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करनाल में हत्याकांड का तीसरा आरोपी गिरफ्तार:9 दिन पहले किया था मर्डर, दो पहले ही पकडे़ जा चुके

करनाल में पुरानी रंजिश के चलते हुई हत्या में शामिल तीसरे आरोपी को भी असंध थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस अब आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है ताकि वारदात में शामिल अन्य साथियों का भी पता लगाया जा सके। बता दें कि, बीती 20 अगस्त को असंध क्षेत्र के गांव उपलाना में सुमेर चंद की हत्या कर दी गई थी। हत्या की वारदात में कई लोग शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें शीशपाल और सोनू शामिल हैं। दोनों को अदालत में पेश कर चार दिन का पुलिस रिमांड लिया गया था। पूछताछ के बाद रिमांड अवधि पूरी होने पर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। तीसरा आरोपी बारी क्षेत्र से पकड़ा गया अब असंध पुलिस की टीम ने थाना प्रबंधक निरीक्षक नसीब सिंह की अगुवाई में तीसरे आरोपी मोनू निवासी गांव उपलाना, करनाल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बारी के इलाके से दबोचा गया। इसके बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से दो दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया गया। जांच जारी, अन्य साथियों की तलाश : थाना प्रबंधक थाना प्रबंधक नसीब सिंह ने बताया कि आरोपी मोनू से गहनता से पूछताछ की जाएगी। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान आरोपी से वारदात में शामिल अन्य साथियों के बारे में अहम सुराग मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हत्या की इस वारदात के हर पहलू की जांच की जा रही है और जल्द ही पूरी साजिश का खुलासा कर दिया जाएगा।

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करनाल में कारोबारी से मांगी रंगदारी: कॉल पर बदमाश बोले-दो करोड़ रुपये दे दे बंसल, तेरा बेटा मेरी रडार पर है…

दो करोड़ रुपये दे दे बंसल, तेरा बेटा मेरी रडार पर है… कुछ इस तरह के मैसेज व्हाट्सएप पर भेजकर सेक्टर-13 निवासी कारोबारी पुरषोतम बंसल से रंगदारी मांगी गई।

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करनाल नहर से नग्न हालत में मिला युवक का शव:20 अगस्त से था यमुनानगर से लापता, 3 बहनों का था इकलौता भाई

करनाल में शनिवार को पश्चिमी यमुना नहर से एक युवक का शव नग्न हालत में मिला। शव को बाहर निकालने में गोताखोरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, क्योंकि नहर में पानी का बहाव तेज था और जिस जगह शव फंसा हुआ था, वहां खतरनाक झाल भी बनी हुई थी। गोताखोरों ने बड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। गांव जुब्बल निवासी था मृतक अंकुश शव की पहचान यमुनानगर जिले के जुब्बल गांव निवासी 18 वर्षीय अंकुश के रूप में हुई है। अंकुश भेड़-बकरी का काम करता था और बीते 20 अगस्त से लापता था। उस दिन नहर किनारे उसकी साइकिल और चप्पल मिली थी। इसके बाद परिजनों ने यमुनानगर पुलिस को शिकायत दी थी और नहर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। तीन बहनों का था इकलौता भाई शिनाख्त के लिए दोपहर बाद पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने बताया कि अंकुश तीन बहनों को इकलौता भाई था। परिवार के जिम्मेवारी उसी के कंधो पर थी। अंकुश 20 अगस्त से घर से लापता था उसकी चप्पल नहर किनारे परिवार को बादमाद हुई थी। वहीं परिवार के शिनाख्त के करने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया। रस्सा छोटा पड़ने से रोका रेस्क्यू ऑपरेशन गोताखोर कर्ण ने बताया कि शव जिस जगह फंसा हुआ था, वहां तक पहुंचना बेहद मुश्किल था। नहर में पानी का बहाव तेज था और झाल के कारण जान का खतरा बना हुआ था। हमारे पास जो रस्सा था, वह छोटा पड़ गया, जिससे शव तक पहुंचने में परेशानी आई। बाद में बड़ा रस्सा मंगवाया गया और उसकी मदद से शव को खींचकर किनारे लाने का प्रयास किया गया। पूरी प्रक्रिया के दौरान हादसे की आशंका भी बनी रही, इसलिए सावधानी के साथ काम किया गया। परिजनों की मौजूदगी में हुई शिनाख्त जांच अधिकारी राजेंद्र ने बताया कि नहर में शव की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और गोताखोरों की टीम को बुलाया गया। दोपहर को परिजनों ने अंकुश की शिनाख्त कर ली थी। जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल पुलिस इस मामले मे हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है।

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करनाल के गांव में युवक की हत्या:खेतों में मिला शव, सिर और पैरों पर रॉड से किए वार, आरोपी मौके से फरार

करनाल जिले के गांव मोर माजरा के खेतों में शुक्रवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। मृतक के सिर और पैरों पर रॉड जैसी भारी चीज से वार किया गया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। हत्या के आरोप गांव के ही पड़ोसियों पर लगे हैं। दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, उसी के कारण झगड़ा हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस करनाल भेज दिया। शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भतीजे ने देखी वारदात, मौके से भागा आरोपी मृतक के भतीजे अमरजीत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि, शुक्रवार दोपहर जब वह खेतों की ओर जा रहा था, तो उसने अपने पड़ोसी विक्रम के खेत में ट्यूबवेल के कमरे के बाहर चाचा दल सिंह के ऊपर आरोपी मोहित उर्फ मोलड़ को हमला करते देखा। मोहित हाथ में रॉड लिए हुए था और दलसिंह के सिर व पैरों पर वार कर रहा था। अमरजीत ने बताया कि जब उसने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपी मौके से भाग गया। वहीं विक्रम भी अचेत हालत में जमीन पर पड़ा मिला, उसके सिर पर भी चोट लगी थी। अमरजीत ने बताया कि वारदात के समय गांव का चौकीदार महिपाल भी मौजूद था और उसने पूरी घटना अपनी आंखों से देखी। गंभीर रूप से घायल दलसिंह को पहले गांव के एक डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने कोई इलाज नहीं किया। इसके बाद घायल को बल्ला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने करनाल रेफर कर दिया। करनाल अस्पताल पहुंचते ही दल सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया मृतक दलसिंह के परिवार में दो बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का और एक लड़की है। परिवार पर अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। भतीजे अमरजीत ने आरोप लगाया कि चाचा की मौत पूरी तरह से मोहित उर्फ मोलड़ द्वारा की गई हिंसक वारदात के कारण हुई है। उसने मांग की है कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी की तलाश जारी डीएसपी गोरख पाल ने बताया कि मोर माजरा गांव में दलसिंह की मौत का मामला सामने आया है। भतीजे अमरजीत की शिकायत पर आरोपी मोहित उर्फ मोलड़ के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा और आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव में जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि फरार आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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सोनीपत और करनाल में 'आइ लव माई विलेज' बोर्ड घोटाला:वाटर कूलर खरीद में गड़बड़ी, सीएम फ्लाइंग जांच शुरू; बीडीपीओ रिपोर्ट नहीं दे रहे

हरियाणा में गांवों की पहचान और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। सोनीपत और करनाल में गांवों के बाहर लगाए जाने वाले “आइ लव माई विलेज” साइन बोर्ड और वाटर कूलर खरीद-स्थापना को लेकर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच सीएम फ्लाइंग को सौंपी गई है। लेकिन जांच में सहयोग के लिए मांगी गई रिपोर्ट बीडीपीओ स्तर से अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिससे शक और गहराता जा रहा है। गांवों में साइन बोर्ड और वाटर कूलर खरीद पर गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद चंडीगढ़ मुख्यालय स्तर से मामले की जांच फ्लाइंग को सौंप दी गई। टीम ने सोनीपत के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (डीडीपीओ) को लेटर लिखकर खरीद प्रक्रिया से जुड़े नियम, बिल और अन्य दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां मांगी हैं। बीडीपीओ ने नहीं भेजी रिपोर्ट डीडीपीओ ने 30 जुलाई को सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों (गन्नौर, मुरथल, राई, खरखौदा, सोनीपत, गोहाना, मुंडलाना और कथूरा) को लेटर लिखकर चार अगस्त तक रिपोर्ट उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे। लेकिन अब तक किसी भी बीडीपीओ ने रिपोर्ट नहीं भेजी। अधिकारी मान रहे हैं कि रिपोर्ट पर कुंडली मारकर बैठना घोटाले को दबाने की कोशिश है। जिले में जांच-पड़ताल करने पर आइ लव माई विलेज बोर्ड अधिकांश गांवों में नजर ही नहीं आते। गन्नौर ब्लॉक के गांव बेगा में एक बोर्ड दिखा, जबकि बजाना गांव में सीमेंटेड दीवार पर लिखा गया है। बाकी स्थानों पर यह काम सिर्फ कागजों में पूरा दिखाया गया और फर्जी बिल लगाकर भुगतान ले लिया गया होने के आरोप हैं। रिपोर्ट में मांगी गई जानकारी सीएम फ्लाइंग ने स्पष्ट किया है कि 2021 से 2025 तक कितने गांवों में बोर्ड लगाए गए, प्रति बोर्ड कितनी राशि खर्च हुई, कितने वाटर कूलर खरीदे गए और किस दर से लगाए गए—इसकी पूरी जानकारी चाहिए। इसके साथ ही खरीद की नियमावली और बिलों की सत्यापित प्रतियां भी मांगी गई हैं। डीडीपीओ कार्यवाहक ललिता वर्मा ने बताया कि बीडीपीओ से रिपोर्ट मांगी गई थी लेकिन अब तक नहीं मिली। दोबारा रिमाइंडर भेजा गया है और जल्द ही जानकारी नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

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