दलदल में दबे अरमान: रबी बिजाई की टूट रहीं उम्मीदें, भिवानी की चार हजार एकड़ से अभी तक नहीं निकला बारिश का पानी
खेतों से तीन माह बाद भी बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से किसानों के अरमान और ट्रैक्टर दलदल में धंस रहे हैं।
खेतों से तीन माह बाद भी बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से किसानों के अरमान और ट्रैक्टर दलदल में धंस रहे हैं।
अल्फा सिटी में स्थित म्यूजिक कंपनी के कार्यालय पर सुबह 5:00 बजे बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी।
गुरुग्राम के सोहना में एक युवक पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना बीते गुरुवार को हुई थी, जिसमें सोहना निवासी नरेश गंभीर रूप से घायल हो गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान गांव नंगली निवासी सतबीर, मोनू और दिनेश के रूप में हुई है। एसीपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में झगड़े का कारण आपसी लेनदेन का विवाद सामने आया है। तहसीलदार पर हमला करवाने का आरोप हालांकि, पीड़ित नरेश और उसके परिजनों ने तहसीलदार शिखा गर्ग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि तहसीलदार की शह पर ही उस पर हमला कराया गया और जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया। कॉल डिटेल खंगाली जा रही पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 126(2), एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(आर) और 351 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें पीड़ित और आरोपियों के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी, ताकि वारदात में प्रयुक्त गाड़ियों और डंडों को बरामद किया जा सके। पीड़ित के हाथ-पैर टूटे जानकारी के अनुसार, नरेश किसी काम से सोहना तहसील गया था, तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में नरेश के हाथ और पैर टूट गए। घायल अवस्था में उसके भाई ने उसे सोहना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुरानी लेनदेन की रंजिश से जुड़ा मामला एसीपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष रूप से पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दोहराया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी लेनदेन की रंजिश से जुड़ा प्रतीत होता है। पुलिस का कहना है कि आगे की जांच के आधार पर ही तहसीलदार और अन्य संबंधित व्यक्तियों की भूमिका स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ जारी है।
कैथल के गांव सैर में चोर एक मकान से लाखों रुपए के गहने और 70 हजार रुपए नकदी चोरी करके ले गए। इस दौरान मकान की मालिक महिला अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी। जब वापस लौटी तो कमरों के ताले टूटे हुए मिले। इस संबंध में महिला ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दशहरे के दिन बाहर गया परिवार गांव सैर निवासी पूजा देवी ने सीवन थाना में दी शिकायत में बताया कि दो अक्टूबर को दशहरे के दिन वह अपने मकान पर ताला लगाकर अपने मायके गांव गोघ गई हुई थी। पांच अक्टूबर को वह शाम को अपने घर आई। जैसे ही वह बाहर वाला मेन गेट खोलकर अन्दर गई तो देखा कि मकान में बने दोनों कमरों में समान बिखरा पड़ा था। कमरों में रखी पेटियों के ताले टूटे हुए मिले। बिखरा मिला सामान सामान बिखरा हुआ था। एक पेटी के ऊपर जो संदूक रखा था, वह भी टूटा पड़ा था। चैक करने पर पाया कि पेटी में रखे करीब 70 हजार रुपए व एक जोड़ी सोने की कानों की बाली, एक सोने का ओम व पैरों के चांदी की पायल गायब मिले। शिकायतकर्ता ने कहा कि कोई अज्ञात आरोपी उनके घर से यह सामान चोरी करके ले गया। उसे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। सीवन थाना के जांच अधिकारी जरनैल सिंह ने बताया कि इस संबंध में महिला ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
पानीपत जिले के इसराना थाना क्षेत्र स्थित बुआना लाखू गांव में एक किसान के खेत से गैस सिलेंडर और पानी निकालने वाला पंखा चोरी हो गया। यह घटना 23 सितंबर की रात को हुई। किसान सुमित पुत्र जसवीर सिंह ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी है। मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। बारिश से खेत में भरा था पानी जानकारी के अनुसार किसान सुमित ने बताया कि उनका खेत गणेश भट्ठा के पास है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरा हुआ था, जिस वजह से वे खेत पर नहीं जा पा रहे थे। जब पानी कुछ कम हुआ और वे खेत पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि खेत में बने मकान का ताला टूटा हुआ था। कई दिन बीतने पर खुलासा सुमित के अनुसार, मकान के बाहर लगा पानी निकालने वाला पंखा गायब था। अंदर देखने पर गैस सिलेंडर और कुछ अन्य सामान भी नहीं मिला। उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों को दी, जिन्होंने सोचा कि शायद किसी जरूरत मंद ने पानी निकालने के लिए सामान लिया होगा और वापस कर देगा। हालांकि, कई दिन बीत जाने के बाद भी जब सामान वापस नहीं मिला, तो सुमित ने इसराना थाने में घटना की सूचना दी। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने किसान की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि चोरों की तलाश जारी है और मामले की जांच की जा रही है।
एक आवारा कुत्ते ने घर के बाहर खेल रहे ढाई साल के बच्चे वैभव राणा पर हमला कर दिया।
हरियाणा सरकार ने राइस मिलर्स को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने नई कस्टम मिल्ड राइस पॉलिसी (CMR) जारी कर दी है। हालांकि इस पॉलिसी का राइस मिलर्स विरोध कर रहे हैं। इसकी वजह है कि नई पॉलिसी में बड़ा बदलाव करते हुए डिलीवरी में टूटे चावल की स्वीकार्य सीमा को घटा दिया गया है, जो पहले यह 25% था, अब यह घटाकर सिर्फ 10% कर दिया गया है। मिल मालिकों का तर्क है कि इस कदम से उनका बोझ बढ़ जाएगा, क्योंकि मिलिंग के दौरान टूटना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। नई पॉलिसी में पैकजिंग शुल्क तय किया नई नीति में, सरकार ने टूटे चावल को कम करने के लिए अतिरिक्त मिलिंग लागत के लिए 2.23 रुपए प्रति क्विंटल, अतिरिक्त भंडारण लागत के लिए 1.23 रुपए प्रति क्विंटल और टूटे चावल की पैकेजिंग शुल्क के लिए 3.33 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। इन दरों के मुकाबले, टूटे चावल की प्रसंस्करण और हैंडलिंग लागत लगभग 25 रुपए प्रति क्विंटल है। मिल मालिकों ने बचे 15% टूटे चावल पर भी स्पष्टता की मांग की है। राइस मिलर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ गुप्ता ने कहा, कि हम शेष 15% टूटे चावल पर स्पष्टता की मांग करते हैं क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में सीएमआर लागू करना मुश्किल है। फेजवाइज करनी होगी चावल की डिलीवरी नई एमएनआर पॉलिसी के तहत मिल मालिकों को चरणबद्ध तरीके से चावल की आपूर्ति करनी होगी। दिसंबर 2025 तक 15%, जनवरी 2026 तक 25%, फरवरी के अंत तक 20%, मार्च के अंत तक 15%, मई के अंत तक 15% और 30 जून तक अंतिम 10%। केंद्र ने सामान्य धान के लिए एमएसपी 2,369 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ‘ए’ के लिए 2,389 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। धान ले जाने के लिए नहीं मिलेगा ट्रांसपोर्ट मिल मालिकों ने अनाज मंडियों से एफसीआई गोदामों तक धान ले जाने के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने से सरकार के इनकार पर भी निराशा व्यक्त की। मिलर्स ने आरोप लगाया, हमें और किसानों को सीजन के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ा क्योंकि ट्रांसपोर्टरों को पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराए बिना ही टेंडर मिल जाते हैं। कुछ ट्रांसपोर्टरों द्वारा प्रशासन को फर्जी वाहन नंबर दिए जाते हैं, जिसका पहले भी खुलासा हो चुका है। इस साल 13.97 लाख एकड़ में बुवाई कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अनुमान के अनुसार, इस वर्ष लगभग 13.97 लाख एकड़ में धान की बुवाई होगी और मंडियों और खरीद केंद्रों में लगभग 84 लाख मीट्रिक टन धान की आवक होगी। इसमें से, खरीद एजेंसियों द्वारा लगभग 54 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद और लगभग 36 लाख मीट्रिक टन सीएमआर (वितरित चावल का लगभग 67 प्रतिशत) केंद्रीय पूल में योगदान देने की उम्मीद है।
सोनीपत नगर निगम के मुख्य गेट पर ठेका सफाई कर्मचारियों ने निगम अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का आरोप लगा है। निगम के मुख्य गेट पर ठेका सफाई कर्मियों का कई दिनों से धरना जारी है।आरोप है कि सुबह धरने के दौरान नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदारों ने महिलाओं से बदतमीजी और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसके बाद मामला मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। जहां नगर निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है। वहीं नगर निगम का अधिकारी भीड़ से बचने के लिए पीडब्ल्यूडी कार्यालय में घूस गया और भीड़ भी पीछे पीछे कार्यालय तक जा पहुंची, जहां आरोप है कि गेट पर तैनात चौकीदार ने भीड़ को देखकर गेट बंद किया तो उसके साथ मारपीट और तोड़फोड़ की गई है।अब इस विवाद में नगर निगम और पीडब्ल्यूडी दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत दी है। धरने के बीच पहुंचे अधिकारी और ठेकेदार नगर निगम मुख्य गेट पर सफाई कर्मचारी सुबह 7 बजे से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। करीब 9:30 बजे नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर साहब सिंह, सेनेटरी इंस्पेक्टर सत्येंद्र दहिया, कृष्णा और ठेकेदार सोनू सिहाग व जतिन धरना स्थल पर पहुंचे। महिलाओं से बदतमीजी का आरोप सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान मुकेश टांक ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने महिलाओं से बदतमीजी की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। कर्मचारियों का कहना है कि इज्जत बचाने के लिए महिलाओं ने अधिकारियों के साथ मारपीट की।वहीं महिलाओं ने भी बताया है कि ठेके प्रथा में कोई काम नहीं करेगा और इस दौरान निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों ने बदतमीजी की और जातिसूचक शब्द बोले और जिसके चलते विवाद हुआ है। पीडब्ल्यूडी कार्यालय में पहुंचा विवाद मारपीट के बाद एक अधिकारी नगर निगम से निकलकर पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता कार्यालय में घुस गया। उसके पीछे प्रदर्शनकारी भी वहां पहुंच गए। गेट पर तैनात चौकीदार निशांत ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उसे पकड़ लिया। आरोप है कि चौकीदार के साथ मारपीट की गई और गेट के शीशे तोड़ दिए गए। चौकीदार घायल, अस्पताल में पहुंचा हंगामे में चौकीदार निशांत गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नागरिक अस्पताल सोनीपत में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसका मेडिकल परीक्षण चल रहा है। घटना से कार्यालय में दहशत फैल गई और कर्मचारी काम छोड़कर बाहर निकल आए। तोड़फोड़ से दफ्तर का कामकाज ठप पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि कार्यालय में लगे दरवाजे के शीशे तोड़ दिए। विभागीय संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। महिला कर्मचारी भी सहम गईं और भय के कारण कामकाज पूरी तरह से बंद कर दिया गया। दोनों पक्षों ने पुलिस को दी शिकायत पीडब्ल्यूडी विभाग ने थाना सिविल लाइन पुलिस को लिखित शिकायत दी है, जिसमें करीब 25-30 नगर निगम कर्मचारियों पर कार्यालय में घुसकर हंगामा, मारपीट और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया है। दूसरी तरफ नगर निगम कर्मचारियों ने भी पुलिस को शिकायत दी है, जिसमें अधिकारियों पर महिलाओं से छेड़खानी और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है। पुलिस जांच में जुटी, गेट पर तैनात बल घटना के बाद नगर निगम मुख्यालय पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। थाना सिविल लाइन प्रभारी ने मौके का मुआयना किया और नगर निगम व पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से पूछताछ की। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों पर जांच कर रही है।
हरियाणा के झज्जर जिले के छोटे से गांव सासरौली में फौजी के घर जन्मी सुरुचि फोगाट ने शूटिंग में नंबर वन रैंकिंग हासिल कर ली है। सुरुचि रेसलर बनना चाहती थी और अखाड़े में भी उतर गई थी। एक मैच के दौरान जब वह कुश्ती लड़ रही थी तो उसकी गले की हड्डी (हसली टूट) गई थी। सुरुचि की हड्डी टूटने के कारण उसने रेसलिंग करना छोड़ दिया और फिर शूटिंग करने लगी। शूटिंग में सुरुचि फोगाट ने ऐसा निशाना लगाया कि वह आज दुनिया की नंबर 1 शूटर बन गई है। सुरुचि को स्पोर्ट्स की दुनिया में भेजने का मन उसके पिता इन्द्र फोगाट ने बनाया था। इंद्र फोगाट ने बताया कि उसका सपना था स्पोर्ट्स से बड़े मुकाम तक जाने का लेकिन उस समय घर के हालात गरीबी के थे तो वह स्पोर्ट्स में नहीं जा पाया। बेटी के जन्म पर लिया खिलाड़ी बनाने का संकल्प उसके बाद इन्द्र फोगाट ने बताया कि उसकी आर्मी में नौकरी लग गई तो घर की ओर ध्यान हो गया। शादी होने के बाद और भी जिम्मेदारी बढ़ गई और अच्छा खिलाड़ी बनने का उसका सपना वहीं पर दफन करना पड़ा। शादी के बाद बेटी सुरुचि का घर में जन्म हुआ तब मन में ठान लिया कि वह तो स्पोर्ट्स में नहीं जा पाया, अब बेटी को बड़ा खिलाड़ी बनाऊंगा और अपना सपना पूरा होगा। कुश्ती के दौरान टूट गई थी गले की हड्डी इन्द्र फोगाट ने बताया कि जब सुरुचि का जन्म हुआ तब कुछ दिन पहले ही डेप्थ ओलिंपिक में गांव के वीरेंद्र उर्फ गूंगा पहलवान गोल्ड मेडल जीतकर लौटे थे। तभी मन में ठान लिया कि बेटी को अच्छी पहलवान बनाना है। उन्होंने बताया कि वह 2019 में आर्मी से हवलदार से रिटायर हुआ था। उस समय बेटी 12 साल की थी और आते ही बेटी सुरुचि को पहलवानी के गांव के ही अखाड़े में ले जाने लगा। बेटी को पहलवानी करते 5 महीने ही गुजरे थे कि एक कुश्ती ने उन्हें झकझोर दिया। 13 साल की उम्र में शुरू की शूटिंग गांव में ही अखाड़े में कुश्ती हो रही थी बेटी के जीतने की टकटकी लगाए देख रहा था। उस दौरान बेटी की गले की हड्डी टूट गई और सब स्तब्ध रह गए। फिर करीब 6 माह में सुरुचि की हड्डी जुड़ी लेकिन उसे दोबारा डर के मारे अखाड़े में नहीं उतारा। फिर कुछ समय बाद सुरुचि को स्पोर्ट्स में भेजने का मन में आया और 13 साल की उम्र में उसे शूटिंग करने भेजना शुरू किया। सुरुचि शूटिंग में रुचि लेने लगी और मन लगाकर शूटिंग करने लगी थी। 6 साल में ही बनी दुनिया की नंबर एक शूटर सुरुचि ने बताया कि उसके पिता का सपना था कि वह एक अच्छी पर्सन बने और देश दुनिया के नाम हो, उनकी इच्छा पूरी करने के लिए पूरा मन लगाकर शूटिंग किया और दो साल में मेहनत रंग लाई और नैशनल में मेडल जीता। वहीं सुरुचि फोगाट ने बताया कि 2019 में उसने शूटिंग शुरू की थी और आज 6 साल में माता पिता के आशीर्वाद से वह देश और दुनिया में नंबर एक शूटर बन गई है। सुरुचि ने कहा कि उसके माता पिता का जो सपना है उसे पूरा करने के लिए वह जी जान से शूटिंग करती है और आगे भी तैयारी करती रहेगी। छोटा भाई भी शूटिंग कर रहा सुरुचि की मां सुदेश देवी हाउस वाइफ है और वह घर पर ही रहती हैं। वहीं सुरुचि का एक छोटा भाई है वह भी शूटिंग करता है। सुरुचि फोगाट ने भिवानी के गुरू द्रोणाचार्य अकादमी से शूटिंग करना शुरू किया था। सुरुचि के कोच सुरेश सिंह हैं। माता-पिता का सपना ओलिंपिक में मेडल जीते सुरुचि की मां सुदेश देवी ने बताया कि वह उसकी बेहद लाडली बेटी है वह हमेशा उसकी बेटी के लिए दुआएं करती रहती है। वहीं सुदेश देवी ने कहा कि उनकी इच्छा है कि वह ओलिंपिक में मेडल जीतकर देश का नाम दुनिया में रौशन करे। वहीं सुरुचि ने कहा कि माता पिता का हर सपना पूरा करने के लिए वह मेहनत करेगी और मुकाम हासिल करेगी। सुरुचि फोगाट की अंतर राष्ट्रीय उपलब्धियां 1. जूनियर वर्ल्ड कप जर्मनी 2023 – 1 सिल्वर, 1 ब्रोंज मेडल 2. एशिया शूटिंग चैंपियनशिप साउथ कोरिया, 2023 – सिल्वर मेडल 3. ISSF वर्ल्ड कप अर्जेंटीना अप्रैल 2025 – सिंगल गोल्ड मेडल, टीम ब्रोंज मेडल 4. ISSF वर्ल्ड कप पेरू 2025 – दो गोल्ड मेडल 5. ISSF वर्ल्ड कप जर्मनी 2025 – गोल्ड मेडल 6. शूटिंग एशियन चैंपियनशिप 2025 – 2 ब्रोंज मेडल
पलवल में यमुना नदी का जलस्तर कम हो रहा है। जलस्तर अब 612 फुट पर आ गया है। पहले यह खतरे के निशान 615 फुट से भी पांच इंच ऊपर 615.5 फुट तक पहुंच गया था। वहीं खादर क्षेत्र के राजूपुर गांव में यमुना के पानी से दो मकान गिर गए। ये मकान मुकेश और रामहरी के थे। मकानों में पानी भर जाने से दरारें आ गईं। मालिकों ने पहले ही मकान खाली कर दिए थे। इससे कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, मकानों में रखा सारा घरेलू सामान नष्ट हो गया। बाढ़ से मोहबलीपुर-मुस्तफाबाद रास्ता टूटा बाढ़ से मोहबलीपुर से मुस्तफाबाद को जोड़ने वाला रास्ता भी टूट गया है। मोहबलीपुर के लोग अभी राहत शिविरों में रह रहे हैं। वे रास्ते की मरम्मत की मांग कर रहे हैं। अब जब यमुना का पानी कम हो रहा है, वे अपने घरों की स्थिति देखना चाहते हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ के दौरान यमुना किनारे बसे मोहबलीपुर और इंद्रानगर को पूरी तरह खाली करा लिया था। प्रशासन ने वहां के लोगों और उनके पशुओं के लिए सेफ हाउस में रहने की व्यवस्था की थी। अब जैसे ही पानी कम होने लगा तो लोगों को अपने घरों को जाने की चिंता सताने लगी है, लेकिन मुस्तफाबाद से मोहबलीपुर को जाने वाला रास्ता यमुना के तेज बहाव में कटने के कारण संपर्क बंद हो चुका है।