Haryana: रेवाड़ी में होटल में छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना
मंगलवार सुबह 20 वर्षीय युवती ने होटल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
मंगलवार सुबह 20 वर्षीय युवती ने होटल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
भिवानी के थाना सदर पुलिस ने गांव मानहेरू निवासी मोहित की आत्महत्या मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। भिवानी के गांव मानेहरू निवासी बिजेंदर ने थाना सदर पुलिस को एक शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि 22 अप्रैल 2025 को शिकायतकर्ता व उसके बेटे मोहित का आरोपियों के साथ झगड़ा हो गया था। इसी रंजिश को रखते हुए आरोपी लगातार शिकायतकर्ता के बेटे मोहित को स्वयं मर जाने, नहीं तो जान से मारने की धमकी देते थे। जो आरोपियों की इन्हीं धमकियों से तंग आकर 28 अप्रैल को मोहित ने आत्महत्या कर ली थी। इस शिकायत पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत केस थाना सदर भिवानी में दर्ज किया था। मानेहरू से गिरफ्तार किया आरोपी थाना सदर भिवानी के सहायक उप निरीक्षक विजेंद्र सिंह ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में दर्ज केस में एक आरोपी को गांव मानहेरू से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान भिवानी के न्यू भारत नगर निवासी रमन के रूप में हुई है। पुलिस टीम ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने आरोपी को जिला कारागार भेजने के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस टीम ने केस में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
दिवंगत वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार का भोग और अंतिम अरदास आज दोपहर 12:00 से 1:00 बजे तक दीवान हॉल, साहिबजादा बाबा अजीत सिंह जी गुरुद्वारा, श्री नाडा साहिब, पंचकूला में संपन्न होगा।
हाल ही में हरियाणा पुलिस में दो सुसाइड मामलों को लेकर डीजीपी ओपी सिंह ने बयान दिया है।
एडीजीपी वाई पूरण कुमार आत्महत्या मामले में अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने मृतक का लैपटॉप कब्जे में ले लिया।
हरियाणा में एक और पुलिसकर्मी के आत्महत्या का मामला सामने आया है। गुरुग्राम में तैनात एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) कृष्ण कुमार ने अपने पैतृक गांव जैनाबाद (रेवाड़ी) स्थित घर में फंदा लगाकर जान दे दी।
आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की कथित आत्महत्या को लेकर समाज में व्याप्त असंतोष के बीच जींद की जाट धर्मशाला में खाप पंचायतों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
फतेहाबाद सिटी थाना पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान अशोक नगर निवासी विकास कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी से एक मोबाइल भी बरामद किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सिटी थाना प्रभारी सुरेंद्रा ने बताया कि 15 सितंबर 2025 को अशोक नगर निवासी नायब सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया कि उसकी नातिन बीसीए प्रथम वर्ष की स्टूडेंट थी। उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कॉल और मैसेज के जरिए कर रहा था परेशान नायब सिंह ने बताया कि मृतका को मोहल्ले में रहने वाला विकास पिछले कई दिनों से मोबाइल पर कॉल और मैसेज के माध्यम से लगातार परेशान कर रहा था। इस बारे में आरोपी के माता-पिता को पहले भी चेतावनी दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद विकास अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। इसी मानसिक उत्पीड़न के चलते पीड़िता ने यह कदम उठाया। मोबाइल भी बरामद किया गया मामले की जांच के दौरान पुलिस ने सभी साक्ष्य एकत्र कर आरोपी विकास कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी से एक मोबाइल बरामद किया गया, जिसका उपयोग मृतका को परेशान करने के लिए किया गया था। इस संबंध में सिटी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया गया है।
एडीजीपी आत्महत्या मामले में शव को शिफ्ट करने को लेकर परिजनों ने आपत्ति जताई है।
फरीदाबाद में आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए। शनिवार को सेक्टर-12 मिनी सचिवालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर जोरदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम फरीदाबाद के एसडीएम अमित मान के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने की घटना, दोनों को देश के लिए “शर्मनाक और दुखद” बताया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश में आज ऐसी परिस्थितियां बन गई हैं जहाँ ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी भी दबाव और भेदभाव का सामना कर रहे हैं। भेदभाव की वजह से आत्महत्या कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आईपीएस वाई पूरन कुमार पर लगातार जातिगत भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं, बल्कि व्यवस्था पर गंभीर सवाल है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आईपीएस वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में जिन-जिन वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के नाम लिखे हैं, सरकार को उन सभी के खिलाफ तुरंत जांच शुरू करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में कार्रवाई को जानबूझकर टाला जा रहा है क्योंकि दिवंगत अधिकारी दलित समाज से ताल्लुक रखते थे। CJI पर जूता फेंकने की निंदा इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल न्यायपालिका के सम्मान के खिलाफ है बल्कि पूरे देश की छवि को धूमिल करती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि जिस व्यक्ति ने यह कृत्य किया है, उसे कानून के तहत कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न करे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले में दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन को और व्यापक स्तर पर शुरू करेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक अधिकारी की लड़ाई नहीं, बल्कि न्याय और समानता के अधिकार की लड़ाई है, जिसे कांग्रेस पूरी ताकत से लड़ेगी।