कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर साधा निशाना: अब दलदल में नहीं रहूंगा, हरियाणा के पूर्व मंत्री संपत बोले…
प्रो. संपत सिंह ने मंगलवार को कहा कि अब वे दलदल में नहीं रहेंगे। कांटों भरी राह चुनेंगे।
प्रो. संपत सिंह ने मंगलवार को कहा कि अब वे दलदल में नहीं रहेंगे। कांटों भरी राह चुनेंगे।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज कुरुक्षेत्र के दौरे पर हैं।
अक्तूबर में जसिया (रोहतक) के चौधरी छोटूराम धाम से जाट आंदोलन का बिगुल बज सकता है।
मेहनत और लगन से अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो बड़ी से बड़ी मंजिल भी आसान हो जाती है। इसका जीता-जागता उदाहरण गांव गामड़ा की पूर्व सरपंच ज्योति ने पेश किया है। ज्योति का चयन विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान में सहायक तकनीकी निदेशक के पद पर हुआ है। उन्होंने इस परीक्षा में देशभर में तीसरी रैंक हासिल कर न केवल गांव गामडा, बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया। गांव में जैसे ही यह खबर पहुंची, लोग बधाइयां देने उनके घर उमड़ पड़े। ग्रामीणों ने मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की और कहा कि ज्योति ने साबित कर दिया कि गांव में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और बेटियां भी मेहनत और संघर्ष के बल पर ऊंचे मुकाम हासिल कर सकती हैं। ज्योति इससे पहले विज्ञान तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने बताया कि जब वह गांव की सरपंच थीं, तब अनेक विकास कार्यों को करवाकर गांव को नई पहचान दी। सरपंच रहते ही उनका चयन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) में विज्ञान तकनीकी सहायक के लिए हुआ था और वह पिछले तीन वर्षों से हिसार में सेवाएं दे रही थीं। कामकाज के साथ साथ पढ़ाई जारी रखी ज्योति ने बताया कि कामकाज के साथ-साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई और तैयारी को जारी रखा। साल 2023 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में सहायक तकनीकी निदेशक पद की परीक्षा दी थी। अब घोषित नतीजों में उन्हें देशभर में तीसरा स्थान मिला है। ज्योति का कहना है कि यह उपलब्धि उनके पति, माता-पिता, परिवार और गांववासियों के आशीर्वाद से संभव हुई है। उनकी सफलता से पूरे गांव में खुशी की लहर है। ग्रामीणों का कहना है कि ज्योति ने गांव का मान बढ़ाया है। पूर्व सरपंच का इतने बड़े पद पर चयन होना सभी के लिए गर्व का विषय है। ज्योति अब देश की सेवा नए पद पर रहकर करेंगी। उनकी उपलब्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यदि संकल्प और मेहनत हो तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।
हरियाणा में जाट आंदोलन की हलचल फिर से शुरू हो गई है। जाट आरक्षण समिति के पदाधिकारी अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर इसको लेकर लोगों को एकजुट कर रहे हैं। इसी कड़ी में आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया व प्रदेश अध्यक्ष गंगाराम श्योराण दादरी पहुंचे जहां उन्होंने भाईचारा सम्मेलन कर आरक्षण के लिए समाज को लोगों को एकजुट रहने का संदेश दिया। वहीं उन्होंने स्पष्ट कहा कि आगामी अक्टूबर महीने में वे जसिया के चौधरी छोटूराम धाम से जाट आंदोलन का बिगुल बजा सकते हैं। आंदोलन उनका हक है चरखी दादरी में जाट धर्मशाला में भाईचारा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आंदोलन उनका हक है और जरूरत पड़ी तो इसके लिए दोबारा से भी आंदोलन कर सकते हैं। आंदोलन के लिए कर रहे समाज को एकजुट बता दे कि जाट धर्मशाला में शनिवार दोपहर बाद करीब तीन बजे आयोजित भाईचारा सम्मेलन में जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप दहिया, प्रदेश अध्यक्ष गंगाराम पूनिया सहित दूसरे पदाधिकारी पहुंचे और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें बार-बार सरकार द्वारा अहीर, गुर्जर के समान आरक्षण देने का वादा किया गया है लेकिन इसे धरातल पर लागू नहीं किए जाने के कारण जाट समाज को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में इस प्रकार के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे जिनका उद्देश्य समाज को एकजुट करना है। इन सम्मेलनों के जरिए जाट आरक्षण की रूप रेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा आरक्षण उनका हक है और इसको लेकर जरूरत पड़ी तो वे फिर से आंदोलन करेंगे। 5 अक्टूबर को लेंगे फाइनल निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया ने कहा कि प्रदेशभर में भाईचारा सम्मेलन करने के बाद आगामी 5 अक्टूबर को जसिया के चौधरी छोटूराम धाम पर राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी लोगों की रायशुमारी लेकर आंदोलन को लेकर मंथन किया जाएगा। उसके बाद ही वे फाइनल निर्णय लेंगे। मांग पूरी नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने पहले भी अपने हकों के लिए 52 दिन तक शांतिपूर्वक आंदोलन किया था। इस दौरान कुछ लोगों ने आंदोलन के बीच घुसकर उनके आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास भी किया। दहिया ने कहा कि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो वे शांतिपूर्वक ढंग से दोबारा आंदोलन शुरू करेंगे। ये रहे मौजूद इस दौरान जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया, प्रदेश अध्यक्ष गंगाराम श्योराण, विद्यानंद हंसावास, फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट आदि मौजूद थे।
भूगोल व सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका सुनीता ढुल को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा।