Haryana: कांग्रेस विधायक दल की बैठक, विधानसभा सत्र से पहले विपक्ष की सैनी सरकार को घेरने की तैयारी
हरियाणा कांग्रेस अब विधानसभा सत्र से पहले सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में जुट गई है।
हरियाणा कांग्रेस अब विधानसभा सत्र से पहले सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में जुट गई है।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ का भूगोल विभाग राजस्थान के सवाई माधोपुर, उदयपुर और सिरोही जिलों में हाल ही में हुई भारी वर्षा और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का भौगोलिक सर्वेक्षण करेगा। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से जनजीवन, कृषि, आजीविका और पर्यावरण पर पड़े सामाजिक एवं आर्थिक प्रभावों का गहन अध्ययन करना है। विश्वविद्यालय परिसर से इस सर्वेक्षण दल को कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि भौगोलिक सर्वेक्षण और सामाजिक सहभागिता के माध्यम से शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य को जनहित में पूरा किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अध्ययन विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ समाज से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगा। इस अवसर पर भौतिकी एवं खगोल भौतिकी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. सुनीता श्रीवास्तव भी उपस्थित रहीं। भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एमएल मीणा ने बताया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल कक्षा शिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन की परिस्थितियों से जोड़कर यह सिखाना है कि समाज में शिक्षा का उपयोग कैसे किया जा सकता है। डॉ. सीएम मीणा और डॉ. खेराज के मार्गदर्शन में रवाना हुए इस अध्ययन दल में दो शोधार्थी, प्रदीप कुमार और सुशीला, तथा 44 विद्यार्थी शामिल हैं। यह टीम प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थानीय निवासियों से साक्षात्कार, फोटोग्राफिक दस्तावेजीकरण और स्थल अवलोकन के माध्यम से डेटा एकत्र करेगी। इसके अतिरिक्त, दल सैटेलाइट आधारित जीपीएस उपकरणों का उपयोग कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के स्थानिक आंकड़े एकत्र करेगा, जिससे भू-स्थानिक विश्लेषण अधिक सटीक रूप से किया जा सकेगा। यह अध्ययन न केवल आपदा प्रबंधन और पुनर्वास योजनाओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगा, बल्कि भविष्य में सतत विकास नीतियों और भौगोलिक अनुसंधान के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
पानीपत के जाटल रोड स्थित सृजन पब्लिक स्कूल में बच्चे के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। दूसरी कक्षा के सात साल के मासूम ने होमवर्क नहीं किया तो शिक्षिका को इतना नागवार गुजरा कि उसने सजा देने के लिए स्कूल के वैन चालक से उसे पिटवा दिया।
शनिवार रात बाइक सवार बदमाशों ने 22 साल के एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी।
हरियाणा के अंबाला शहर नगर निगम चुनाव की आहट अब साफ सुनाई देने लगी है। हरियाणा सरकार ने अंबाला नगर निगम के लिए नए वार्ड निर्धारण का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिससे यह साफ हो कि 2026 में होने वाले चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस बार भी निगम में कुल 20 वार्ड रहेंगे लेकिन आबादी और आरक्षण समीकरणों में बड़ा बदलाव आया है, जो आने वाले चुनावी दंगल में कई राजनीतिक समीकरण बदल सकता है। नगर निगम का मौजूदा कार्यकाल 14 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। ऐसे में जनवरी 2026 तक चुनाव कराए जाने की संवैधानिक बाध्यता है। 33 हजार कम हुई जनसंख्या नए नोटिफिकेशन के अनुसार, अब अंबाला नगर निगम क्षेत्र की जनसंख्या घटकर 2 लाख 71 हजार 68 रह गई है। यह आंकड़ा पिछले चुनाव (2020 ) की तुलना में 33 हजार कम है। इतना ही नहीं, अनुसूचित जाति (एससी) की आबादी में भी करीब आधी गिरावट दर्ज की गई है। 71 हजार से घटकर 36 हजार रह गई है। घटती जनसंख्या बढ़ती सियासी सरगर्मी 2020 के नोटिफिकेशन में अंबाला नगर निगम की जनसंख्या तीन लाख तीन हजार 850 बताई गई थी, जो घटकर 2.71 लाख रह गई है। यह संख्या नगर निगम की कानूनी मान्यता की न्यूनतम सीमा (तीन लाख) से भी करीब 29 हजार कम है। ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि क्या आने वाले समय में नगर निगम के अस्तित्व पर भी कोई कानूनी संकट आ सकता है? राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जनसंख्या और आरक्षण में हुए इस बदलाव से कुछ राजनीतिक दलों को लाभ मिल सकता है, तो कुछ को रणनीति फिर से तैयार करनी होगी। ये हैं राजनीतिक मायने आरक्षण में फेरबदल हो चुका है तो भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और स्थानीय निर्दलीय सभी अपने सियासी पत्ते दोबारा से बिछाएंगे। अनुसूचित जाति के वार्ड घटने से कुछ मौजूदा पार्षदों को टिकट मिलने में मुश्किल हो सकती है। वहीं, पिछड़ा वर्ग की बढ़ी हिस्सेदारी से नए चेहरे उभरने की संभावना है।
सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
हरियाणा के अंबाला शहर स्थित धर्मशाला श्री गेंडामल के पुजारी और ट्रस्ट के बीच चल रहे विवाद के बीच कल देर रात मंदिर को बजरंग दल द्वारा खोला गया। मंदिर खुलने के बाद उसमें 10 दिन बाद पुजा हो सकी। मामले में जहां ट्रस्ट का आरोप है कि पुजारी मंदिर व धर्मशाला पर कब्जा करना चाहता है तो वहीं, मामले में पुजारी की पत्नी ने भी पुलिस को शिकायत दे दी है। इसमें आरोप लगाया कि यह पिछले 40 साल से रह रहे हैं और उन्हें यहां पर ताले लगाकर बंधक बनाया है। देर रात बजरंग दल ने कराई पूजा वहीं, देर रात बजरंग दल ने मंदिर पहुंचकर वहां ताले खुलवाना शुरू किया मंदिर पर दो ताले लगे हुए थे। एक ताला मंदिर ट्रस्ट द्वारा तो दूसरा पुजारी द्वारा लगाया गया ताला मंदिर के गेट पर लगा हुआ था। बजरंग दल के देवीलाल ने यह ताला खुलवाया और कहा कि आप अपने विवाद में मंदिर को क्यों बंद कर रहे हैं। इस दौरान देर रात मंदिर में पूजा करा कर प्रसाद भी बांटा गया। जन्माष्टमी का पर्व भी नहीं मनाया गया इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व नहीं मनाया जा सका, क्योंकि यहां पर मंदिर के पुजारी और ट्रस्ट के बीच विवाद खड़ा हो गया। हालांकि इससे पहले भी आपस में कोर्ट में केस विचाराधीन है लेकिन अब ट्रस्ट के कमरों पर एक के बजाए दो-दो ताले लग गए हैं। यहां देखिए मंदिर खुलने के बाद के फोटो पुजारी की पत्नी ने दी शिकायत किशोरी पत्नी पंडित मदन गोपाल ने शिकायत में बताया कि उनके पति धर्मशाला श्री गैंडामल के मंदिर में पुजारी का काम करते हैं, उससे पहले उनके दादा धर्मशाला के मंदिर में पुजारी थे। धर्मशाला में रहने के लिए कमरे भी बने हुए हैं, जोकि उनके पति पिछले 40 साल से ही अपने परिवार सहित धर्मशाला के 4 कमरों में रह रहे हैं। कुछ लोग खुद को धर्मशाला के पदाधिकारी बताते हैं। उन्होंने धर्मशाला की जमीन- जायदाद को बिना किसी कानूनी हक के बेचने व तोड़ने में लगे हुए हैं। उन्हें धमकी देते हैं कि जबरदस्ती धर्मशाला के कमरों से निकाल देंगे। उनकी धमकियों से तंग व परेशान होकर उनके पति को अदालत में केस करना पड़ा। जो कि अभी अदालत में विचाराधीन है। केस डालने के कारण आरोपित उनसे ईर्ष्या भाव रखने लग गए। उन्हें व परिवार को कोई न कोई बहाना बनाकर तंग परेशान करने लग गए हैं। बंधक बनाने का आरोप शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 14 अगस्त कुछ लोगों के साथ धर्मशाला में आए और देखते ही देखते मंदिर के तालों के ऊपर अपने ताले लगाने लगे। उनके कमरों को भी बाहर से ताला लगाने लगे और इतने में पति व छोटा बेटा धर्मशाला से बाहर चले गए। धर्मशाला के मेन गेट पर भी ताला लगाकर उन्हें व बड़े बेटे को धर्मशाला में बंधक बना दिया। इन पर पुजारी की पत्नी ने लगाया आरोप पुजारी की पत्नी ने बताया कि उसने पुलिस चौकी दो में शिकायत दी है। जिसमें प्रधान, सचिव, सेक्टर-9 के रहने वाले दो लोगों, एक बैंक कालोनी में रहने वाले और अन्य के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी है। धमकी देने लगे कि उन्हें धर्मशाला में बंद करके जान से खत्म कर देंगे। बिजली, पानी भी बंद कर देंगे और बाथरूम वगैरह को भी ताला लगा देंगे। पति व बच्चों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर जीवन बर्बाद कर देंगे। इसके बाद उन्होंने डायल 112 पर फोन किया और पुलिस वाले मौके पर आए। जिन्होंने धर्मशाला का गेट खुलवाया था।