![]()
भिवानी के डिपो होल्डर दिवाली को काली दिवाली के रूप में मनाने को मजबूर है, क्योंकि पिछले 6 महीने से लंबित कमीशन और राशन वितरण की मशीनों के लगातार डाउन रहने से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। इन समस्याओं को लेकर डिपो होल्डरों ने रविवार को स्थानीय पतराम गेट पर बैठक का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा और मांगों को सरकार के सामने रखने का निर्णय लिया। डिपो होल्डर हरदेश कुमार उर्फ हैप्पी ने बताया कि पिछले 6 महीने से उन्हें अपनी मेहनत का कमीशन नहीं मिला है। जिसके कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। डिपो होल्डरों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से इस कमीशन पर निर्भर करती है। लंबे समय से कमीशन ना मिलने के कारण उन्हें अपने घर का खर्च चलाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आर्थिक संकट के साथ-साथ, डिपो होल्डर राशन वितरण मशीनों का धीमे सर्वर की समस्या से भी जूझ रहे है। मशीनों का सर्वर इतना धीमा है कि एक व्यक्ति के अंगूठा लगाने में 10 से 20 मिनट तक का समय लग जाता है। इस वजह से डिपो पर लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे डिपो होल्डर और राशन लेने आए नागरिक दोनों ही परेशान होते हैं। इस धीमी प्रक्रिया के कारण काम का बोझ बढ़ता है और लोगों में असंतोष भी पैदा होता है। सरकार जल्द पूरी करे मांग
इस अवसर पर मा. भीष्ण स्वरूप, पंकज कुमार सब्जी मंडी, सुरेंद्र परमार हनुमान गेट, नितिन बासिया पतराम गेट, पवन कुमार पतराम गेट, सैलेश कुमार भोजावाली देवी, प्रमोद कुमार घोसियान चौक, साहिल कुमार कृष्णा कॉलोनी सहित अन्य डिपो होल्डर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत इन समस्याओं का समाधान करे। सरकार पिछले 6 महीने से रुका हुआ कमीशन तुरंत जारी करे। ताकि डिपो होल्डरों को आर्थिक संकट से राहत मिल सके। वर्तमान में उपयोग हो रही मशीनों को बदलकर नई मशीनें दी जाएं, जिनमें 5जी सर्वर हो, ताकि राशन वितरण की प्रक्रिया तेज और सुचारू रूप से चल सके। इस दौरान डिपो होल्डरों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि इन मांगों को लेकर जल्द ही सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। साथ ही उन्होंने काली दिवाली मनाने का फैसला भी लिया।


