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बहादुरगढ़ के महिला थाने में मंगलवार दोपहर को अबसेंट लगाने की वजह से एक महिला पुलिसकर्मी ने हंगामा खड़ा कर दिया। महिला की ड्यूटी प्रेमी जोड़े की सुरक्षा में लगाई गई थी और वे सुबह बिना किसी दूसरे स्टाफ के आने से पहले ड्यूटी छोड़कर घर चली गई थी। इसी वजह से एसएचओ ने उनकी अबसेंट लगा दी थी। ऐसे में थाने पहुंचकर महिला पुलिसकर्मी ने थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पूरे स्टाफ के सामने हंगामा करते समय वह बेहोश भी हो गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने भी उसका साथ निभाते हुए खूब हंगामा किया। एसएचओ व स्टाफ के साथ बदतमीजी का भी आरोप है। पूरे मामले की जानकारी एसएचओ ने उच्चाधिकारियों के संज्ञान में दी है। दरअसल, सोमवार रात करीब साढ़े सात बजे एक प्रेमी जोड़े को सेफ हाउस में रखा गया था। उनकी सुरक्षा के लिए गारद ड्यूटी में एसआई दिलबाग, ईएएसआई सुदेश और एलसी परमजीत की ड्यूटी लगाई गई थी। थाना प्रभारी एसआई नीलम के निर्देश थे कि प्रेमी जोड़े को किसी भी स्थिति में अकेला न छोड़ा जाए। 6 बजे बिना रिलीवर आए सेफ हाउस छोड़ने का आरोप आरोप है कि ईएएसआई सुदेश सुबह करीब छह बजे बिना रिलीवर आए सेफ हाउस छोड़कर घर चली गईं। इस पर जब एसएचओ नीलम ने उनसे संपर्क किया तो कथित रूप से उन्होंने ठीक ढंग से बातचीत नहीं की। इसके बाद थाना प्रभारी ने सुदेश का अबसेंट मार्क कर दिया। अबसेंट से खफा थाने पहुंची महिला पुलिसकर्मी ने किया हंगामा इसी बात से नाराज होकर महिला ईएएसआई सुदेश करीब सुबह 10 बजे थाने पहुंचीं। उस समय थाना प्रभारी एसएचओ नीलम महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव के अवसर पर शिव चौक पर ड्यूटी पर थीं। थाने पहुंचने के बाद सुदेश ने थाने में हंगामा किया और अपने परिजनों को भी मौके पर बुला लिया। परिजनों के पहुंचने के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। हंगामे के दौरान बेहोश हुई, अस्पताल ले जाया गया थाना स्टाफ के अनुसार, सुदेश ने एसएचओ और अन्य कर्मियों के साथ बदतमीजी की। काफी देर चले हंगामे के दौरान महिला ईएएसआई की तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। थाने की मुशी बोली-रोजनामचे में रपट इतला दर्ज की थाने की मुंशी सुमन ने बताया कि घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है और रोजनामचे में रपट इतला भी दर्ज कर दी गई है। थाना प्रभारी एसआई नीलम ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी एसीपी को भेजी गई है और अब उच्च अधिकारी ही आगामी कार्रवाई करेंगे। उधर, इस बारे में महिला पुलिसकर्मी से संपर्क नहीं हो सका।


