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अमेरिका में 15 दिन बाद हुआ अमित का अंतिम संस्कार:पुलिस ने DNA मैच के बाद परिजनों को सौंपे अवशेष, भाई ने दी मुखाग्नि

अमेरिका ट्रक हादसे में जिंदा जले पानीपत के युवक का 15 दिन बाद अमेरिका के कैलिफोर्निया में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार किया गया। चूंकि मृतक पूरी तरह से जल चुका था, इसलिए डीएनए मैच होने के बाद पुलिस ने मृतक के अवशेष परिजनों को सौपें और सख्त हिदायत दी कि कोई भी व्यक्ति या परिजन अवशेषों को खोलकर न देखें। पुलिस की हिदायतों का पालन करते हुए कैलिफोर्निया के शिवपुरी में अमेरिकी समय अनुसार साढ़े 11 बजे दाह संस्कार किया गया। मृतक के भाई ने मुखाग्नि दी। अमेरिका में रह रहे हरियाणा के सैकड़ों युवा अंतिम यात्रा में शामिल हुए और मृतक को अंतिम विदाई दी। अब रविवार को गांव कुराना में रस्म क्रिया होगी। अमेरिका से मृतक की अस्थियां भारत लाई जाएगी, जिसके बाद हरिद्वार में उन अस्थियों को प्रवाहित किया जाएगा और मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी। अब पूरी घटना के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… हादसा सुबह साढ़े 9 बजे हुआ: बीती 11 सितंबर को अमेरिका में कुराना पानीपत के 24 वर्षीय युवक अमित की अमेरिका में एक्सीडेंट के दौरान मौत हो गई थी। युवक ट्रक में ही जिंदा जल गया था। मृतक का परिवार पिछले 20 सालों से करनाल में रह रहा था। यह हादसा 11 सितंबर की सुबह करीब 9:30 बजे अर्कान्सास स्टेट में आई-40 हाईवे के एग्जिट 166 पर हुआ। हादसे के समय अमित ट्रक खाली करके लौट रहा था। वह फ्यूल पंप से डीजल भरवाकर जैसे ही निकला, तभी एक लोडेड ट्रक ने उसके ट्रक को दाहिनी ओर से टक्कर मार दी। डीजल टैंक में धमाका हुआ टक्कर इतनी जोरदार थी कि अमित का ट्रक सड़क किनारे पेड़ों से जा टकराया और उसी दौरान कैबिन के पास वाले डीजल टैंक में धमाका हो गया। कुछ ही देर में पीछे का टैंक भी फट गया और ट्रक आग के गोले में तब्दील हो गया। अमित जिंदा ही आग की लपटों में घिर गया और बाहर नहीं निकल पाया। बचपन में पिता का निधन मामा हरपाल सिंह ने बताया कि अमित और अंकित के पिता कृष्ण कुमार की बहुत साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनकी मां ने दोनों को पाल-पोसकर बड़ा किया। वैसे तो उनका परिवार मूल रूप से पानीपत के कुराना गांव का रहने वाला है, लेकिन 20 साल पहले उनका परिवार करनाल की नई अनाज मंडी के पास आकर रहने लगा था। भाई के बाद 2023 में अमेरिका गया मामा ने आगे बताया कि 2016 में अंकित डंकी रूट से अमेरिका गया। इसके बाद अमित भी वहां जाने की जिद करने लगा। इसके लिए परिवार ने 60 लाख रुपए खर्च किए। 2023 में अमित भी डंकी रूट से अमेरिका पहुंच गया। उसे वहां पहुंचने में 7 महीने लगे। वहां जाकर उसने पहले एक स्टोर में काम किया और फिर ट्रक ड्राइवर बन गया। मौत से 15 मिनट पहले भाई से की थी बात हादसे से महज 15 मिनट पहले ही अमित ने अपने भाई अंकित से फोन पर बात की थी। अमित ने बताया था कि वह ट्रक खाली करके लौट रहा है और उसने डीजल भरवा लिया है। बातचीत सामान्य थी और किसी को भी अंदाजा नहीं था कि यह अमित की आखिरी कॉल होगी। करीब 9:30 बजे उसका ट्रक हादसे का शिकार हो गया और वह जिंदा जल गया। पुलिस ने जले हुए शरीर के अवशेषों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। शव के अवशेष सौंपे और कहा देखना मत मृतक के मामा हरपाल ने बताया कि पुलिस ने शव सौपने से पहले अमित के भाई अंकित का डीएनए सैंपल लिया और इस डीएनए को मृतक के डीएनए से मैच किया। पुष्टि होने के बाद मृतक के शव के कुछ अवशेष परिजनों को सौपें गए। एक अवशेष एक कपड़े में लिपटे हुए थे, जिनको ताबूत के माध्यम से कैलिफोर्निया लाया गया। पुलिस ने सख्त हिदायत दी थी कि शव के अवशेषों को खोलकर न देखें। नियमों का पालन किया गया और हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार किया। अमेरिका से आई वीडियो देखकर ही मां ने अंतिम संस्कार देखा। मां का रो रोकर बुरा हाल है, वह अंतिम समय में अपने बेटे का चेहरा भी नहीं देख पाई। अब अमित की अस्थियां अमेरिका से मंगवाई जाएगी ताकि हरिद्वार में उनको प्रवाहित किया जा सके।

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जीटी पर ट्रक ड्राइवर ने पेड़ से लगाया फंदा:कुरुक्षेत्र ग्रीन बेल्ट में लटका मिला, भाई के शादी नहीं करने से था परेशान

कुरुक्षेत्र में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-44 (जीटी रोड) के पास एक युवक ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सेक्टर-2 की ग्रीन बेल्ट में पेड़ पर चुन्नी के साथ उसका शव लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया और कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान 30 साल के शिव कुमार निवासी पिपली के रूप में हई। शिव कुमार ट्रक ड्राइवर था। शिव कुमार अपने पीछे पत्नी सोनम तीन बच्चे बेटा सत्यम, बेटी कृति और जूही को छोड़ गया। शिव कुमार मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के तपसी परसोना गांव का रहने वाला था। भाई के शादी नहीं करने से था परेशान ओमप्रकाश यादव ने बयान में खुलासा किया कि उसके सबसे छोटे भाई बीरबल की शादी से इनकार करने की जिद ने शिव को मानसिक रूप से तोड़ दिया था। इस वजह से शिव कुमार लगातार तनाव में जी रहा था। उसने शराब पीना भी शुरू कर दिया था। इससे परेशान होकर उसने कल सुबह उसने पेड़ से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। इत्तफाकिया रिपोर्ट दर्ज की थाना सदर थानेसर के जांच अधिकारी ASI नरेश कुमार ने बताया कि मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट या संदिग्ध डॉक्यूमेंट नहीं मिला है। उसके भाई ओम प्रकाश के बयान पर इत्तफाकिया रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।

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पुलिस के पहरे में हुआ शूटर का अंतिम संस्कार:कुरुक्षेत्र में छोटे भाई ने मुखाग्नि दी; नहीं बनाने दी वीडियो-फोटो, यमुनानगर में एनकाउंटर

कुरुक्षेत्र के लाडवा में नोनी राणा गैंग के शूटर रजत का स्वर्गपुरी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था। यहां तक कि किसी को भी वीडियो और फोटो नहीं लेने की अनुमति नहीं दी गई। यमुनानगर पुलिस मृतक रजत के शव को लाडवा लेकर आई थी। बता दें कि, शुक्रवार रात करीब 10 बजे गांव शेरगढ़ निवासी रजत का यमुनानगर की CIA-2 की टीम ने धोलेरां-रादौर हाईवे पर​ उसका एनकाउंटर कर दिया था। आज (शनिवार को)​​ रजत के शव का पोस्टमॉर्टम करवा उसके परिजनों के हवाले कर दिया। 3 घंटे में दो जगह फायर किए रजत ने अपने साथी अमन निवासी जैनपुर के साथ मिलकर 14 सितंबर को पहले यमुनानगर के बरनाला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के बाहर दो राउंड और फिर करीब 3 घंटे बाद लाडवा में शराब ठेके पर फायरिंग की थी। रजत के खिलाफ सात से 8 FIR दर्ज हैं। ठेके के बाहर फायरिंग के बाद पुलिस अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब उसमें रजत का नाम शामिल होगा। बुआ के पास रहता था रजत रजत की गिरफ्तारी पर पुलिस की ओर से 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। रजत के माता-पिता का देहांत हो चुका है, इसलिए रजत अपनी बुआ के पास लाडवा में रहता था। उसका छोटा भाई सौरभ भी बुआ के पास ही रह रहा है। रजत से पहले कुरुक्षेत्र CIA-1 की टीम ने उसके साथ अमन की टांगों में गोलियां मारकर उसे पकड़ा था। भाई ने अंतिम संस्कार रजत के छोटे सौरभ ने अपने भाई का अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार के समय उसके रिश्तेदार, पड़ोसी और कुछ दोस्त ही शामिल हुए। इस दौरान पुलिस भी मौके पर ही मौजूद थी। उधर, काला राणा ने इंस्टाग्राम पर पुलिस से बदला लेने की धमकी दी है। वहीं पुलिस अमन और रजत के तीसरे साथी की तलाश कर रही है।

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INLD विधायक अर्जुन चौटाला का इंटरव्यू:बोले- मैं दुष्यंत-दिग्विजय को भाई नहीं मानता, वो माने या नहीं, सैनी नए हैं, अच्छा काम करके दिखाएं तो हम अच्छा कहेंगे

भिवानी पहुंचे सिरसा के रानिया से इनेलो के विधायक ने दैनिक भास्कर एप से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस, भाजपा व जेजेपी पर जमकर निशाना साधा। अर्जुन चौटाला ने कहा कि “मैं दुष्यंत-दिग्विजय को भाई नहीं मानता, वो माने या नहीं, उसका मेरे को फर्क नहीं पड़ता।” अब लोग जेजेपी को भूल रहे हैं। साथ ही अर्जुन चौटला ने भाजपा पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि भाजपा के पुराने सीएम (खट्टर) को लेकर लोगों में नाराजगी थी। इसलिए तो उन्हें बदल दिया और उन्हें हरियाणा छोड़ना पड़ा। वहीं नायब सिंह सैनी नए सीएम हैं। अच्छा काम करके दिखाएं तो हम अच्छा कहेंगे। सिरसा के रानिया से विधायक अर्जुन चौटाला से बातचीत प्रश्न : पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं, विधानसभा में भी मुद्दे उठा रहे हैं, किस तरह की समस्याएं आपके सामने आ रही है, जो लोगों द्वारा रखी जा रही हैं? अर्जुन चौटाला : इसका जवाब सवाल से देना चाहूंगा। क्या आपको लगता है कि प्रदेश में सब सही चल रहा है। नहीं लगता ना। हमें भी यही सब बातें पूरे प्रदेश से सुनने को मिलती हैं। समाज में कोई भी इंसान, चाहे लॉ एंड ऑर्डर की बात हो, चाहे एजुकेशन की बात हो, चाहे रोजगार की बात हो, चाहे किसान या मजदूर की बात हो, एक भी वर्ग ऐसा नहीं है। जो आज इस सरकार से संतुष्ट तो दूर की बात। इस सरकार की स्कल देखकर भी राजी नहीं। लोग बदलाव चाहते हैं, प्रदेश के अंदर। उस बदलाव के लिए लोग हमसे संपर्क करने का काम करते हैं। कहते हैं कि आप संगठन को मजबूती दो। प्रश्न : ताऊ देवीलाल की जयंती पर कार्यक्रम होना है। उसमें कोई बड़ी ज्वाइनिंग भी हो सकती है क्या? अर्जुन चौटाला : यह तो नहीं बताऊंगा। लेकिन मैं एक चीज आपको जरूर कहूंगा कि पूरे भारत व हरियाणा के अंदर एकमात्र ऐसी रैली होती है। जिसमें हरियाणा के हर गांव से कोई ना कोई जरूर आता है। ऐसी रैली और कहीं देखने को नहीं मिलेगी। प्रश्न : पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के कार्यकाल और आज के भाजपा के कार्यकाल में कितना अंतर देखते हैं? अर्जुन चौटाला : यह तो मेरे से ना ही पूछें, लोगों से पूछें। प्रश्न : भाजपा के 11 साल के शासनकाल को, किसानों व युवाओं को लेकर कितना खरा मानते हैं? अर्जुन चौटाला : खरा तो मैं बिल्कुल भी नहीं मानता। युवा की जहां बात की जाए, आज प्रदेश के युवा को नौकरी के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। एक सीईटी के पेपर के लिए 13 लाख लाख एग्जाम दे रहे हैं। 13 लाख बच्चे तो ये बेरोजगार बैठे हैं। अगर किसी प्रदेश में इतनी बड़ी आबादी बेरोजगार बैठी हैं तो उस प्रदेश का कुछ फायदा नहीं हो रहा, भट्ठा बैठा हुआ है। प्रश्न : कई क्राइम की घटनाएं हो चुकी हैं, उसको कैसे देखते हैं? अर्जुन चौटाला : आज प्रदेश की इस सरकार के ऊपर से विश्वास उठ चुका है। जो भिवानी के अंदर जो हत्याकांड हुआ था। उसमें क्या किया, यह तो छुपी हुई बात नहीं है। ना परिवार को इंसाफ दिलाने लायक रहे और ना ही अपनी सकल कहीं दिखाने लायक रहे। सीबीआई को केस ट्रांसफर करना पड़ा। आज लोगों को विश्वास ही नहीं है प्रदेश की सरकार पर। हर तरीके से यह सरकार फैल हो चुकी है। प्रश्न : इनेलो दो हिस्सों में (INLD व JJP) में बंट गई थी, वह एक हो सकती है? अर्जुन चौटाला : 6 साल पुरानी बात हो चुकी है। आज एक चीज बताता हूं, हरियाणा के लोग यह नहीं देखते कि कौन कहां है। लोग यह देखते हैं कि चौधर अभय सिंह मजबूत है और इनेलो मजबूत है। लोग मजबूती चाहते हैं, स्थिरता चाहते हैं। वह मजबूती सिर्फ और सिर्फ चौधरी अभय सिंह चौटाला दे सकते हैं। प्रश्न : गोपाल कांडा ने बयान दिया था कि मनोहर लाल खट्‌टर के कहने पर रानिया सीट इनेलो को जीताई गई है? अर्जुन चौटाला : यह 6 माह पुरानी बात है। मैं तो खुला चैलेंज दिया है इन लोगों को। अगर बहम है तो 4 साल बाद मैंने ही लड़ना है। आकर काड़ लें। प्रश्न : कांग्रेस द्वारा इनेलो को भाजपा की बी टीम बताया गया है? अर्जुन चौटाला : बी टीम आज कौन है, यह सबको पता है। बी टीम का मतलब है भूपेंद्र टीम। मैं बताता हूं कि हरियाणा प्रदेश के लोगों को चुनाव के समय एक फैसला लेना था। एक तरफ कुआं एक तरफ खाई। कोई कुएं में कूद गया और कोई खाई की तरफ कूद गए। 5 प्रतिशत लोग श्याणे थे। जो बोले कि यह उल्टा रास्ता है उस पर वापस हो लें। वे 5 प्रतिशत लोगों ने इनेलो को चुनने का काम किया। बीजेपी-कांग्रेस दोनों मिले हुए हैं। बार-बार लोग कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष नहीं बना। मैं बता दूं कि कांग्रेस के अंदर फैसले तभी लिए जाएंगे, जब बीजेपी से इशारे या करंट भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा तक जाएगी। प्रश्न : भाजपा 11 साल से सत्ता में हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को किस तरह से देखते हैं? अर्जुन चौटाला : मुख्यमंत्री तो नया है। पिछले मुख्यमंत्री का विरोध था, इसलिए उनको हरियाणा प्रदेश छोड़कर जाना पड़ा। सैनी साहब कुछ ढंग का काम करेंगे तो हम भी कहेंगे कि बढ़िया बात है। अगर कोई आदमी बढ़िया काम करे तो उसकी बुराई नहीं करनी चाहिए। लेकिन पहले वे बढ़िया काम करके दिखाएं। आज हमें इस सरकार के अंदर ना स्थिरता दिखती है और ना ही मजबूती दिखती है। ना ही सरकार में वह क्षमता दिखती है कि वह इस प्रदेश को सही दिखा में लेकर जाएगी। प्रश्न : इनेलो आने वाले चुनाव को लेकर किस तरह से चल रही है? अर्जुन चौटाला : चुनाव में अभी समय है। अभी हम संगठन की बात कर रही हैं। संगठन को मजबूती देने का काम कर रहे हैं। प्रश्न : जो पुराने लोग इनेलो से जुड़ रहे हैं, उसको कैसे देखते हैं? अर्जुन चौटाला : जो लोग जुड़ रहे हैं, उसको अच्छे नजरिए से देखते हैं। जब लोग आपके साथ जुड़ते हैं तो संगठन बड़ा होता है। जाहिर सी बात है कि संगठन को एक ताकत मिलती है। आज हमारे संगठन में साथी जुड़ते हैं तो

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रोहतक में युवक ने लाइसेंसी पिस्टल से मारी गोली:पिता लड़ चुका बरोदा उपचुनाव, भाई ने आकर देखा शव, पुलिस कर रही जांच

रोहतक में एक युवक ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल लेकर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घर में ऊपर सो रहे मृतक के भाई ने जब नीचे आकर देखा तो शव पड़ा मिला। शव को देखकर पहले पिता और बाद में पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। मृतक की पहचान आजाद गढ़ निवासी 19 वर्षीय भावेश हुड्डा पुत्र शक्ति सिंह हुड्डा के रूप में हुई। भावेश अपने भाई के साथ घर पर मौजूद था, जबकि पिता बाहर गए थे। भावेश नीचे था, जबकि उसका भाई ऊपर कमरे में था। भावेश ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल लेकर सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। आत्महत्या के पीछे बताई जा रही घरेलू कलह पड़ोसियों का कहना है कि भावेश ने घरेलू कलह के चलते आत्महत्या की है। अक्सर घर में झगड़ा होता था और शक्ति सिंह की पत्नी भी घर पर नहीं है। पड़ोसियों का कहना है कि पिछले 5-6 महीने से शक्ति सिंह की पत्नी को नहीं देखा है। बाकी आत्महत्या के पीछे का असल कारण पुलिस जांच के बाद ही पता चलेगा। बरोदा उपचुनाव लड़ चुके शक्ति सिंह मृतक के भावेश के पिता एडवोकेट शक्ति सिंह बरोदा में 2020 में हुआ उपचुनाव भी लड़ चुके हैं। उपचुनाव में 14 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जिसमें 158 वोट लेकर शक्ति सिंह हुड्डा 7वें स्थान पर रहे थे। उपचुनाव में 7 उम्मीदवारों के उनसे भी कम वोट आए थे। पुलिस मामले में कर रही जांच अर्बन एस्टेट थाना पुलिस का कहना है कि एक युवक द्वारा गोली मारने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पीजीआई के पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

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फतेहाबाद में DPE पर कुकर्म के आरोप में FIR:11 वर्षीय फुटबालर से हुई घटना; भाई व कोच को पंचायत में पीटा

फतेहाबाद जिले के भूना क्षेत्र में एक फिजिकल एजुकेशन टीचर (डीपीई) पर 11 वर्षीय फुटबाल खिलाड़ी से कुकर्म का आरोप लगा है। इस मामले को लेकर हुई पंचायत में डीपीई के भाई और एक कोच के साथ मारपीट भी हुई। जिनका सीएचसी में प्राथमिक उपचार करवाया गया। मामले में दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने डीपीई पर पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। फुटबाल खिलाड़ी के परिजनों का आरोप है कि उनका 11 वर्षीय बेटा बेंगलुरु में अंडर-11 फुटबॉल टूर्नामेंट में खेलने गया था। मगर वहां से वापसी के बाद गुमसुम रहने लगा और अकादमी जाने से मना कर दिया। परिजनों द्वारा कारण पूछे जाने पर भी वह चुप रहा, लेकिन अपनी बहन को पूरी घटना बताई। इसके बाद परिवार ने डीपीई को पंचायत में बुलाया। मगर पंचायत में डीपीई खुद नहीं आया, बल्कि अपनी ओर से फुटबॉल कोच और अपने भाई को भेज दिया। पंचायत के दौरान इस मुद्दे पर माहौल गरमा गया। बच्चे के परिजनों और कोच व डीपीई के भाई के बीच तनाव बढ़ गया। इसी दौरान कोच और डीपीई के भाई के साथ मारपीट कर दी गई। बाद में उन्हें सीएचसी में लेकर प्राथमिक उपचार दिलवाया गया। बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई। डीपीई का दावा, वह बेंगलोर गया ही नहीं दूसरी तरफ, डीपीई ने खुद पर लगे सभी आरोपों को निराधार और षड्यंत्र बताया है। डीपीई का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से उनके खिलाफ लगातार झूठी शिकायतें की जा रही हैं। वे इस पूरे मामले की सच्चाई समझाने के लिए पंचायत में जाना चाहते थे, लेकिन समय की कमी के चलते नहीं जा सके। कोच और भाई को वहां भेजा था। मगर उनके साथ मारपीट की गई और जातिसूचक गालियां भी दी गई। डीपीई ने दावा किया कि वह तो बेंगलोर में खिलाड़ियों के साथ गए ही नहीं थे। घटना के बाद दोनों ही पक्षों ने भूना पुलिस थाना में शिकायत दी है। भूना थाना के एसएचओ ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतें आई है। डीपीई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

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कैथल के नायक का अंतिम संस्कार:बड़े भाई ने दी मुखाग्नि; 20 अगस्त को हुआ था एक्सीडेंट, आर्मी अस्पताल में थे भर्ती

कैथल के कलायत के सेना के नायक पंकज राणा का सड़क हादसे में घायल होने के बाद मंगलवार की रात पंचकूला के आर्मी अस्पताल में निधन हो गया। जिसके बाद बुधवार को की शम उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई रवि राणा ने उन्हें मुखाग्नि दी। जानकारी के मुताबिक, 20 अगस्त को छुट्टी पर घर आए पंकज कैथल से कलायत लौटते समय गांव बात्ता के पास सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत पंचकूला के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां 9 सितंबर को उन्होंने अंतिम सांस ली। गुरुवार शाम 5 बजे सैन्य वाहन से उनका पार्थिव शरीर कलायत पहुंचा। शाम 6:30 बजे रामबाग श्मशान घटा पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। एसडीएम अजय हुडा, नगर पालिका सचिव पवन शर्मा, थाना प्रभारी रामनिवास शर्मा और सेना के अधिकारियों सहित कई संस्थाओं के लोगों ने श्रद्धांजलि दी। 2015 में सेना में भर्ती हुए थे 2015 में सेना में भर्ती हुए पंकज अपने पीछे पत्नी और 3 वर्षीय बेटे को छोड़ गए हैं। डेढ़ साल पहले उनके छोटे भाई शालू की भी एक हादसे में मौत हो गई थी। पिता शमशेर सिंह राणा पहले से ही इस दुख में थे। पंकज की मौत से परिवार और पूरा गांव शोक में है। अंतिम संस्कार से जुड़ी तस्वीरें देखें…..

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लांस नायक नरेंद्र का घर पहुंचा शव: अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़, चचेरे भाई ने दी मुखाग्नि

आतंकवादी  मुठभेड़ में बलिदान देने वाले कैथल के जवान लांस नायक नरेंद्र सिंधु की पार्थिव देह बुधवार सुबह उनके पैतृक आवास पहुंची।

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नूंह में प्रमुख डाक्टर लापता:क्लिनिक के सामने रहने वाले दोस्त से हुआ विवाद, भाई ने जताई हत्या की आशंका

नूंह जिले के पुन्हाना शहर में एक निजी क्लिनिक चलाने वाले नामचीन डॉक्टर रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गया। गुमशुदा डॉक्टर के छोटे भाई ने इसकी शिकायत सिटी थाना पुलिस दी जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर डॉक्टर की तलाश शुरू कर दी है। वहीं पुन्हाना शहर थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीं डाक्टर के भाई देवेंद्र ने हत्या किए जाने की आशंका जाहिर की है। 29 अगस्त को हुए थे गायब पुलिस को दी शिकायत में देवेन्द्र गोयल निवासी वार्ड नंबर 8 काशी चौक पुन्हाना ने बताया कि 59 वर्षीय डॉ विनोद गोयल ब्राह्मण मोहल्ले में अपने निजी मकान में रहते है तथा पंजाबी बारात घर के सोने गोयल नर्सिंग होम के नाम से अपना निजी क्लिनिक चलाते है। बीती 29 अगस्त की रात्रि को डॉ. विनोद गोयल रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए। अपने स्तर पर काफी तलाश किया लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। क्लिनिक के सामने रहने वाले व्यक्ति पर हत्या का आरोप वहीं, सोशल मीडिया तेजी से डॉ. विनोद गोयल की हत्या की पोस्ट डाली जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है, उनके क्लिनिक के सामने रहने वाले उनके दोस्त ने ही उनकी हत्या की है। बताया जा रहा है कि दोनों में लेनदेन को लेकर कोई विवाद हुआ ,जिसके बाद डॉक्टर की हत्या कर शव को गंगा में फेंक दिया। हालांकि पुलिस ने अभी इस तरह के किसी दावे पुष्टि नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने जब डॉक्टर विनोद के साथी को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की तो उसने पूरा सच पुलिस को बता दिया। फिलहाल सोशल मीडिया पर लगातार डॉ. विनोद का फोटो लगाकर लोग उनकी हत्या पर दुःख जता रहे हैं। पुन्हाना शहर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अभी तक डॉक्टर का कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस जांच में जुटी हुई है

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रेवाड़ी में सरपंच ने भाई-भाभी को पीटा, VIDEO:गली निर्माण के चलते विवाद, सरपंच बोला : घर तुड़वाना चाहता है भाई

रेवाड़ी में सरपंच ने गली निर्माण विवाद में भाई-भाभी को पीट दिया। दोनों को गली में नीचे गिराकर गला भी दबाया। पूरे विवाद का किसी ने VIDEO बना लिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विवाद 29 अगस्त का है लेकिन शिकायत रेवाड़ी महिला थाना में 30 अगस्त की देर शाम दी गई है। रेवाड़ी के रसगण गांव में फिरनी का निर्माण चल रहा है। फिरनी निर्माण विवाद के चलते करीब 4 माह से अटका हुआ है। 29 अगस्त को सरपंच का भाई विजयपाल अपनी पत्नी सुषमा के साथ अपने प्लाट पर गया था। गली निर्माण के लिए लगे मजदूरों से वे बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान उनका सरपंच भाई करणसिंह वहां पर आ गया। करणसिंह ने आते ही उनके साथ झगड़ा शुरू किया और नीचे गिरा लिया। जिसके बाद दोनों का एक साथ गला दबाने की कोशिश। दोनों ने विराेध करते हुए बड़ी मुश्किल से छुड़ाया। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें अलग करवाया। वायरल वीडियो में क्या दिखा.. सरपंच अपनी भाई विजयपाल और भाभी सुषमा काे जमीन पटकते हुए दिख रहा है। जिसके बाद सरपंच का हाथ दोनों के गले पर होता है। दोनों विरोध करते हुए छटपटाते हैं। इसी दौरान एक व्यक्ति वहां पर पहुंचता है और उन्हें बचा लेता है। छुड़वाने के बाद दोनों तरफ से थप्पड़ मारने की कोशिश होते हुए वीडियो में दिख रही है। सरपंच बोला: मकान तुड़वाना चाहता है भाई BSF के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर और रसगण गांव के सरपंच विजयपाल ने बताया कि गांव के 36 मकानों पर कोर्ट से स्टे है। भाई चाहता है कि मैं उन मकानों को तोड़ने के बाद गली बनवाऊं। लेकिन मैं पूरे गांव से दुश्मनी नहीं बना सकता। उस दिन भाई-भाभी पूरी प्लानिंग से आए थे। उन्होंने झगड़े का उतना ही वीडियो बनवाया, जहां मैं उन पर हावी था।

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