सीएम सैनी ने कांग्रेस पर साधा निशाना: बोले- ₹500 लेकर खोला जाता था किसानों का खाता, दो रुपये मिलता था मुआवजा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के मुआवजे को लेकर पूर्व की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के मुआवजे को लेकर पूर्व की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा ट्रस्ट को शिक्षण संस्थानों, अस्पताल व रोजाना खर्च के लिए बैंक खाते के संचालन की छूट दी। इस आदेश से पहले हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा-सौदा में चल रहे सात शिक्षण संस्थानों को चलाने के लिए हाई कोर्ट ने सिरसा के डीसी सहित डीईओ और दो सरकारी स्कूलों के रिटायर्ड प्रिंसिपलों की एक गवर्निंग बाडी के गठन के आदेश दे दिए थे। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को सजा होने के बाद पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर डेरा सच्चा सौदा सिरसा के सभी बैंक खाते सील कर दिए गए थे। टीचर्स-स्टाफ को नहीं मिल रही थी सैलरी दरससल डेरे के ही कई शिक्षण संस्थानों ने हाई कोर्ट में चल रहे इस मामले में अर्जी दायर कर कहा था कि डेरे के बैंक खाते सील हो जाने के चलते इन शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों और अन्य स्टाफ सहित अस्पताल के डाक्टरों और अन्य स्टाफ को वेतन नहीं जारी किया जा रहा है। ऐसे में इन संस्थानों को चलाये जाने में काफी परेशानी आ रही है। डेरे के स्कूलों में कई बच्चे पढ़ रहे हैं अगर समय पर यहां के शिक्षकों और अन्य स्टाफ को वेतन नहीं दिया गया और बिजली पानी के बिल नहीं भरे गए तो इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। पंचकूला हिंसा में सरकार की भूमिका की जांच होगी 2017 में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को दुष्कर्म मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकूला में हुई हिंसा पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट अब यह जांच करेगा कि क्या हरियाणा सरकार हिंसा रोकने में नाकाम रही थी या फिर समर्थकों की भीड़ जुटने में उसकी कोई मिलीभगत थी। 25 अगस्त 2017 को पंचकूला में फैली इस हिंसा में 32 लोगों की मौत हुई थी और 118 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ था। उस समय डेरा प्रमुख के समर्थक कथित तौर पर हथियारबंद होकर पहुंचे थे।चीफ जस्टिस शील नागू, जस्टिस विनोद एस भारद्वाज और जस्टिस विक्रम अग्रवाल की पूर्ण पीठ इस मामले से जुड़ी जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।
पानीपत जिले के इसराना थाना क्षेत्र स्थित बुआना लाखू गांव में एक किसान के खेत से गैस सिलेंडर और पानी निकालने वाला पंखा चोरी हो गया। यह घटना 23 सितंबर की रात को हुई। किसान सुमित पुत्र जसवीर सिंह ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी है। मामले में पुलिस द्वारा केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। बारिश से खेत में भरा था पानी जानकारी के अनुसार किसान सुमित ने बताया कि उनका खेत गणेश भट्ठा के पास है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरा हुआ था, जिस वजह से वे खेत पर नहीं जा पा रहे थे। जब पानी कुछ कम हुआ और वे खेत पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि खेत में बने मकान का ताला टूटा हुआ था। कई दिन बीतने पर खुलासा सुमित के अनुसार, मकान के बाहर लगा पानी निकालने वाला पंखा गायब था। अंदर देखने पर गैस सिलेंडर और कुछ अन्य सामान भी नहीं मिला। उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों को दी, जिन्होंने सोचा कि शायद किसी जरूरत मंद ने पानी निकालने के लिए सामान लिया होगा और वापस कर देगा। हालांकि, कई दिन बीत जाने के बाद भी जब सामान वापस नहीं मिला, तो सुमित ने इसराना थाने में घटना की सूचना दी। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने किसान की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि चोरों की तलाश जारी है और मामले की जांच की जा रही है।
करनाल के ब्रह्मानंद चौक के पास शुक्रवार को तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार दादा-पोते समेत एक अन्य बुजुर्ग को टक्कर मार दी। हादसे में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके कान से खून बहने लगा। दोनों बुजुर्ग भी चोटिल हुए हैं। आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। राहगीरों और ई-रिक्शा चालक की मदद से घायलों को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। करनाल निवासी युवक आकाश ने बताया कि वह ब्रह्मानंद चौक पर खड़ा था, तभी पीछे से तेज रफ्तार बलेनो कार आई। पहले उसने एक बुजुर्ग साइकिल सवार को टक्कर मारी। उसी टक्कर से बुजुर्ग की साइकिल आगे चल रहे दादा-पोते की साइकिल से जा भिड़ी। हादसा इतना जोरदार था कि तीनों सड़क पर जा गिरे। बच्चे के सिर पर गंभीर चोट आई और कान से खून निकलने लगा। ई-रिक्शा चालक ने दिखाई इंसानियत आकाश ने बताया कि वह भी साइकिल से थोड़ा किनारे गिरा और तुरंत बुजुर्गों को संभाला। इस बीच ई-रिक्शा चालक सूरज वहां पहुंचा। उसने अपनी सवारियां बीच सड़क पर उतार दीं और तुरंत घायल दादा-पोते व बुजुर्ग को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। सूरज ने बताया कि सड़क पर गिरे घायल हालत देखकर उसने बिना देर किए मदद की। घायल बुजुर्ग का बयान चांद सराय निवासी घायल बुजुर्ग ने बताया कि वह अपने पांच साल के पोते के साथ खेत से घर लौट रहा था। सड़क के किनारे साइकिल चला रहे थे। तभी पीछे से आई कार ने सबसे पहले एक बुजुर्ग को टक्कर मारी और उनकी साइकिल हमारी साइकिल से टकरा गई। इससे हम दोनों सड़क पर गिर पड़े। पोते को सिर पर चोट लगी और खून निकलने लगा। दूसरे बुजुर्ग को भी गंभीर चोट आई। आरोपी चालक कार रोकने तक नहीं रुका और मौके से भाग गया। अब इसकी शिकायत पुलिस को देंगे। पुलिस कर रही जांच हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कार चालक की तलाश शुरू की। फिलहाल घायलों का करनाल के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुजुर्ग का कहना है कि वे इस मामले में शिकायत पुलिस को देंगे ताकि लापरवाह कार चालक के खिलाफ एक्शन हो।
चार बदमाशों ने ट्रक ड्राइवर को उसी के ट्रक में अगवा कर लिया।
कुरुक्षेत्र के पिहोवा में बुजुर्ग ठेकेदार को वॉट्सऐप पर आई एप को खोलना महंगा पड़ गया। एप खोलते ही उसका मोबाइल हैक हो गया और कुछ ही मिनट में अकाउंट से साढ़े 7 लाख रुपए कट गए। बुजुर्ग शिकायत लेकर बैंक तक पहुंचा तो करीब 53 हजार रुपए कटने से बच गए। जानकारी के मुताबिक, असमानपुर गांव के केवल कृष्ण मिट्टी का ठेकेदार है। पिहोवा के मेन चौक के पास बैंक में उनका सेविंग अकाउंट है। इस सेविंग अकाउंट पर उनका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है। उनके अकाउंट में करीब 8 लाख रुपए पड़े थे। 7 सितंबर को मैसेज आया केवल कृष्ण ने बताया कि उनके वॉट्सऐप नंबर पर 7 सितंबर को RTO चालान APK ऐप का मैसेज आया। मैंने गलती से उस एप पर क्लिक कर दिया। बस उसके बाद उनका मोबाइल हैक हो गया। हैकर ने उनके बैंक अकाउंट की सारी डिटेल्स चुरा लिए, जिसके बाद लगाकर अकाउंट से ट्रांजैक्शन होने लगी। 6 बार में निकाले साढ़े 7 लाख साइबर ठग ने 6 बार में उनके अकाउंट खाली कर दिया। उनके अकाउंट से पहले 1.75 लाख रुपए, फिर 2 बार में करीब 50-50 हजार रुपए, चौथी बार में 1.82 लाख, फिर एक लाख और आखिर में 1.90 लाख रुपए समेत करीब साढ़े 7 लाख रुपए की ट्रांजैक्शन हो गई। 2 दिन बाद पहुंचे बैंक वे 2 दिन बाद बैंक पहुंचे, क्योंकि 7 सितंबर को बैंक की छुट्टी थी। बैंक पहुंचे तो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की पुष्टि हुई, जिसके बाद उसने साइबर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की। शिकायत के बाद उसके अकाउंट में करीब 53 हजार रुपए बच गए।
हरियाणा पुलिस की साइबर शाखा ने एक बड़े साइबर ठगी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए करनाल में कोटक महिंद्रा बैंक की एक शाखा में खोले गए फर्जी करंट खाते का खुलासा किया है।
हिसार में खेतों में पानी की निकासी को लेकर छह गांवों के लोग आपस में भिड़ गए।
हिसार जिले के नारनौंद की रहने वाली एक महिला से साइबर ठगों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर झांसा देकर 93 हजार 400 रुपए की ठगी कर ली। मामला सामने आने के बाद पीड़िता ने साइबर पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी। अब थाना साइबर अपराध हांसी पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 20 टास्क पूरे करने का ऑफर गौतम कॉलोनी की रितू ने शिकायत में बताया कि उसका पंजाब नेशनल बैंक में खाता है। 24 जुलाई को उसके मोबाइल नंबर पर एक वॉट्सऐप लिंक आया, जिसे खोलने पर वह टेलीग्राम से जुड़ गई। वहां चैटिंग के दौरान उसे रोजाना 20 टास्क पूरे करने का ऑफर दिया गया। शर्त यह थी कि 17 टास्क पूरे करने पर तीन टास्क के लिए उसे रकम डालनी होगी। इसके बदले उसे 500 से 700 रुपए का मुनाफा मिलता था। 2 लाख 81 हजार का मुनाफा मिलेगा 25 जुलाई को टास्क पूरा करने के नाम पर आरोपियों ने उससे अलग-अलग खातों में 50 हजार, 29 हजार 600, 10 हजार 800 और 3 हजार रुपए डलवा लिए। इस तरह कुल 93 हजार 400 रुपए उसकी बैंक खाते से निकल गए। आरोपियों ने उसे एक लाख रुपए और डालने का दबाव बनाया और कहा कि ऐसा करने पर उसे 2 लाख 81 हजार रुपए का मुनाफा मिलेगा। यहीं पर रितू को शक हुआ और उसने लेन-देन रोक दिया। रकम डालने के बाद चैटिंग की बंद रितू ने बताया कि जब उसने और रकम डालने से इनकार किया, तो आरोपियों ने चैटिंग बंद कर दी। इसके बाद उसे महसूस हुआ कि उसके साथ बड़ा फ्रॉड हो गया है। उसने 28 जुलाई को साइबर पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि अज्ञात ठगों ने ट्रेडिंग और रुपए दोगुना करने के नाम पर उसे फंसाया और मेहनत की कमाई हड़प ली। लेन-देन का ब्योरा खंगाला जा रहा पुलिस ने शिकायत का अध्ययन करने के बाद भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है। केस की जांच की जिम्मेदारी एएसआई रामबिलास को सौंपी गई है। पुलिस ने कहा है कि खाते और लेन-देन का ब्योरा खंगाला जा रहा है और आरोपियों का सुराग जल्द ही लगाया जाएगा।
हिसार जिले के गुराना गांव के पास शुक्रवार सुबह सिंघवा राघो माइनर अचानक टूट गई। माइनर टूटने के साथ ही गुराना के खेतों में खड़ा पानी गांव खानपुर-सिंधड़ की तरफ तेजी से बहने लगा। देखते ही देखते खेतों में करीब दो दे तीन फुट तक पानी भर गया और यह पानी खानपुर व सिंधड़ गांव की तरफ रुख कर गया। अचानक हुए इस घटनाक्रम ने दोनों गांवों के ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। खानपुर-सिंधड़ ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने तुरंत कदम नहीं उठाए तो दोनों गांवों की ढाणियां और रिहायशी इलाका पूरी तरह जलमग्न हो जाएंगे। पानी की बढ़ती धार देखकर लोग अपनी-अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं। गांवों के कई परिवार पहले ही सतर्क हो चुके हैं और उन्होंने अपने पशुओं व जरूरी सामान को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। खानपुर और सिंधड़ के ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह माइनर गुराना गांव के लोगों ने जानबूझकर तोड़ी है, ताकि गुराना के खेतों में भरे पानी का दबाव कम किया जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि अब उनका नुकसान होने का खतरा बढ़ गया है। उनका आरोप है कि प्रशासन को इस पूरे मामले की जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। मशीनरी लगाकर टूटे हिस्से को ठीक किया जा रहा घटना की सूचना मिलते ही नारनौंद थाना प्रभारी बलवान सिंह पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने अब तक माइनर को पाटने या पानी रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में रोष है। उनका कहना है कि समय रहते हालात पर काबू नहीं पाया गया तो गांव पूरी तरह से जलमग्न हो जाएंगे और फसलों व मकानों का भारी नुकसान होगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू किए जाएं और मशीनरी लगाकर टूटे हिस्से को पाटा जाए, ताकि दोनों गांवों को डूबने से बचाया जा सके। लोगों का कहना है कि हालात पर काबू पाने के लिए जिला स्तर पर तुरंत कार्रवाई जरूरी है।