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हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुए चढूनी थप्पड़ कांड के बाद किसानों की पहली राज्यस्तरीय बैठक जाट धर्मशाला में होगी। इसमें जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राकेश आर्य के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर कोई फैसला लिया जाएगा। थप्पड़ कांड के बाद किसानों ने सरकार और प्रशासन को अपनी मांगों के समर्थन में 25 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया था। भारतीय किसान यूनियन चढूनी (भाकियू) ने डीएफएससी राकेश आर्य पर भ्रष्टाचार और धान की खरीद व उठान नहीं करने के आरोप लगाए थे। इस बात को लेकर भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने 15 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र लघु सचिवालय में राकेश आर्य को थप्पड़ जड़ दिया था, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। भड़के कर्मियों बंद किया काम घटना के बाद चढूनी की गिरफ्तारी नहीं होने पर खरीद एजेंसी के कर्मचारियों ने काम ठप कर धरना शुरू कर दिया था। तब DC विश्राम कुमार मीणा के आश्वासन पर कर्मी काम पर लौट आए थे, मगर किसानों ने डीएफएससी राकेश आर्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया था। कार्रवाई नहीं होने से किसानों में गुस्सा भाकियू का कहना है कि अल्टीमेटम के बाद सरकार और प्रशासन की ओर से डीएफएससी पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। इसलिए उनकी ओर से इस मामले को लेकर जाट धर्मशाला में मीटिंग होगी। मीटिंग के अंदर फैसला लिया जाएगा। इसके अलावा उनकी और भी कई मांग हैं, जिस पर बातचीत की जाएगी।


