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हरियाणा में हिसार के रहने वाले पवन सिंधु अरुणाचल प्रदेश में शहीद हो गए। पेट्रोलिंग के दौरान वह पहाड़ी से गिर गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कल पवन सिंधु का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव खांडा खेड़ी आएगा। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद पवन सिंधु 13 राजपूताना राइफल में तैनात थे। उनकी अरुणाचल प्रदेश में चीन बॉर्डर के पास बड़ा रूपक क्षेत्र में ड्यूटी थी। पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने उनकी शहादत पर शोक व्यक्त किया है। 13 दिन से ऊंची पहाड़ी पर पेट्रोलिंग पर थे
पवन सिंधु की यूनिट को 13 दिनों की पेट्रोलिंग के लिए ऊंची पहाड़ी पर भेजा गया था। शुक्रवार (31 अक्टूबर) को पेट्रोलिंग के आखिरी दिन वह पहाड़ी के किनारे खड़े थे, तभी अचानक पैर फिसलने से नीचे जा गिरे। साथी जवानों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें ऊपर निकाला। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। शाम 4 बजे होगा अंतिम संस्कार
शनिवार को उनका पोस्टमॉर्टम कराया गया। रविवार दोपहर को उनका पार्थिव शरीर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगा। इसके बाद सेना की टीम पार्थिव शरीर को गांव खांडा खेड़ी लेकर आएगी। शाम 4 बजे उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। 2006 में सेना में भर्ती हुए, 2 बेटों के पिता
पवन सिंधु 2003 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। 2006 में उनकी शादी झमोला गांव निवासी रितु के साथ हुई थी। उनके 2 बेटे सौम्य (17) और विनय (16) हैं, जो जुलाना के एक प्राइवेट स्कूल में 11वीं कक्षा के छात्र हैं।


