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सोनीपत में युवक की पीट-पीटकर हत्या मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें ही गिरफ्तार किया है। जहां
युवक करीब 2 महीने पहले करनाल जेल से जमानत पर बाहर आया था। परिजनों का आरोप है कि गांव के बस अड्डे पर नंबरदार के भतीजे और उसके साथियों ने बेटे पर हमला किया। उसके सिर पर रॉड और डंडों से करीबन 20 वार किए। आंखों पर भी वार किए। उसकी कार नाले में फंसी मिली। वहीं नंबरदार विजेंद्र का आरोप है कि युवक शराब के नशे में उनके घर में घुसा। मामला रविवार देर रात को राजपुर गांव में सामने आया। मृतक की पहचान शक्ति सिंह (30) के रूप में हुई है। सूचना के बाद पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। वहीं पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है। वही सभी छह आरोपियों को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक शक्ति पर हत्या और लूट के 10 से ज्यादा मामले दर्ज थे। उसका भाई भी नूंह जिले की जेल में बंद है। शक्ति अविवाहित था। ताऊ ने बेचा था प्लॉट, उसी पर था झगड़ा परिवार के सदस्य सौरव ने बताया कि 3 साल पहले शक्ति के ताऊ रमेश ने नंबरदार विजेंद्र को प्लॉट बेचा था। शक्ति उसी प्लॉट को खाली करवाना चाहता था। इसी बात को लेकर उसका विजेंद्र से विवाद चल रहा था। मां से कहा था- बस अड्डे पर जा रहा हूं सौरव ने आगे बताया कि शक्ति रात 11 बजे घर आया था। उसके बाद अपनी मां से मिलकर बस अड्डे तक जाने की बात कहकर घर से निकला। गांव के बस अड्डे पर विजेंद्र के भाई कृष्ण के बेटे राहुल ने उसे आवाज देकर बुलाया। इसके बाद वह आपस में एक-दूसरे से गले मिले और बातचीत की। आंखों और सिर पर ताबड़तोड़ वार किए
सौरव ने बताया कि जब यहां से शक्ति कार में जाने लगा तो उसे राहुल ने आवाज देकर दोबारा रोक लिया। इसके बाद उस पर हमला कर दिया। शक्ति सिंह भागने लगा तो उसकी कार नाले में फंस गई। इसके बाद उसे कार से उतार कर विजेंद्र सिंह के आरओ गांव प्लांट में ले गए। यहां उसके सिर और आंखों पर ताबड़तोड़ वार किए गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
दोनों भाई मिलकर अपराध करते थे
जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद शक्ति गांव से बाहर ही रहता था और कभी-कभी ही गांव आता था। करीब 10 साल पहले पिता राजेश की बीमारी से मौत हो गई थी। अपराध की दुनिया में सबसे पहले पवित्र ने कदम रखा और गांव से बाहर जाकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा। बाद में उसने अपने छोटे भाई शक्ति को भी इसमें शामिल कर लिया। फिलहाल परिवार में मां, विवाहित बहन, भाभी और भतीजा है। हत्या करने शामिल 6 आरोपी गिरफ्तार ACP ऋषिकांत ने कहा कि विजेंद्र के साथ शक्ति सिंह का प्लॉट को लेकर झगड़ा था। इसी के चलते शक्ति सिंह की 6 लोगों व अन्य ने मिलकर हत्या की थी। एसीपी ने बताया कि शक्ति ने विजेंद्र सिंह के दरवाजे पर दरांती से वार किए हैं। वह उनके घर में घुसा है। दरवाजे पर निशान भी मिले हैं। शक्ति सिंह के परिजनों की शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। जिसमें विजेंद्र, कृष्ण, राहुल, सुंदर, जोगेंद्र और आकाश शामिल हैं। शक्ति सिंह के खिलाफ लूट, हत्या के करीबन 10 से ज्यादा मुकदमे कुंडली थाना में दर्ज हैं। उसके भाई पवित्र पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं।


