Chandigarh: हरियाणा में भाजपा का बिहार मिशन, वोट डालने के लिए प्रवासियों को घर तक पहुंचाने में जुटी सैनी सरकार
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे। पहला चरण छह नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा।
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे। पहला चरण छह नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा।
पलवल जिले के किठवाड़ी गांव में दंपती और उनके बेटे पर जानलेवा हमला घायल किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में चांदहट थाना पुलिस ने घायल महिला की शिकायत पर दो महिलाओं सहित छह नामजद और कुल 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी सुंदरपाल के अनुसार, किठवाड़ी गांव निवासी शारदा ने अपनी शिकायत में बताया है कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। शारदा के अनुसार, गांव के ही गुड्डू कलवा, मोनू, तरुण, मीनू, निशा और भूरा सहित दस लोग हाथों में लाठी, डंडे, लोहे की रॉड और फावड़ा लेकर अचानक उनके घर आ गए। आरोप है कि इन लोगों ने आते ही उन पर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। जान से मारने की धमकी देकर फरार हुए हमलावर हमलावरों ने शारदा, उनके पति और बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। शिकायत में आरोप है कि हमलावरों ने शारदा का सिर फाड़ दिया, उनके पति के पैर तोड़ दिए और बेटे के सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर उसे गंभीर चोटें पहुंचाईं। जब आरोपी उन्हें घर के बाहर सड़क पर पीट रहे थे, तो शोर सुनकर गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों के आने पर आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। पीड़िता ने अपनी जान को खतरा बताया है, क्योंकि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। चांदहट थाना पुलिस ने शारदा की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गुरुग्राम में करीब 1500 ईडब्ल्यूएस फ्लैट धारकों ने अपने घरों का आवंटन न होने के विरोध में नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। लंबे इंतजार के बाद भी घर न मिलने से परेशान इन परिवारों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन नगर निगम के अधिकारी को सौंपा। यह मामला ‘आशियाना’ नामक एक परियोजना से जुड़ा है, जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने गुरुग्राम के सेक्टर 47 में शुरू किया था। इस परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को पक्के मकान उपलब्ध कराना था। रुपए जमा कराने पर भी नहीं मिला आशियाना सेक्टर 12 के सामने झुग्गी बस्ती के 700 परिवारों और गरीबी रेखा से नीचे के 800 अन्य परिवारों ने इस योजना के तहत आवेदन किया था। उन्होंने घर के आवंटन के लिए सरकार द्वारा निर्धारित राशि भी जमा कर दी थी। इन घरों का आवंटन वर्ष 2016 में भाजपा सरकार द्वारा किया जाना था, लेकिन यह सपना अभी तक पूरा नहीं हो सका है। आवंटन में देरी के कारण कांग्रेस नेता अनिल धानक के नेतृत्व में सभी प्रभावित परिवार नगर निगम कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया। आज भी किराए पर रहने को विवश प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या बताई। उन्होंने कहा कि उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है और वे आज भी किराए के मकानों में रहने को मजबूर हैं। उनका कहना था कि सरकार विभिन्न आवास योजनाएं चला रही है, लेकिन उन्हें अपना घर नहीं मिल पा रहा, जबकि उन्होंने निर्धारित राशि जमा कर दी है। इन परिवारों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी सुनवाई नहीं हुई, तो वे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
अमेरिका में डॉलर कमाने की चाह में युवाओं ने अपनी जिंदगी को भी दांव पर लगा दिया।
पानीपत में एलपीजी सिलेंडर के लीक होने से जोरदार धमाका हुआ।
हिसार जिले के बास क्षेत्र के गांव बडाला में बीती रात दो अज्ञात युवकों ने कपिल नामक युवक पर हमला कर दिया। इस हमले में कपिल को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। घायल कपिल पेशे से ड्राइवर है। उसने बताया कि वह अपने भाई कश्मीर के साथ पारिवारिक त्योहार मनाने उसके प्लाट पर गया था। रात करीब नौ बजे जब वह प्लाट से बाहर गली में निकला, तो दो युवक हाथों में लोहे के डंडे लिए खड़े थे। कपिल के पूछने पर कि वे कौन हैं, दोनों युवकों ने अचानक उस पर हमला कर दिया। उन्होंने कपिल के पैर के पीछे, हाथ और कंधे पर कई वार किए, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। शोर मचाने पर पहुंचे भाईयों ने छुड़ाया कपिल के शोर मचाने पर उसका भाई कश्मीर और लख्खी मौके पर पहुंचे और उसे हमलावरों से छुड़ाया। जाते-जाते आरोपियों ने कपिल को जान से मारने की धमकी भी दी। घायल कपिल को तुरंत हांसी के सामान्य अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना अस्पताल से ऑनलाइन रुक्का के माध्यम से पुलिस को मिली। पुलिस ने दर्ज किया केस अगले दिन एएसआई सुशील सिंह ने अस्पताल पहुंचकर घायल कपिल के बयान दर्ज किए। मेडिकल रिपोर्ट में कपिल को दो चोटें लगने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने कपिल के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 115 और 126 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।एएसआई सुशील के अनुसार, आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इस घटना के बाद ग्रामीणों में रोष है और उन्होंने पुलिस से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
बहादुरगढ़ की एसटीएफ यूनिट बहादुरगढ़ ने अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रोहित गोदारा गैंग से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी सोनीपत जिले के रहने वाले हैं। इनमें सोनीपत के पिपली खेड़ा निवासी हैप्पी, मयूर विहार गली नंबर 10 निवासी हिमांशु और मुरथल रोड के विकास नगर निवासी सुनील शामिल हैं। तीनों ने दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बदमाशों के पास 3 लाख रुपए पहुंचाए थे। दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। एसटीएफ प्रभारी निरीक्षक राकेश के अनुसार आरोपी बहादुरगढ़ के सदर थाना में गत 22 मई को दर्ज एक मुकदमे में वांछित थे। भिवानी से सीडीएम मशीन के जरिए बदमाशों तक पहुंचाए थे 3 लाख एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि इस मामले की जांच में खुलासा हुआ था कि गैंगस्टर रोहित गोदारा के निर्देश पर उसके सहयोगियों सोनीपत के मयूर विहार निवासी अरुण और रोहतक के काहनी निवासी रविंद्र को 27 सितंबर 2025 को भिवानी से सीडीएम मशीन के जरिए हैप्पी के बैंक खाते में 3 लाख रुपए जमा करवाए थे। यह रकम गैंग की गतिविधियों और फायरिंग की तैयारी के लिए भेजी गई थी। जिनके खाते में पैसे जमा कराए, उन दोनों का हो चुका एनकाउंटर हैप्पी ने अरुण के कहने पर यह रुपए अन्य गैंग सदस्यों सुनील और हिमांशु के खातों में ट्रांसफर किए थे। दोनों ने यह रकम निकालकर अरुण और रविंद्र को सौंप दी थी। अरुण और रविंद्र वही आरोपी हैं जो अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग मामले में उत्तर प्रदेश में हुए एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपी लंबे समय से कर रहे गैंग के सदस्यों को फंडिंग एसटीएफ के निरीक्षक राकेश के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपी लंबे समय से रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रहे थे और गैंग की फंडिंग व लॉजिस्टिक सपोर्ट संभालते थे। फिलहाल तीनों से पूछताछ जारी है और पुलिस इस मामले में गैंग की फाइनेंशियल चैन और नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई है। एसटीएफ बहादुरगढ़ यूनिट की टीम इस पूरे केस की गहन जांच कर रही है, ताकि गैंग के अन्य सहयोगियों और वित्तीय स्रोतों का भी खुलासा किया जा सके।
करनाल जिले की बेटी ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने, जान से मारने की धमकी देने और मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि शादी के बाद ससुरालियों ने उससे मायके से बाइक और एक लाख रुपए लाने की मांग की। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई और घर से निकाल दिया गया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता शशि ने करनाल पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 4 नवंबर 2022 को हिंदू रीति रिवाज से पंजाब के लुधियाना जिले के राजगुरु नगर निवासी निशु कुमार के साथ हुई थी। शादी में उसके माता-पिता ने लगभग 13-14 लाख रुपए खर्च किए थे और अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था। शादी के बाद वह ससुराल में बतौर पत्नी रहने लगी और उसे एक बेटी हुई जिसका नाम गीशू है, जो फिलहाल उसके पास है। शादी के बाद ससुराल वाले मारते लगे ताने लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही उसका पति, सास मुन्नी देवी, ससुर रामचरण सिंह और जेठ विष्णु उसे ताने मारने लगे। उन्होंने कहा कि वह गरीब घर की लड़की है और शादी में पर्याप्त दहेज नहीं लाई। ससुरालियों ने कहा कि उसकी वजह से उनका समाज में मजाक बना है क्योंकि वह बाइक नहीं लाई। इसी बात को लेकर वे उसे रोजाना ताने देते और दहेज में बाइक और नकद रुपए लाने का दबाव डालते रहे। महिला से पति के अवैध संबंधों का खुलासा पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद उसे यह भी पता चला कि उसके पति के शादी से पहले ही एक महिला से अवैध संबंध थे। यह बात ससुराल के सभी लोगों को मालूम थी, लेकिन उन्होंने शादी के समय यह बात छिपाई। जब उसे सच्चाई पता चली तो पति ने उसे पूनम से दूर रहने के बजाय उसी के साथ मिलने-जुलने और समय बिताने लगा। इस बात पर जब शशि ने आपत्ति जताई, तो पति और परिवार वालों ने उल्टा उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। पति और पूनम ने मिलकर की मारपीट, घर में किया बंद महिला ने बताया कि बीती 23 सितंबर को उसे पता चला कि उसका पति महिला के घर पर है। जब वह वहां पहुंची तो उसका पति बाइक लेकर भाग गया। इसी दौरान महिला पूनम ने उसे गालियां दीं, खींचकर घर के अंदर ले गई और शाम तक कमरे में बंद रखकर उसके साथ मारपीट की। उसने कहा कि अगर उसकी चाची सास सुनीता समय पर वहां नहीं पहुंचती तो वह शायद बच नहीं पाती। सुनीता ने उसे किसी तरह वहां से निकालकर जान बचाई। ससुराल लौटने पर फिर हुई मारपीट, घर से निकाला गया पीड़िता ने बताया कि जब उसने यह बात अपने ससुरालवालों को बताई तो उन्होंने भी उसका साथ देने के बजाय उल्टा उसके साथ फिर से मारपीट की। पति निशु कुमार, सास मुन्नी देवी, ससुर रामचरण सिंह और जेठ विष्णु ने मिलकर उसे तीन कपड़ों में घर से निकाल दिया। साथ ही धमकी दी कि जब तक वह मायके से बाइक और एक लाख रुपए नहीं लाएगी, तब तक उसे घर में नहीं बसाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह बिना पैसे के वापस आई तो जान से मार देंगे। पहले भी दी थी शिकायत, पर कार्रवाई नहीं हुई महिला ने बताया कि उसने पहले भी मारपीट के बाद पुलिस में शिकायत दी थी और मेडिकल भी करवाया था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने बीती 26 सितंबर को फिर से पुलिस अधीक्षक करनाल को लिखित दरखास्त दी। उसने अपनी शिकायत में कहा कि उसे ससुराल पक्ष से जान का खतरा है और वह चाहती है कि उसका घर बस जाए, लेकिन आरोपी दहेज के लालच में ऐसा नहीं चाहते। पुलिस जांच में पति पर लगे आरोप साबित जांच अधिकारी ने बताया कि शिकायत पर जांच की गई जिसमें दोनों पक्षों को बुलाकर बयान दर्ज किए गए। जांच में पाया गया कि महिला के पति निशु कुमार के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, मारपीट और जान से धमकाने के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। वहीं, अन्य आरोपी मुन्नी देवी, विष्णु और रामचरण के खिलाफ लगाए गए आरोपों के समर्थन में फिलहाल कोई सबूत नहीं मिला है। प्राथमिक जांच के आधार पर महिला के पति निशु कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी सविता के मुताबिक, यदि आगामी जांच में अन्य आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य मिलते हैं तो उन पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ओलंपिक में दो बार भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके व विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता मायना के बॉक्सर अमित पंघाल जीवन की नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं।
हिसार में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के पूर्व सदस्य जत्थेदार सरदार सुखसागर सिंह के आवास पर हुए हमले के मामले में सिख समुदाय के प्रतिनिधि गुरुवार को जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से मिले। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। सरदार सुखसागर सिंह ने अधिकारियों को बताया कि 17 अक्टूबर की रात करीब 1:30 बजे 10-15 हथियारबंद लोगों ने उनके डाबड़ा चौक स्थित घर पर हमला किया। हमलावरों ने फायरिंग की, गाली-गलौच की और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने घर की ओर आग के गोले भी फेंके। उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत उसी रात पुलिस को दी गई थी, लेकिन अब तक किसी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर समुदाय के लोगों ने डीसी और एसपी से मिलकर मामले में कड़ी कार्रवाई और परिवार की सुरक्षा की मांग की। तत्काल गिरफ्तारी की मांग सरदार सुखसागर सिंह ने मांग की कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी, दंगा और आग्नेयास्त्रों के प्रयोग जैसी धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी की जाए। जिला उपायुक्त और एसपी ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सिख समाज ने सुखसागर सिंह और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग भी दोहराई।