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अंबाला में दो सीनियर एडवोकेट्स पर एफआईआर दर्ज होने के बाद करनाल समेत पूरे हरियाणा के वकील विरोध में उतर आए। इस विरोध के तहत बुधवार को बार एसोसिएशनों ने वर्क सस्पेंड रखा। वकीलों का कहना है कि एफआईआर झूठी है और प्रशासन बिना कारण वकीलों पर केस दर्ज कर रहा है। करनाल बार एसोसिएशन के प्रधान सुरजीत ने कहा कि बार एसोसिएशन अंबाला की कॉल पर यह वर्क सस्पेंड रखा गया है। प्रॉपर्टी विवाद से शुरू हुआ मामला
दरअसल, अंबाला का यह मामला एक प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार, एक किरायेदार ने वकीलों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया था। वकीलों ने कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई करते हुए प्रॉपर्टी खाली करवा ली। इसके बाद किरायेदारों ने सिफारिश लगवाकर दोनों एडवोकेट्स पर एफआईआर दर्ज करवा दी। वकीलों का आरोप है कि यह एफआईआर पूरी तरह झूठी है और इसी का विरोध किया जा रहा है। 15 दिन में तीसरी बार वर्क सस्पेंड
प्रधान सुरजीत ने बताया कि पिछले 15 दिनों में यह तीसरी बार है जब वर्क सस्पेंड करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जहां पुलिस ने अवैध तरीके से एक वकील को हिरासत में लिया था। उस दौरान जब साथी एडवोकेट्स पक्ष रखने पहुंचे तो उनके साथ भी बदसलूकी की गई थी। बाद में जब पूरे हरियाणा में वर्क सस्पेंड किया गया तो उसका असर देखने को मिला और 6 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई।


