करनाल जिले के घरौंडा शहर से लापता हुई युवती के कोर्ट मैरिज मामले में विवाद गहरा गया। करीब एक माह पहले युवती ने अपनी मर्जी से शादी कर ली। सोमवार को पुलिस ने लड़का और लड़की दोनों को बरामद कर थाने में बुलाया, जहां पुलिस ने लड़का पक्ष और लड़की पक्ष दोनों को भी थाने में बुला लिया, जहां लड़का और लड़की दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और तनातनी की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने बीच-बचाव कर दोनों को शांत कर घर भेज दिया। वहीं लड़के की बहन ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और एसपी करनाल से न्याय की गुहार लगाई। वहीं पुलिस ने आरोपों को निराधार बताया और लड़की को कोर्ट में पेश किया, जहां लड़की ने अपने ब्यान दर्ज करवाए और लड़के के साथ रहने की बात कही। दो सप्ताह बाद बरामद हुए लड़का-लड़की जानकारी के अनुसार, करीब 20 दिन पहले घरौंडा के एक व्यक्ति ने थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आठ सितंबर को पुलिस ने लड़का और लड़की को बरामद कर लिया। दोनों के परिजनों को घरौंडा थाने बुलाया गया। यहीं पर दोनों परिवारों के बीच कहासुनी और तनातनी हो गई। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे को देखकर आक्रामक हो गए थे, जिन्हें समझाकर शांत किया गया। आरोप-गर्भवती होने के बावजूद मारपीट तनातनी के बाद लड़के की बहन सीधे एसपी ऑफिस करनाल पहुंची। उसने आरोप लगाया कि वह छह माह की गर्भवती है, फिर भी थाने में उसके साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। यहां तक कि गंदी-गंदी गालियां भी दी गई। उसने बताया कि वह और उसका पति पुलिस का सहयोग कर रहे थे और उन्होंने ही लड़के को पुलिस के सामने पेश किया था। बावजूद इसके उनके साथ मारपीट की गई। बहन ने कहा कि उसका भाई और युवती अपनी मर्जी से साथ गए थे और करीब एक माह पहले कोर्ट मैरिज कर चुके हैं, लेकिन पुलिस लगातार उन्हें थाने बुला-बुलाकर परेशान कर रही थी। डीएसपी ऑफिस से थाने ले जाने पर बढ़ा विवाद लड़के की बहन ने बताया कि सात सितंबर की शाम को जब भाई और लड़की वापस आए, तो उन्होंने उन्हें डीएसपी ऑफिस घरौंडा में पेश किया। वहां से पुलिस ने कहा कि औपचारिकता पूरी करनी है और उन्हें थाने ले गई। बहन का आरोप है कि यहीं पर पुलिस और लड़की पक्ष की महिलाओं ने उनके साथ हाथापाई की और गालियां दीं। उसने एसपी से कार्रवाई की मांग की है। एसएचओ ने आरोपों को बताया निराधार घरौंडा थाना प्रभारी दीपक कुमार ने कहा कि 18 वर्षीय लड़की अपनी मर्जी से घर से चली गई थी और गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी। अब लड़की और लड़का दोनों बरामद हो चुके हैं। लड़की ने साफ कहा है कि उसने अपनी मर्जी से शादी की है। एसएचओ ने कहा कि थाने में दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए थे और गुस्से में बहस हुई थी। पुलिस ने सिर्फ बीच-बचाव किया और दोनों परिवारों को घर भेज दिया। कोर्ट में बयान-लड़के के साथ रहना चाहती हूं घरौंडा डीएसपी मनोज कुमार ने बताया कि लड़के की बहन दोनों को अपने साथ ले जाना चाहती थी, लेकिन जांच अधिकारी ने उसे समझाया कि लड़की के कोर्ट में बयान दर्ज होंगे, उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। इसी बात पर वह आक्रामक हो गई और माहौल बिगड़ गया। पुलिस ने समझाकर मामले को शांत कराया। बाद में लड़की को वन स्टॉप सेंटर और लड़के को घर भेजा गया। मंगलवार को लड़की को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसने अपने बयान दर्ज कराए और कहा कि वह लड़के के साथ रहना चाहती है।