Haryana: पांच वर्षों में पराली जलाने के सबसे कम मामले, 90 फीसदी दर्ज की गई गिरावट
हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में बीते पांच वर्षों की अपेक्षा इस बार काफी कमी आई है।
हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में बीते पांच वर्षों की अपेक्षा इस बार काफी कमी आई है।
हरियाणा के कुछ शहरों में अब भी वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। देश के पांच सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के चार शहर शामिल हैं।
पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में पंचकूला पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) शुक्रवार को मुस्तफा के घर सहारनपुर पहुंची।
बहादुरगढ़ की एसटीएफ यूनिट बहादुरगढ़ ने अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रोहित गोदारा गैंग से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी सोनीपत जिले के रहने वाले हैं। इनमें सोनीपत के पिपली खेड़ा निवासी हैप्पी, मयूर विहार गली नंबर 10 निवासी हिमांशु और मुरथल रोड के विकास नगर निवासी सुनील शामिल हैं। तीनों ने दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बदमाशों के पास 3 लाख रुपए पहुंचाए थे। दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। एसटीएफ प्रभारी निरीक्षक राकेश के अनुसार आरोपी बहादुरगढ़ के सदर थाना में गत 22 मई को दर्ज एक मुकदमे में वांछित थे। भिवानी से सीडीएम मशीन के जरिए बदमाशों तक पहुंचाए थे 3 लाख एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि इस मामले की जांच में खुलासा हुआ था कि गैंगस्टर रोहित गोदारा के निर्देश पर उसके सहयोगियों सोनीपत के मयूर विहार निवासी अरुण और रोहतक के काहनी निवासी रविंद्र को 27 सितंबर 2025 को भिवानी से सीडीएम मशीन के जरिए हैप्पी के बैंक खाते में 3 लाख रुपए जमा करवाए थे। यह रकम गैंग की गतिविधियों और फायरिंग की तैयारी के लिए भेजी गई थी। जिनके खाते में पैसे जमा कराए, उन दोनों का हो चुका एनकाउंटर हैप्पी ने अरुण के कहने पर यह रुपए अन्य गैंग सदस्यों सुनील और हिमांशु के खातों में ट्रांसफर किए थे। दोनों ने यह रकम निकालकर अरुण और रविंद्र को सौंप दी थी। अरुण और रविंद्र वही आरोपी हैं जो अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग मामले में उत्तर प्रदेश में हुए एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपी लंबे समय से कर रहे गैंग के सदस्यों को फंडिंग एसटीएफ के निरीक्षक राकेश के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपी लंबे समय से रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रहे थे और गैंग की फंडिंग व लॉजिस्टिक सपोर्ट संभालते थे। फिलहाल तीनों से पूछताछ जारी है और पुलिस इस मामले में गैंग की फाइनेंशियल चैन और नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई है। एसटीएफ बहादुरगढ़ यूनिट की टीम इस पूरे केस की गहन जांच कर रही है, ताकि गैंग के अन्य सहयोगियों और वित्तीय स्रोतों का भी खुलासा किया जा सके।
पानीपत के क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए) के प्रभारी संदीप को विभागीय जांच के दायरे में लाइन हाजिर कर दिया गया है।
मनीषा मौत मामले में सीबीआई जांच के 50 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक हत्या की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है।
हाल ही में हरियाणा पुलिस में दो सुसाइड मामलों को लेकर डीजीपी ओपी सिंह ने बयान दिया है।
एएसआई संदीप सुसाइड केस की जांच एसआईटी से करवाई जाए।
मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम के दो अधिकारी शनिवार सुबह छुट्टी लेकर दिल्ली लौट गए जबकि निरीक्षक सहित चार अधिकारी अब भी भिवानी के रेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं।
बादली-बहादुरगढ़ रोड पर गेट टावर के पास देर रात स्कूटी सवार तीन लुटेरों ने पिस्तौल के बल पर कार सवार पवन से 5.25 लाख रुपये लूट लिए और फरार हो गए।