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हरियाणा पुलिस का नया संकल्प: प्रोएक्टिव पुलिसिंग और ‘फाइटिंग फिट और वर्किंग आर्डर की नीति, DGP ने दिए निर्देश

हरियाणा पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने पुलिस मुख्यालय में सभी पुलिस आयुक्तों (सीपीएस), पुलिस अधीक्षकों (एसपीएस) और थाना प्रभारियों (एसएचओ) की बैठक ली।

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Haryana: मुख्यमंत्री सैनी का अधिकारियों को निर्देश, एक भी पात्र छात्र की ना छूटे स्कॉलरशिप

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एससी (अनुसूचित जाति) और बीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) विद्यार्थियों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप योजनाओं के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।

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गुरुग्राम में सरदार पटेल जयंती पर रन फॉर यूनिटी:एडीसी ने अधिकारियों को तैयारियों के दिए निर्देश, अधिक अधिक लोगों की भागीदारी का ​लक्ष्य

गुरुग्राम में 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर होने वाली ‘रन फॉर यूनिटी’ के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। यह दौड़ देश की एकता और अखंडता को समर्पित होगी। प्रशासन इसमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के लिए प्रयास कर रहा है। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) वत्सल वशिष्ठ ने मंगलवार को लघु सचिवालय सभागार में इस आयोजन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता और हरियाणा सरकार में विशेष कार्य अधिकारी आईपीएस पंकज नैन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में भी हिस्सा लिया। अधिक से अधिक लोग करें भागीदारी एडीसी वशिष्ठ ने बताया कि इसमें स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी, खिलाड़ी, नेहरू युवा केंद्र के युवा, वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं और आम नागरिक शामिल होंगे। सभी समाज में एकता और भाईचारे का संदेश कायम रखने का संकल्प लेंगे। एडीसी ने कहा कि यह दौड़ राष्ट्रीय भावना के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करेगी। एडीसी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अभी से विभागीय स्तर पर और जन भागीदारी के साथ तैयारियां शुरू कर दें, ताकि कार्यक्रम को गरिमामयी ढंग से संपन्न किया जा सके।बैठक में सीटीएम सपना यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

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पराली जलाने वाले किसानों पर 5 से 30 हजार जुर्माना:पलवल डीसी के निर्देश, 2 साल तक MSP पर नहीं बिकेगी फसल

पलवल के डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कृषि विभाग और अन्य अधिकारियों की बैठक में पराली जलाने पर रोक के सख्त निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों के अनुसार, पराली जलाने वाले किसानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने स्पष्ट किया कि पराली जलाने पर 5 से 30 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा एफआईआर दर्ज की जाएगी। घटनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग होगी वहीं किसान अगले दो वर्षों तक एमएसपी पर फसल नहीं बेच सकेंगे। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जिले में पराली जलाने की घटनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने वाले अधिकारी और कर्मचारी पर भी कार्रवाई की जाएगी। पराली को आय का साधन बनाएं डीसी ने किसानों से आग्रह किया है कि वे पराली को आय का साधन बनाएं। उन्होंने बताया कि पराली जलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है और फसल उत्पादन प्रभावित होता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करें। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी किसान पराली को जलाने के बजाय उसे बेचकर आय अर्जित कर सकते हैं। पराली का सही उपयोग न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।बैठक में जिला राजस्व अधिकारी बलराज सिंह दांगी, डीडीपीओ उपमा अरोड़ा, जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. बाबू लाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद ने सुनी समस्याएं:सुझाव लेकर अधिकारियों को अमलीजामा पहनाने के निर्देश, धर्मबीर सिंह बोले- आबादी से बरसाती पानी निकासी को प्राथमिकता

भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौ. धर्मबीर सिंह ने बुधवार को तोशाम के लोक निर्माण विश्राम गृह में जल भराव से प्रभावित गांवों के लोगों की समस्याएं सुनी। सांसद ने उपस्थित अधिकारियों को इस संबंध में सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। सांसद चौ. धर्मबीर सिंह ने कहा कि अधिकारी बरसाती पानी की समस्या के स्थायी समाधान के लिए काम करें। ताकि भविष्य में लोगों को ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े। सांसद ने कहा कि फिलहाल बरसाती पानी को निकालने के लिए सभी विकल्पों पर काम करें और अतिशीघ्र लोगों की समस्या का समाधान करें। सांसद ने प्रभावित गांवों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए वहीं स्वास्थ्य विभाग को लगातार फॉगिंग एवं स्वास्थ्य चैकअप किए जाने के निर्देश दिए। सांसद ने जल भराव से जुड़े गांवों के लिए स्पेशल नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने के भी निर्देश दिए। सरपंच व मौजिज व्यक्तियों से मांगे सुझाव सांसद ने गांव के सरपंच व मौजिज व्यक्तियों से जल भराव की समस्या के स्थायी समाधान के सुझाव मांगते हुए उपस्थित अधिकारियों को उन सुझावों को अतिशीघ्र अमलीजामा पहनाने के निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि पानी निकासी को लेकर पड़ोसी गांव एक-दूसरे का सहयोग करें ताकि स्थायी समाधान निकाला जा सके। पंचायतों द्वारा दिए गए सुझावों के प्रस्ताव मांगे और कहा कि सरपंच प्रस्ताव बनाकर भेजें। अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रस्तावों पर अतिशीघ्र काम करें। जलभराव से फसलों व मकानों आदि में हुए नुकसान का सर्वे निष्पक्ष होना चाहिए ताकि प्रभावित व्यक्ति की भरपाई हो सके। अधिकारियो को दिए दिशा-निर्देश सांसद धर्मबीर सिंह ने सागवान, दांग कलां व खुर्द, बीरण, ढाणी बीरण, रिवासा, ढाणी रिवासा, तोशाम, बापोड़ा, दिनोद, सागवान, किरावड़, भूरटाना, खानक, बागनवाला, छपार जोगियान, छपार रांगडान, पटौदी, आलमपुर सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों के साथ जलभराव की जानकारी लेकर अधिकारियो को दिशा-निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि आने वाले समय में लिंक सड़कों को ऊंचा उठाकर एक तरह से बांध का रूप भी देना होगा ताकि पूरा क्षेत्र जलभराव से प्रभावित ना हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आने वाले समय में गांवों व खेतों में बने तालाबों की खुदाई करवाएं, ताकि भविष्य में तेज बारिश होने पर उनके पानी एकत्रित करके उसका जरूरत के अनुसार इस्तेमाल हो सके। ड्रेनों की क्षमता बढ़ाई जाए सांसद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न गांवों से होकर गुजरने वाली ड्रेनों की क्षमता को बढाया जाए, ताकि वे ओवरफ्लो न हों। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि पूर्व में उनके विभाग द्वारा शुरु की गई खेतों से पाइप लाइन से पानी निकासी की योजनाओं को पूरा किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम के दौरान जर्जर हुई सड़कों का एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भिजवाएं ताकि उनका नव निर्माण शीघ्र हो सके।

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रोहतक में 3 आईएएस देर रात फील्ड में उतरे:जलभराव की स्थिति का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए निर्देश, निकासी का करें प्रबंध

रोहतक में देर रात को 3 आईएएस अधिकारी बरसात के बीच ही अधिकारियों को साथ लेकर फील्ड में नजर आए। डीसी सचिन गुप्ता के साथ एडीसी नरेंद्र कुमार व निगम कमिश्नर डॉ. आनंद कुमार ने शहर की कॉलोनियों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए। देर रात फील्ड में उतरे डीसी सचिन गुप्ता ने उन क्षेत्रों का निरीक्षण किया, जहां पानी ठहरने की संभावना अधिक थी। डीसी ने गऊकरण रोड, जींद रोड, जींद चौक, गोहाना रोड, सैनी रोड व सोनीपत रोड सहित अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया। जहां भी पानी ठहरा हुआ दिखाई दिया, वहां से पानी निकालने का उचित प्रबंध करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। नालों की करवाई जाए साफ सफाई देर रात नगर निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर फील्ड में उतरे डीसी सचिन गुप्ता ने स्पष्ट कहा कि कहीं भी पानी ठहरना नहीं चाहिए। नालों की अच्छे से साफ सफाई करवाई जाए, ताकि पानी कुछ ही देर में निकल जाए। वहीं, सीवरेज की सफाई भी करवाने के निर्देश दिए। जल निकासी की तेज की जाए प्रक्रिया डीसी सचिन गुप्ता ने कहा कि शहर में जलभराव की स्थिति पैदा ना हो, इसके लिए तत्काल प्रभाव से पंपिंग सेट चलाए जाए। जल निकासी की प्रक्रिया को तेज किया जाए, ताकि जिन क्षेत्रों में पानी भरने की संभावना है, वहां के लोगों को राहत मिल सके। नगर निगम की पूरी टीम कर रही काम निगम कमिश्नर डॉ. आनंद कुमार ने बताया कि निगम की पूरी टीम लगातार काम कर रही है। बरसात के चलते किसी को परेशानी ना हो, इसके लिए टीम नालों की सफाई का काम भी कर रही है। जहां सीवर ब्लॉक है, उन्हें भी साफ किया जा रहा है। जलभराव वाले क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया गया है।

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