्शन होने के कारण एमडीयू कुलसचिव मौके पर पहुंचे और तुरंत सुपरवाइजर पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए। टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ ने की निंदा
महिला कर्मचारियों के साथ हुए अभद्र व्यवहार की एमडीयू के टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ ने निंदा की। टीचिंग एसोसिएशन के प्रधान डॉ. विकास सिवाच ने कहा कि महिला कर्मचारियों के साथ इस प्रकार का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राज्यपाल एमडीयू में थे मौजूद
एमडीयू में महिला कर्मचारियों के साथ जिस समय यह घटना हुई, उस दौरान हरियाणा के राज्यपाल व एमडीयू के कुलाधिपति प्रो. असीम कुमार घोष भी मौजूद थे। उनके संज्ञान भी इस मामले को लाया गया। राज्यपाल ने भी मामले में जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।


