![]()
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी करीब 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा मौत मामले में घटनास्थल को पिछले करीब 80 दिन से सिक्योर (कवर) किया हुआ है। पहले स्थानीय पुलिस ने कवर रखा और अब सीबीआई ने। इधर, किसान ने ग्वार की फसल की कटाई के बाद अब घटनास्थल के एरिया को छोड़कर अन्य खेत की जुताई कर दी है। ताकि अगली फसल की बिजाई की जा सके। बता दें कि जब 13 अगस्त को गांव सिंघानी के खेतों में मनीषा का शव पड़ा हुआ मिला था। उस दौरान खेत में ग्वार की फसल की बिजाई की हुई थी। हालांकि जिस स्थान पर मनीषा का शव मिला था, वह लगभग खाली पड़ा हुआ था। इसके बाद शव मिलने वाले एरिया को पुलिस ने टेप लगाकर कवर कर दिया था। अब किसान ने अन्य खेत में खड़ी ग्वार की फसल की कटाई कर ली। वहीं अगली फसल की बिजाई के लिए खेत की जुताई कर दी है। हालांकि कवर एरिया को सुरक्षित छोड़ दिया। इससे पहले सीबीआई टीम जांच के लिए दिल्ली से 3 दफा भिवानी लौट चुकी है। वहीं अब भिवानी से दिल्ली गई हुई है। फिलहाल सीबीआई की टीम मनीषा मौत मामले की जांच कर रही है। जो कई दफा घटनास्थल पर जा चुकी है। यहां तक कि घटनास्थल पर सीबीआई ने दिल्ली से स्पेशल एफएसएल टीम को जांच के लिए बुलया था। 11 अगस्त को लापता हुई थी मनीषा
गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी संजय ने बताया था कि उसकी बेटी मनीषा 11 अगस्त को प्ले स्कूल में ड्यूटी पर गई थी। इसके बार वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जाने की बात कहकर गई थी। जिसके बाद मनीषा घर नहीं लौटी। इसके बाद 13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में पड़ा हुआ मिला। इसके बाद परिवार ने हत्या का आरोप लगाया और पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। लोगों ने मनीषा को न्याय दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। वहीं 18 अगस्त को पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया। वहीं लोगों का विरोध बढ़ गया। इसके बाद बढ़ते आंदोलन को देखते हुए मनीषा का तीसरी बार दिल्ली एम्स में पोस्टमॉर्टम करवाया और जांच CBI को सौंप दी। 3 सितंबर को पहली बार आई थी सीबीआई
CBI की जांच शुरू होने के बाद 3 सितंबर को टीम पहली बाद दिल्ली से भिवानी पहुंची थी। इसके बाद लगातार सीबीआई की टीम जांच में जुटी हुई है। इसी जांच के दौरान CBI की टीम 2 बाद दिल्ली लौट चुकी है। वहीं CBI की टीम फिर से तीसरी बार दिल्ली से भिवानी पहुंची है। CBI की टीम मनीषा मौत मामले की जांच कर रही है।


