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कैथल जिले के कलायत रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की मांग एक बार फिर जोर पकड़ गई है। देवभूमि रेलगाड़ी यात्री अधिकारी संघर्ष समिति ने इस संबंध में सांसद नवीन जिंदल के नाम एक ज्ञापन कैथल स्थित जिंदल हाउस प्रभारी रवींद्र धीमान को सौंपा है। समिति यात्रियों की सुविधाओं के लिए एक्सप्रेस, मेमू और चंडीगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस के ठहराव की मांग कर रही है। समिति सदस्यों ने बताया कि कलायत भगवान कपिल मुनि की तपोभूमि और ज्ञान स्थली है। इसकी देश-विदेश में एक विशेष पहचान है, जिसके कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं। ट्रेनों के ठहराव से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसके अतिरिक्त, कलायत से प्रतिदिन बड़ी संख्या में विद्यार्थी, व्यापारी और आम यात्री विभिन्न स्थानों पर यात्रा करते हैं। लोगों होती है परेशानी ट्रेनों के ठहराव की सुविधा न होने से इन सभी लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देवभूमि रेलगाड़ी यात्री अधिकारी संघर्ष समिति के संस्थापक रामकुमार नायक, प्रधान रोहताश धानियां, मुख्य सलाहकार रवि शंकर कौशिक और दीपक अठवाल सहित अन्य सदस्यों ने मांग की है कि कोरोना काल (मार्च 2020) से बंद हुई रेलगाड़ी संख्या 54039 और 54042 को फिर से शुरू किया जाए। साथ ही, गाड़ी संख्या 19411 और 19412 साबरमती एक्सप्रेस का भी कलायत में ठहराव सुनिश्चित किया जाए। समिति ने रेलवे द्वारा 1 जनवरी से किए गए सारणी बदलावों में सुधार की भी मांग की है। उनका कहना है कि गाड़ी संख्या 54038 जो सुबह जींद जंक्शन से कुरुक्षेत्र जंक्शन के लिए चलती है, उसका समय जींद जंक्शन से सुबह 05:30 बजे किया जाए। वर्तमान में यह गाड़ी सुबह 4 बजे चलती है, जिससे दैनिक यात्री इसका लाभ नहीं उठा पाते। समिति ने सवारी गाड़ी संख्या 54048 (जींद जंक्शन से) के संबंध में भी सुधार की बात कही है।


