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सोनीपत पुलिस ने किराए पर गाड़ियां लेकर बिहार में शराब की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी पहले गोहाना से एक कार छीनकर फरार हुए थे, जिसके बाद पुलिस ने जीपीएस की मदद से उनका पीछा किया और बहादुरगढ़ से पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी गाड़ियों को मॉडिफाई कर देते थे और उनके नंबर प्लेट व चेसिस नंबर बदलकर चंडीगढ़ से बिहार तक शराब की सप्लाई करते थे। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और तस्करी को छिपाने के लिए तकनीकी तरीके अपनाता था। वृंदावन जाने के बहाने ली किराए पर कार
रोहतक के अमन और अजय नाम के दो युवक गाड़ियां किराए पर देते हैं। 23 अगस्त को जींद के मोहित और डाबोदा के एक नाबालिग ने उनसे ब्रेजा कार वृंदावन जाने के बहाने किराए पर ली। जब तीन दिनों बाद भी वे वापस नहीं लौटे, तो अमन ने जीपीएस से गाड़ी की लोकेशन देखी, जो बिहार के मुजफ्फरपुर में थी। दो दिन बाद जब गाड़ी गोहाना में मिली, तो अमन अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गए। गोहाना में छीनी दूसरी कार
गोहाना में अमन और उसके साथी किराए पर ली गई ब्रेजा कार को लेने पहुंचे। वहां मोहित और उसके साथी अमन व आशीष से उनकी मुलाकात हुई। आरोपियों ने बहाने से अमन को महम फाटक के पास बुलाया, जहां अमित और मोहित ने मिलकर बंदूक और चाकू की नोक पर अमन की स्विफ्ट कार छीन ली और ब्रेजा को वहीं छोड़कर फरार हो गए। बहादुरगढ़ से पकड़े गए आरोपी
अमन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। चूंकि उसकी स्विफ्ट कार में भी जीपीएस लगा था, पुलिस ने उसी के सहारे आरोपियों का पीछा किया और बहादुरगढ़ के पास से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एसीपी राहुल देव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहित, अमन, अमित, आशीष और एक अन्य शामिल है। चंडीगढ़ से बिहार तक शराब की तस्करी
पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि ये आरोपी किराए पर ली गई गाड़ियों से चंडीगढ़ से बिहार में शराब की तस्करी करते थे। वे गाड़ियों की नंबर प्लेट और चेसिस नंबर बदल देते थे, ताकि पुलिस को चकमा दे सकें। इस गिरोह के बाकी सदस्यों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। इन सभी आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।


