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कैथल में सड़क हादसे में मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत:शहर से जा रहा था घर, पांच माह पहले हुई शादी

कैथल के गांव नरड़ के पास अज्ञात कार ड्राइवर ने मोटरसाइकिल पर जा रहे एक युवक को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव करोड़ा के रहने वाले 26 वर्षीय मनोज के रूप में हुई है। इस संबंध में युवक के परिजनों ने तितरम थाना में शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात कार ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। भाई ने दी शिकायत मनोज के भाई अशोक ने तितरम थाना में दी शिकायत में बताया कि उसका भाई मोटरसाइकिल मैकेनिक का काम करता है। रोजाना की तरह वह सुबह अपने काम से कैथल में अपनी दुकान पर आया हुआ था। जब शाम को काम निपटाने के बाद वह मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव वापस जा रहा था और गांव नरड़ सेगा के पास पहुंचा तो अज्ञात कार ड्राइवर ने तेजगति व लापरवाही से वाहन चलाते हुए उसके भाई को टक्कर मार दी। डॉक्टरों ने बताया मृत इस हादसे में उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने उन्हें फोन कर हादसे के बारे में बताया। वे उसे इलाज के लिए नागरिक अस्पताल कैथल में लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत करार दे दिया। परिजनाें ने बताया कि मनोज की करीब 5 महीने पहले शादी हुई थी। अभी उसका कोई बच्चा नहीं है। तितरम थाना एसएचओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत आई है। पुलिस ने परिजनाें के बयान दर्ज कर अज्ञात कार ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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हरियाणा में रोडवेज बस पर हमला: कार सवारों ने बरसाए पत्थर, यात्री हुए घायल, जींद से चंड़ीगढ़ जा रही थी बस

हरियाणा के जींद में बुधवार सुबह शरारती तत्वों ने सवारियों से भरी रोडवेज की बस पर हमला कर दिया। आरोपी कार में सवार थे।

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जींद से चंडीगढ़ जा रही रोडवेज बस पर पथराव:गाड़ी सवार युवकों ने किया पीछा, सवारियों से भरी बस पर फेंकी ईंट, बाल-बाल बचे यात्री

हरियाणा के जींद से चंडीगढ़ जा रही रोडवेज की बस पर गाड़ी सवार कुछ युवकों ने पथराव किया। इसमें एक ईंट बस के शीशे पर भी जा लगी और यात्री बाल-बाल बच गए। काफी दूर तक रोडवेज बस का पीछा भी किया और ड्राइवर-कंडक्टर को गंदी गालियां दी। रोडवेज बस को रोकने पर गाड़ी सवार युवक वहां से भाग गए। घटना के समय बस में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। इसके बाद सवारियों को दूसरी बस में बैठा कर रवाना कर दिया गया और बस को सिविल लाइन पुलिस थाना में ले जाया गया। जानकारी के अनुसार सुबह 9 बजे के करीब हरियाणा रोडवेज के जींद डिपो की बस चंडीगढ़ के लिए निकली थी। बस अड्डे से निकलते ही

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दादरी में कार-बाइक की टक्कर में महेंद्रगढ़ निवासी की मौत:फ्लाइओवर पर हुआ हादसा, बहन के घर जा रहा था

चरखी दादरी में ढाणी फाटक फ्लाइओवर पर कार व बाइक की टक्कर में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। सूचना मिलने पर सिटी थाना पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और परिजनों के बयान दर्ज किए। बुधवार को दादरी सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ जिले के डैरोली जाट निवासी 30 वर्षीय पंकज के रूप में हुई है। फ्लाईओवर पर कार ने मारी टक्कर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पंकज ट्रक ड्राइवरी का काम करता था। वह बीती देर रात को समसपुर से अपनी बहन के ससुराल घसौला जा रहा था। उसी दौरान ढाणी फाटक ओवरब्रिज पर एक कार ने टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में कार व बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। कार चलने के हालात में ना होने के कारण कार ड्राइवर कार को मौके पर छोड़कर वहां से चला गया। इसी दौरान सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को चरखी दादरी सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवाया। जहां कागजी कार्रवाई कर शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। माता-पिता की हो चुकी मौत पंकज अविवाहित था। उसकी एक बहन ऋतु है जिसकी शादी दादरी जिले के घसौला गांव में हुई है। वह उसी के पास जा रहा था। उसके माता-पिता की पहले मौत हो चुकी है। ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज शव का पोस्टमॉर्टम करवाने सिविल अस्पताल पहुंचे जांच अधिकारी एएसआई कुलदीप ने बताया कि मृतक पंकज की बहन ऋतु के बयान दर्ज किए गए है। जिसके आधार पर बाइक को टक्कर मारने वाले कार ड्राइवर बृजपाल के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।

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गुरुग्राम में ड्रोन के डर से जागकर काटी रात:काले रंग की स्कोर्पियो में बैठकर उड़ाए जा रहे ड्रोन, लोगों को देखकर भागे

गुरुग्राम के जोनियावास और आसपास के गांवों में पिछले कुछ दिनों से रहस्यमयी ड्रोन की गतिविधियों ने ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। मंगलवार रात को एक बार फिर भारी-भरकम ड्रोन आसमान में देखे गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को सूचना दी। हालांकि, पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाने का फैसला किया। ग्रामीणों ने बाइकों पर ड्रोन का पीछा किया तो दो किमी दूर बिना नंबर प्लेट के खड़ी काले रंग की स्कार्पियो में कुछ संदिग्ध लोग इन ड्रोन को उड़ाते मिले। जो ग्रामीणों को देखकर अपने ड्रोन लेकर भाग गए। मौके पर पुलिस भी बुलाई गई, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आए। निगरानी, चोरी या दूसरे अपराध के लिए इस्तेमाल का शक इस घटना ने ग्रामीणों के संदेह को और पुख्ता कर दिया कि ये ड्रोन किसी आपराधिक गतिविधि जैसे निगरानी, चोरी या अन्य अपराध के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि ये ड्रोन किसी घर या व्यक्ति पर गिर गए तो बड़ा हादसा हो सकता है। इस डर से गांव के लोग रात-रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। ग्रामीणों ने अब अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और युवाओं की टीमें बनाकर रात में गश्त करने का फैसला किया है। लोगों की सुरक्षा खतरे में जोनियावास के निवासी एडवोकेट सुमेर यादव ने बताया कि ये ड्रोन निचली ऊंचाई पर उड़ते हैं और इनके साथ लाल व हरी रोशनी देखी गई है। इन ड्रोन का आकार और वजन इतना अधिक है कि ये किसी व्यक्ति को आसानी से उठा सकते हैं, जिसके कारण ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि हमारी सुरक्षा खतरे में है। ये ड्रोन कौन उड़ा रहा है और इनका मकसद क्या है, यह जानना जरूरी है। पुलिस की निष्क्रियता से ग्रामीणों में रोष एक महिला ने बताया कि हमने कई बार पुलिस को सूचित किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब हमें खुद ही अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करनी होगी। प्रशासन इस मामले की गंभीरता को समझे और ड्रोन उड़ाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। ग्रामीणों का कहना है कि ड्रोन का अनधिकृत उपयोग एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए कड़े नियमों की आवश्यकता है। जोनियावास और आसपास के गांवों में यह स्थिति तब तक तनावपूर्ण बनी रहेगी, जब तक ड्रोन की गतिविधियों का सटीक कारण और उनके ऑपरेटरों की पहचान नहीं हो जाती। ये है मामला दरअसल पिछले एक सप्ताह से फर्रुखनगर के गांव जोनियावास और आसपास के आधा दर्जन गांवों में भारी भरकम ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। पहले तो ग्रामीणों ने इसे सामान्य तरीके से लिया। लेकिन रविवार रात से लोगों में डर बनने लगा। ये ड्रोन इतने भारी हैं कि अगर किसी के घर पर गिर जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीण को डर सता है कि इनसे कोई आपराधिक वारदातें की जा रही है, जिसमें चोरी या निगरानी हो सकती है। पुलिस मौके पर पहुंची इस संबंध में फर्रुखनगर थाना प्रभारी संतोष का कहना है कि मंगलवार रात काे भी पीसीआर भेजी गई थी। ड्रोन उड़ाने वालों की तलाश की जा रही है। अभी तक कोई आपराधिक घटना इन ड्रोन से नहीं की गई है। हम जल्द उन्हें पकड़ लेंगे।

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फतेहाबाद में सड़क से नीचे उतरी प्राइवेट बस:बाल-बाल बची 25 सवारियां, जयपुर से अमृतसर जा रहे थे; टूटी सड़क से हुआ हादसा

फतेहाबाद के हांसपुर रोड पर जयपुर से आई प्राइवेट स्लीपर बस सड़क से नीचे उतरकर पेड़ से टकरा गई। इससे बस क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, बस में सवार 25 सवारियां बाल-बाल बच गई। हादसा सड़क टूटने से हुए गड्‌ढों के कारण हुआ। बाद में आसपास के लोगों की मदद से सवारियों को बस से बाहर निकाल कर दूसरी बस से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। बस जयपुर से अमृतसर जा रही थी। जानकारी के अनुसार, नीरज ट्रेवल्स की प्राइवेट एसी स्लीपर बस का ड्राइवर बिल्लू व कंडक्टर राजेश कुमार शुक्रवार शाम को जयपुर से सवारियों को लेकर अमृतसर के लिए रवाना हुए थे। वह सुबह करीब 3 बजे फतेहाबाद शहर पार करके हांसपुर रोड से हाेते हुए अमृतसर की ओर रवाना हुआ था। गांव बहबलपुर से करीब आधा किलोमीटर पहले सड़क में बने गड्‌ढों के कारण अंधेरे में बस अनियंत्रित हो गई। अनियंत्रित बस सड़क से नीचे उतर गई और धान के खेत में पेड़ से टकरा गई। इससे बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बस के अगले हिस्से में ड्राइवर बिल्लू व उसका सहयोगी राजेश कुमार थे जबकि सवारियां पीछे के हिस्से में लगी सीटों पर बैठी हुई थी। ड्राइवर, उसका सहयोगी व सवारियां सभी बाल-बाल बच गए। दूसरी बस से सवारियां अमृतसर भेजी ड्राइवर के सहयोगी राजेश कुमार ने बताया कि इस हादसे के बाद दूसरी बस से सवारियों को अमृतसर के लिए रवाना किया गया है। वहीं, बीमा कंपनी के कर्मचारियों के आने के इंतजार में वह यहां रुक गए हैं। इसके बाद बस को क्रेन मंगवा कर खेत से बाहर निकाल कर मरम्मत के लिए भेजा जाएगा। रोजाना चलती है बस कंडक्टर राजेश कुमार ने बताया कि उनकी फर्म की ओर से रोजाना जयपुर से अमृतसर चलती है। नाइट सर्विस ही रहती है। जयपुर से शाम के समय चलकर अगले दिन सुबह 8 बजे के आसपास अमृतसर पहुंचते हैं। फिर शाम को अमृतसर से जयपुर के लिए सवारियां लेकर आते हैं। कुछ समय पहले ही बनी थी सड़क गांव बहबलपुर निवासी रमेश कुमार, सुखदेव सिंह, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि यह सड़क कुछ समय पहले ही बनी थी। मगर इस नई सड़क पर अभी से ही गड्‌ढे पड़ गए हैं। इन गड्‌ढों के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। पिछले दिनों ही एक ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया था। सूचना

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मनीषा मौत मामला: CBI ने तीसरे दिन भी डाले रखा डेरा, अब तक नहीं की किसी से पूछताछ, ऐसे जोड़ी जा रही मौत की कड़ी

चर्चित मनीषा मौत मामले में दिल्ली से आई सीबीआई की छह सदस्यीय टीम लगातार तीसरे दिन भी भिवानी के लोक निर्माण विश्रामगृह में डेरा डाल जांच में जुटी रही।

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रेवाड़ी में फाइनेंसर की गोली मारकर हत्या करने वाला गिरफ्तार:6 लाख कैश लेकर जा रहा था, बदमाशों ने रास्ता रोककर लूट की

रेवाड़ी पुलिस ने शुक्रवार को फाइनेंसर की हत्या और लूट के मामले में दो साल से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सीआईए धारूहेड़ा टीम ने की है। आरोपी बलजीत राजस्थान के जिला डींग के गांव जोलशत्रुदिन गढ़ी का रहने वाला है। इस मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के अनुसार घटना 18 सितंबर 2023 की है। गांव संगवाड़ी निवासी विशाल शर्मा रेवाड़ी के सेक्टर-3 में एक फाइनेंस कंपनी के लिए कैश कलेक्शन करने गया था। कॉम्प्लेक्स की पिछली गली में पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उसे घेर लिया। विशाल के पास 6 लाख रुपए की नकदी थी। जब उसने कैश का बैग नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने उसकी छाती में गोली मार दी। इलाज के दौरान हुई थी मौत बदमाश कैश लेकर फरार हो गए। विशाल की गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने थाना मॉडल टाउन में लूट, हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले में कुलदीप उर्फ ताका, बलदेव सिंह, सतनाम सिंह उर्फ टीटू, चरण सिंह उर्फ चरणी, सलीम, महताब और इमरान को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों से 2 मोबाइल फोन, एक बाइक, एक देसी पिस्टल, एक जिंदा राउंड और 4 लाख 71 हजार रुपए बरामद किए गए थे। अब पकड़े गए आरोपी बलजीत को पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है।

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हरियाणा में बेटे की चाहत में विदेश जा रहे दंपत्ति:नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड में करा रहे लिंग जांच; सरकार के पास इनपुट, 9 जिलों पर STF की नजर

हरियाणा में सरकार की सख्ती से लिंग जांच गिरोह पड़ोसी राज्यों के बजाए विदेशी धरती पर सक्रिय हो गया है। बेटे की चाहत में प्रदेश की महिलाएं नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड जाकर लिंग जांच करा रही हैं। इसकी वजह और कोई नहीं, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पड़ोसी राज्यों पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में लिंग जांच करने वाले सेंटरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। विदेशी धरती में लिंग जांच के लिए हरियाणा के लोगों की सबसे पसंदीदा जगह नेपाल हो गई है। सरकार के पास इसका इनपुट है, लेकिन विदेश में जाकर इस पर कार्रवाई करने में वह सक्षम नहीं है। एक से डेढ़ लाख ले रहा गिरोह सूत्रों की माने तो नजदीक और सस्ता होने के कारण लोग ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से होकर नेपाल के पोखरा जा रहे हैं। यहां 5 हजार रुपए में लिंग जांच किया जा रहा है। जबकि लिंग जांच के नाम पर गिरोह के सदस्य एक से डेढ़ लाख रुपए की वसूली कर रहे हैं। श्रीलंका और थाईलैंड तक ले जाने के लिए लिंग जांच गिरोह दंपत्तियों से 30 हजार से तीन लाख रुपए तक ले रहे हैं। STF ने नौ जिलों पर नजर रखनी शुरू की विदेशी धरती पर लिंग जांच से परेशान अब स्वास्थ्य विभाग ने गर्भपात कराने पर नजर रखनी शुरू कर दी है। लिंगानुपात सुधार के लिए बनाई गई स्टेट टॉस्क फोर्स को अब 12 सप्ताह से अधिक वाली गर्भवती महिलाओं पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग को आशंका है कि विदेशों से लिंग जांच कराने के बाद प्रदेश के कई जिलों में गर्भपात का काम किया जा रहा है। 13 से 18 सप्ताह में लिंग जांच, 20 सप्ताह तक गर्भपात स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गर्भ धारण के 13 से 18 सप्ताह के बीच लिंग जांच की जाती है। जबकि सामान्य तौर से गर्भ धारण के 20 सप्ताह तक गर्भपात किया जाता है। एम.टी.पी. संशोधन कानून 2021 के तहत 12 से 20 सप्ताह तक गर्भपात के लिए एक स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा 20 से 24 सप्ताह तक गर्भपात के लिए दो महिला डाक्टरों की संस्तुति जरूरी है। इस एक्ट में महिलाओं को गर्भपात कराने के अधिकार तो दिए गए हैं लेकिन उन्हें गर्भपात के लिए लिखित कारण बताना होता है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग के समक्ष गर्भपात को रोक पाना किसी चुनौती से कम नहीं है। गर्भपात के हुए 125 मामले दर्ज हरियाणा में अवैध गर्भपात के मामले में स्टेट टास्क फोर्स की 9 जिलों पर खास नजर है। विभाग को आशंका है कि विदेशी धरती पर लिंग जांच होने से प्रदेश में गर्भपात के मामले तेजी से बढ़ेंगे। बताया गया कि अब तक 9 जिलों में गर्भपात के करीब 125 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें सिरसा, सोनीपत, हिसार, करनाल, अंबाला, चरखी दादरी, भिवानी और पलवल जिले मुख्य हैं। इन जिलों के अधिकारियों को टास्क फोर्स की पिछली बैठक में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने फटकार लगाई थी। उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि एमटीपी किट बेचने वाले होलसेलर्स तथा एमटीपी सेंटर्स की मॉनिटरिंग की जाए। इंस्पेक्शन के दौरान अगर यह पाया जाता है कि जिस भू्रण का गर्भपात किया गया है वह भ्रूण लडक़ी का था तो उस गर्भपात से संबंधित अल्ट्रासॉउन्ड की जांच की जाए। इस मामले में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं। गर्भवती महिलाओं की हो रही मानीटरिंग टास्क फोर्स की बैठक में विभाग के एसीएस ने मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी (MTP) किट की बिक्री तथा गर्भवती महिलाओं की मानीटरिंग के लिए आयुष विभाग के डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है। कहा गया है कि वे अवैध रूप से बिकने वाली एमटीपी किट के मामले में नजर रखें। आयुष डॉक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि कि वे अपने आस-पास के चार-चार गांवों में ध्यान रखें कि 12 सप्ताह से अधिक समय के गर्भ वाली कोई गर्भवती महिला अवैध रूप से गर्भपात न करवा लें। अगस्त महीने में 907 तक पहुंचा पिछले 10 वर्षों से लिंगानुपात में सुधार के लिए प्रयासरत भाजपा सरकार को अच्छी कामयाबी मिली है। 22 जनवरी 2015 में पानीपत की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के बाद से सरकार लगातार सख्ती बरत रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में लिंगानुपात सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाया गया था जो अब सैनी सरकार में पूरी रफ्तार पकड़ चुका है। पिछले वर्ष 31 अगस्त को जहां लिंगानुपात 901 था तो वहीं इस वर्ष 31 अगस्त 2025 को लिंगानुपात 907 रहा है।

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