Actionpunjab

Action Punjab Logo
Breaking News

वरध

Haryana

फतेहाबाद में दुकानों के बाहर चला बुलडोजर:नप प्रशासन ने हटवाया अतिक्रमण; दिन में विरोध की आशंका, इसलिए दुकानें खुलने से पहले कार्रवाई

फतेहाबाद शहर में सुबह-सुबह नगर परिषद प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इसकी शुरुआत लघु सचिवालय के सामने से की गई। यहां दुकानों के बाहर अवैध रूप से लगे शेड व अन्य सामान को तोड़ दिया गया। काफी सामान नगर परिषद की टीम ट्राली में डालकर ले गई। इस दौरान जिला नगर आयुक्त (DMC) संजय बिश्नोई, ईओ राजेंद्र सोनी सहित कई अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम ने बुलडोजर की मदद से दुकानों के बाहर अवैध रूप से लगाए गए फड़, शेड व अन्य सामान को तोड़ डाला। धड़ाधड़ एक के बाद एक कई दुकानों के आगे से अवैध सामान तोड़ा गया। साथ-साथ कर्मचारी इस तोड़े गए सामान को ट्राली में डालते रहे। गौरतलब है कि एक दिन पहले बुधवार को भी डीएमसी के नेतृत्व में नगर परिषद टीम ने शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। मगर तब दुकानदारों के विरोध के चलते टीम समय देकर वापस लौट गई थी। सुबह-सुबह की रणनीति से सिरे चढ़ा रहे अभियान दिन के समय में दुकानदारों द्वारा विरोध किए जाने के चलते नगर परिषद प्रशासन ने सुबह-सुबह ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। शहर में अधिकांश दुकानें सुबह 9 बजे के बाद ही खुलती है। ऐसे में डीएमसी संजय बिश्नोई सुबह 7 बजे ही कर्मचारियों को लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंच गए। लघु सचिवालय के सामने से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू करवाया गया। बुलडोजर ड्राइवर लघु सचिवालय से भूना मोड़ की तरफ की दुकानों के आगे से शेड तोड़ता हुआ आया। अस्थायी ठिकाने भी हटाए गए लघु सचिवालय के सामने ही चाय के खोखो और फ्रूट विक्रेताओं की ओर से अस्थायी रूप से बनाए गए ठिकानों को भी हटा दिया गया। इन खोखों के बाहर बैठकर लोग चाय पीते हैं। दिन के समय में लघु सचिवालय में आने वाले लोग भी बाहर बैठकर अपने काम का इंतजार भी करते हैं।

Haryana

कैथल में 10वीं की छात्रा से छेड़छाड़:घर पर अकेली पाकर घुसा युवक, पिता बोला- विरोध करने पर मारपीट की

कैथल की एक कॉलोनी में 10वीं की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। आरोपी पड़ोस का ही रहने वाला है, विरोध करने पर उसने मारपीट भी की। छेड़छाड़ के बाद किसी को इस बारे में बताने पर लड़की को जान से मारने की धमकी भी दी गई। लड़की ने जैसे ही इस बारे में परिजनों को बताया कि तो उन्होंने शहर थाना में इसकी शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पिता ने दी पुलिस को शिकायत लड़की के पिता ने शहार थाना में दी शिकायत में बताया कि 13 सितंबर को उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी अपने घर पर काम कर रही थी। उस दौरान परिवार के अन्य सदस्य अपने-अपने काम से बाहर गए हुए थे। लड़की घर पर अकेली थी। उसे अकेली देखकर प्रवीन नामक आरोपी उनके घर में घुस गया और लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगा। किसी को बताने पर दी धमकी पिता ने कहा कि जब लड़की ने विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ हाथापाई व मारपीट की। बाद में किसी को घटना के बारे में जानकारी देने पर उसे जान से मारने की धमकी देकर मौके से भाग गया। डरी सहमी लड़की ने जब परिवार को इस बारे में बताया तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। मामले की जांच कर रही पुलिस शहर थाना एसएचओ गीता ने बताया कि इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत आई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

Haryana

अंबाला में पोल्ट्री फॉर्म के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन:ग्रामीण बोले- अधिकारी गलत रिपोर्ट पेश कर रहे, बाहर नारेबाजी की

हरियाणा के अंबाला के साहा के समलेहड़ी स्थित दो मुर्गी फॉर्म को बंद कराने को लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने गेट के बाहर आकर जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों पर आदेश के बाद भी उक्त पोल्ट्री फॉर्म को बंद ना करने का आरोप भी लगाया। लोगों ने इस मामले को लेकर चेतावनी भी दी है कि अगर पोल्ट्री फॉर्म बंद नहीं किए गए तो वह सीएम और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव से शिकायत करेंगे। ग्रामीण बोले- बंद होना चाहिए इस मामले में कृष्ण चौहान ने बताया कि गांव के अंदर गर्ग व प्रेम पोल्ट्री फॉर्म चल रहे हैं। इसको लेकर ग्रामीण पिछले कई सालों से बंद कराने को लेकर प्रयासरत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ये पोल्ट्री फॉर्म यहां से बंद होने चाहिए। उनका आरोप यह भी है कि ये प्रदूषण विभाग के किसी भी निम्स का पालन नहीं करते हैं। जिससे गांव में लोगों को परेशानी होती है। उन्होंने आगे बताया कि 2014 व 2015 को हरियाणा प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव ने बंद करने के आदेश दे दिए थे। इसके बाद अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट में छेड़छाड़ कर दिया। इसको लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे मान सिंह राणा ने बताया कि उन्होंने 2020 में फिर से ऑर्डर को सही कराया। नियमानुसार मुर्गी की उम्र 72 हफ्ते यानि 504 दिन हैं। क्योंकि इतने दिन तक ही मुर्गी का अंडे देना फायदेमंद होता है। पोल्ट्री फॉर्म वालों ने अक्टूबर 2020 में लिखकर दिया था कि आगे कोई मुर्गी नहीं डाली जाएगी। इसके बावजूद भी दोनों पोल्ट्री फॉर्म चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार आदेश आने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं, इस मामले को लेकर अंबाला कैंट एसडीएम वीणेश कुमार ने कहा कि इनको बंद करने के आदेश जरूर दिए गए थे। लेकिन, इस मामले में सरकार ने इसको बंद कराने के आदेश को रिबोक कर लिया था। झूठी रिपोर्ट देने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का साइंटिस्ट हो चुका सस्पेंड‎ वहीं, मानसिंह व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पोल्ट्री फार्म‎ को अनुचित फायदा पहुंचाने के लिए हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साइंटिस्ट ने गलत रिपोर्ट पेश कर दी थी। उसने मानक लागू होने से एक साल पहले ही उक्त पोल्ट्री फार्म की रजिस्ट्री‎ होना दिखा दिया था। इस मामले में उसे सस्पेंड कर‎ दिया गया था। इसके बाद पटवारी ने अपनी रिपोर्ट में गर्ग पोल्ट्री फॉर्म जोकि सड़क से 200 मीटर अंदर है, उसे‎200 मीटर दूर दिखा दिया था।

Haryana

आजाद हिंद फौज के सिपाही बता प्रतिमा लगाई:हिसार के आर्यनगर में ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासन ने कुंभाराम की मूर्ति हटवाई

हिसार के आर्यनगर में एक परिवार द्वारा लगवाई गई कुंभाराम की प्रतिमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। परिवार ने कुंभाराम को आजाद हिंद फौज का सिपाही बताया। लेकिन ग्रामीणों ने इस दावे का विरोध किया। जिला प्रशासन ने पुलिस बल की मौजूदगी में हिसार-बालसमंद मार्ग के पातन मोड़ पर स्थित फोरलेन चौराहे से प्रतिमा को हटवा दिया। बिजली निगम के ड्यूटी मजिस्ट्रेट संजय सांगवान की देखरेख में यह कार्रवाई की गई। प्रतिमा का विवाद काफी समय से चल रहा था। रोड निर्माण शुरू होते ही परिजनों ने चौराहे पर प्रतिमा लगवा दी थी। शुरू में इसे कपड़े से ढका रखा गया। बाद में परिजनों ने इसका लोकार्पण कर दिया। ग्रामीण भजनलाल के अनुसार, कुंभाराम भूतपूर्व सैनिक थे। उन्हें जर्मनी, इटली और भारत से सैन्य सम्मान मिले थे। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत, जिला पार्षद और पंचों की सहमति से प्रस्ताव पास करवाया गया था। इसके लिए दस हजार रुपए की फीस भी जमा की गई थी। ग्रामीण जता रहे थे विरोध दरअसल, गांव के मुख्य एंट्री पर बनी इस मूर्ति को लेकर ग्रामीण ही विरोध जता रहे थे और इस मूर्ति को यहां से हटवाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार मूर्ति लगने से मुख्य सड़क से गांव में आने वाले संसाधनों को दिक्कत होती थी। छोटे से चौराहे पर मूर्ति लगने से बड़ा हादसे होने का डर हमेशा होता था। ग्रामीणों ने बताया कि नियमानुसार हाईवे के बीचों बीच कोई मूर्ति लग ही नहीं सकती थी।

Haryana

रेवाड़ी में भूख हड़ताल पर स्वास्थ्य कर्मी:जिया फेंसिंग का विरोध, बोले : डाटा लीक होने का खतरा, साइबर सिक्योरिटी नहीं

हरियाणा के रेवाड़ी में जियो फेंसिंग से हाजिरी के विरोध में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी वीरवार को सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। भूख हड़ताल में विभाग की प्रत्येक यूनियन से 2-2 सदस्यों ने हिस्सा लिया है। प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की हाजिरी के लिए जियो फेंसिंग सिस्टम शुरू कर दिया है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग में लगे सभी कर्मचारियों की हाजिरी एप के द्वारा लगाई जाएगी। इसके विरोध में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उतरे हुए हैं तथा वे सरकार के इस फैसले को रद्द करने की मांग लगातार कर रहे हैं।​​​​​​​ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जियो फेंसिंग से हाजिरी को निजता का हनन बता रहे हैं। इसके साथ-साथ साइबर सिक्योरिटी का रिस्क भी कर्मचारी बता रहे हैं। ये बोले पदाधिकारी भूख हड़ताल में शामिल यूनियन भूख हड़ताल में डाक्टर्स डा. सुधा यादव, डा. दीपक वर्मा, डा. विद्यासागर, नर्सिंग से कांता कुमार और रमन कुमार, एमपीएचडब्ल्यू से राजबाला और माया, एनएचएम संतोष व अजय कुमार, लैब टेक्निशियन से रमेश कुमार और प्रवीन, फार्मेसी से सतीश यादव, मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन से संतोष, रेडियोग्राफर यूनियन से सुरेंद्र व संदीप, ओटी से ज्ञानेंद्र व संदीप, एचकेआरएन से सुरेंद्र व रतन शामिल रहे।

Haryana

अंबाला में वकीलों पर FIR के विरोध में वर्क सस्पेंड:करनाल के एडवोकेटों ने जताया रोष, प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा मामला

अंबाला में दो सीनियर एडवोकेट्स पर एफआईआर दर्ज होने के बाद करनाल समेत पूरे हरियाणा के वकील विरोध में उतर आए। इस विरोध के तहत बुधवार को बार एसोसिएशनों ने वर्क सस्पेंड रखा। वकीलों का कहना है कि एफआईआर झूठी है और प्रशासन बिना कारण वकीलों पर केस दर्ज कर रहा है। करनाल बार एसोसिएशन के प्रधान सुरजीत ने कहा कि बार एसोसिएशन अंबाला की कॉल पर यह वर्क सस्पेंड रखा गया है। प्रॉपर्टी विवाद से शुरू हुआ मामला दरअसल, अंबाला का यह मामला एक प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार, एक किरायेदार ने वकीलों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया था। वकीलों ने कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई करते हुए प्रॉपर्टी खाली करवा ली। इसके बाद किरायेदारों ने सिफारिश लगवाकर दोनों एडवोकेट्स पर एफआईआर दर्ज करवा दी। वकीलों का आरोप है कि यह एफआईआर पूरी तरह झूठी है और इसी का विरोध किया जा रहा है। 15 दिन में तीसरी बार वर्क सस्पेंड प्रधान सुरजीत ने बताया कि पिछले 15 दिनों में यह तीसरी बार है जब वर्क सस्पेंड करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जहां पुलिस ने अवैध तरीके से एक वकील को हिरासत में लिया था। उस दौरान जब साथी एडवोकेट्स पक्ष रखने पहुंचे तो उनके साथ भी बदसलूकी की गई थी। बाद में जब पूरे हरियाणा में वर्क सस्पेंड किया गया तो उसका असर देखने को मिला और 6 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई।

Haryana

Haryana: सीएम सैनी की बड़ी घोषणा, 1984 के सिख विरोधी दंगों में जान गंवाने वालों के परिजनों को सरकारी नौकरी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने सदन में एलान किया कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में हरियाणा के जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनके परिजनों को सरकार नौकरी देगी।

Haryana

भिवानी वैश्य कॉलेज में तीन दिन का विरोध प्रदर्शन:टीचरों-ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की मांग, कॉलेज बिल्ले लगाकर जताया विरोध

भिवानी जिले के वैश्य कॉलेज में हरियाणा कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ने AIFUCTO के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन 19 से 21 अगस्त 2025 तक चलेगा। टीचरों ने काले बिल्ले लगाकर अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया। 21 अगस्त को दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक सांकेतिक धरना दिया गया। पदोन्नति में पीएचडी की अनिवार्यता खत्म टीचरों की प्रमुख मांगों में ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करना शामिल है। साथ ही एनपीई 2020 और यूजीसी ड्राफ्ट रेगुलेशन 2024-25 को वापस लेने की मांग की गई। टीचर चाहते हैं कि पदोन्नति में पीएचडी की अनिवार्यता खत्म की जाए। पूरे देश में सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष की जाए। कुल बजट का 10 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया जाए। अतिथि प्राध्यापकों को यूजीसी के नियमों के अनुसार वेतन मिले। कार्यक्रम में ये रहे शामिल AIFUCTO के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. नरेंद्र चाहर ने सभी मांगों को जल्द लागू करने की मांग की। हरियाणा कॉलेज टीचर एसोसिएशन के महासचिव डॉ. राजेंद्र सिंह ने भारत सरकार से मांगों पर विचार करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में डॉ. सविता जैन, डॉ. धीरज त्रिखा, डॉ. प्रदीप भारद्वाज, डॉ. श्रुति, डॉ. कामना कौशिक, डॉ. सरिता गोयल समेत कई प्राध्यापक मौजूद रहे।

Haryana

हांसी में मनीषा हत्याकांड के विरोध में कैंडल मार्च: युवक ने किए तीन हवाई फायर, सीएम के खिलाफ बोले अपशब्द

भिवानी जिले में 19 साल की शिक्षिका मनीषा की हत्या के विरोध में हांसी में सोमवार शाम को कैंडल मार्च निकाला गया।

Scroll to Top