Actionpunjab

Action Punjab Logo
Breaking News

खद

Haryana

यमुनानगर में खाद विक्रेता के वाहन कब्जाए:छोड़ने की एवज में 25 लाख मांगे, धोखाधड़ी कर फर्म का लाइसेंस अपने नाम कराया

यमुनानगर में एक खाद विक्रेता के वाहनों को उसके ही जानकार ने कब्जे में लेकर 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। आरोपी द्वारा 25 लाख न देने पर उसे बदमाशों की धमकी भी दी गई है। पुलिस ने खाद विक्रेता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना सदर पुलिस को दी शिकायत में गांव भटली निवासी सुमित कुमार ने पुलिस को बताया कि उनकी ‘एसके फ्रूट एंड वेजिटेबल सोसायटी’ नामक फर्म थी, जिसे उसने 2024 में स्वास्थ्य खराब होने के कारण बंद करने का निर्णय लिया। इस दौरान उनके परिचित, गांव दुसानी निवासी धर्मेंद्र ने फर्म का काम संभालने की पेशकश की। धोखे से फर्म का लाइसेंस भी अपने नाम कराया सुमित ने भरोसा करते हुए धर्मेंद्र को गोदाम किराए पर दे दिया। सुमित का आरोप है कि धर्मेंद्र ने धोखे से फर्म का लाइसेंस कृषि विभाग से अपने नाम करवा लिया। सुमित ने बताया कि उसके पास कई वाहन हैं, लेकिन उन्हें घर में खड़ा करने के लिए जगह की कमी थी। ऐसे में उसने धर्मेंद्र से बात की। धर्मेंद्र ने अपने गांव दुसानी में वाहन खड़ा करने की पेशकश की, जिसके बाद सुमित ने अपनी स्विफ्ट कार, स्कूटी और ट्रैक्टर धर्मेंद्र के हवाले कर दिया। लेकिन जब उसने अपने वाहन वापस मांगे, तो धर्मेंद्र ने साफ इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उसने बदमाशों की धमकी देकर डराया और वाहन वापस करने के लिए 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी। परेशान शिकायतकर्ता सुमित ने इसकी शिकायत थाना सदर यमुनानगर पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी धर्मेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।

Haryana

कैथल में खाद व्यापारी के घर ED की रेड:पंजाब नंबर की गाड़ियों में आए अधिकारी, बैग और दस्तावेज लेकर निकले

कैथल की अनाज मंडी में एक खाद-दवाई विक्रेता के दुकान और घर पर ईडी की टीम ने रेड की। टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी पंजाब नम्बर की 4 गाड़ियों में सवार होकर विक्रेता के अनाज मंडी स्थित दुकान पर पहुंचे। दोपहर तक कार्रवाई के बाद वहां से उसके सेक्टर 19 स्थित आवास के लिए रवाना हो गए। हालांकि अभी तक यह है पता नहीं चल पाया है की टीम ने क्या कार्रवाई की और क्या रिकवरी हुई है। लेकिन जैसे ही टीम के अधिकारी और कर्मचारी उस व्यापारी के मकान से निकले तो उनके हाथों में दो बैग थे और साथ में एक मशीन में कुछ जरूरी दस्तावेज भी थे। टीम ने इस बारे में कुछ भी स्पष्ट बताने से मना कर दिया। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह किसी बड़े व्यापार से जुड़ा मामला है जिसके बाद टीम ने यहां पर रेड की है। खाद व्यापारी के घर खंगाला रिकॉर्ड यह रेड सेक्टर 19 स्थित मकान नंबर 4 में सचदेवा निवास पर की गई। यह रेड चर्चा का विषय बनी रही। ईडी की टीम पहले नई अनाज मंडी स्थित दुकान और फिर सेक्टर 19 स्थित व्यापारी के मकान पर व्यापारी के यहां रेड की। बताया जा रहा है रिकार्ड इस दौरान खंगाला गया। इस दौरान टीम ने 8 से 10 घंटे तक रिकार्ड खंगाला। कार्रवाई के दौरान किसी को भी बाहर और अंदर नहीं आने-जाने दिया गया। पंजाब नंबर की गाड़ियां मकान और दुकान के बाहर खड़ी रही। इन गाड़ियों के चालक बाहर खड़े रहे। कई शहरों में फैला व्यापार बता दें कि जिस व्यापारी के यहां रेड की है वह खाद का व्यापारी है, जिसका कैथल सहित कई शहरों में कामकाज है। व्यापारी के यहां रेड को लेकर दिनभर चर्चा रही। मंडी के व्यापारी सहित मुख्य बाजारों के कारोबारी इस रेड को लेकर एक दूसरे को फोन कर जानकारी जुटाते नजर आए। टीम के साथ 4 पैरामिलिट्री फोर्स के कर्मचारी भी नजर आए।

Haryana

यमुना में डूबते दोस्त को बचाया, खुद नहीं बच पाया:फरीदाबाद में बस कंडक्टर की दलदल में फंसकर मौत, अकेला रहता था

फरीदाबाद जिले के तिगांव थाना क्षेत्र के गांव मंझावली के पास सोमवार को यमुना नदी में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां 44 वर्षीय सतीश नामक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। सतीश अपने दोस्त को बचाने के लिए नदी में कूदा था, लेकिन दुर्भाग्यवश वह दलदल में फंस गया और बाहर नहीं निकल पाया। घटना से परिजनों सहित पूरे इलाके में शोक की लहर है। ड्राइवर नहाने के लिए नदी में उतरा था जानकारी के अनुसार थाना तिगांव पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बदरपुर के सतीश के रूप में हुई है, जो मूल रूप से जेवर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। सतीश जेबी नॉलेज पार्क कॉलेज की बस कंडक्टर के पद पर कार्यरत था। सोमवार को वह अपने ड्राइवर साथी राहुल के साथ गांव मंझावली स्थित यमुना नदी के पास पहुंचा था। इस दौरान राहुल ने नहाने की इच्छा जताई और नदी में उतर गया। अचानक नदी में नहाते समय राहुल डूबने लगा। यह देखकर सतीश तुरंत उसे बचाने के लिए नदी में कूद गया। गोताखोरों ने शव निकाला बाहर राहुल को तो सतीश ने बचा लिया, लेकिन खुद वह नदी के दलदल में फंस गया। साथी उसे बचाने का प्रयास करता रहा, मगर सतीश गहराई में चला गया और उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस ने परिजनों को दी सूचना तिगांव थाना प्रभारी राजबीर कुमार ने बताया कि मृतक सतीश अविवाहित था। उसके माता-पिता और भाई पहले ही गुजर चुके हैं। उसका केवल एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। घटना की जानकारी बहन और अन्य परिजनों को दे दी गई है। वहीं, राहुल बल्लभगढ़ की राजीव कॉलोनी में रहता है और हादसे के बाद सुरक्षित है।

Haryana

कुरुक्षेत्र में पूर्व मंत्री ने किया कांग्रेस MLA पर पलटवार:सुभाष सुधा बोले- अरोड़ा को खुद पर कार्रवाई होने का डर, मर्यादा तोड़ी

कुरुक्षेत्र के थानेसर विधानसभा सीट से कांग्रेस MLA अशोक अरोड़ा के साथ नगर परिषद (नप) थानेसर में हाथापाई मामला का तूल पकड़ गया है। MLA अशोक अरोड़ा के प्रिविलेज कमेटी से अपनी शिकायत वापस लेने की बात पर पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने पलटवार किया है। साथ ही गैरकानूनी तरीके से दुकान की रजिस्ट्री करवाने के आरोप लगाए हैं। थानेसर से विधायक रहे और पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने आरोप लगाया कि अशोक अरोड़ा ने विधायक पद की गरिमा को तार-तार किया है। प्रदेश की जनता उनको बख्शेगी नहीं। घटना के वक्त 23 मई को विधायक अशोक अरोड़ा पहले से ही नगर परिषद हाउस की बैठक में मौजूद थे। महिलाओं के सामने गाली-गलौज की : सुधा पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि विधायक अशोक अरोड़ा ने पहले महिलाओं के सामने गाली-गलौज की और फिर मारपीट करने के लिए हाथ उठाया। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई, जिसे कुरुक्षेत्र ही नहीं बल्कि देश-विदेश के सब लोगों देखा। विधायक ने खुद अपनी सीमाओं को लांघने का काम किया है। अरोड़ा को खुद पर कार्रवाई का डर- सुधा आरोप लगाया कि पहले खुद गलती की और उसके बाद अपनी साख को बचाने के लिए प्रिविलेज कमेटी को शिकायत सौंप दी। अब खुद पर कार्रवाई होने के डर से प्रिविलेज कमेटी से शिकायत वापस लेने का बयान दे दिया। अरोड़ा ये कहना कि ये मीटिंग के दौरान हुआ, साफ तौर पर झूठ और भ्रम फैलाने की कोशिश है। अभी मीटिंग शुरू नहीं हुई थी: सुधा पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि जिस समय यह घटना हुई, उस समय मीटिंग का औपचारिक आरंभ ही नहीं हुआ था। सभागार में उपस्थित सभी लोगों की हाजिरी तक नहीं ली गई थी। मीटिंग आरंभ करने के लिए चेयरपर्सन की अनुमति तक नहीं ली गई थी, क्योंकि वे मीटिंग में उपस्थित नहीं थीं। अपने समर्थक पर खुद हमला किया पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी 25 साल से अशोक अरोड़ा के कट्टर समर्थक रहे हैं, लेकिन निकाय चुनाव में BJP में शामिल हो गए थे। आरोप लगाया कि इस वजह से उनको देखते ही अरोड़ा को गुस्सा आ गया। इसलिए अपनी सीट से उठकर नरेंद्र शर्मा पर आक्रमण करने की कोशिश की और कांच का गिलास भी उनकी ओर फेंका। ताक पर रख करवाई रजिस्ट्री पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विधायक अशोक अरोड़ा को लग रहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी। आरोप लगाया कि इसलिए उन्होंने नियमों को दरकिनार कर नगर परिषद थानेसर की दुकान की रजिस्ट्री करवाई। शिकायत होने पर जांच में 6 तरह की अनियमितता पाई गई है। पूर्व मंत्री के इशारे पर हुआ हमला : अरोड़ा उधर, घटना के बाद कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने पूर्व मंत्री सुभाष सुधा के इशारे पर उन पर हमले का आरोप लगाया था। आरोप लगाया कि उन्होंने पूर्व मंत्री सुभाष सुधा के 10 साल के कार्यकाल में नगर परिषद में हुए घोटाले का मामला ग्रीवेंस मीटिंग में उठाया था। सीएम कर रहे तरफदारी: विधायक अरोड़ा ने सीएम नायब सैनी पर अपने कार्यकर्ताओं का पक्ष लेने का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि सीएम ने सदन में भी कह दिया कि वे (कार्यकर्ता) केवल पत्नी को छोड़ने के लिए बैठक में पहुंचे थे। इससे पहले भी सीएम इस तरह की बात कर चुके हैं। अगर जिम्मेदार पद पर रहना वाला व्यक्ति गैर-जिम्मेदार बात करे तो प्रिविलेज का क्या फायदा ?

Haryana

Haryana Crime: चरित्र शक में पति ने की पत्नी की हत्या, फिर खुद कर लिया सुसाइड, दंपती में अक्सर होता था झगड़ा

चरित्र पर शक में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर शव घर में ही तूड़ी के ढेर में छुपा दिया। इसके बाद रेलवे लाइन पर जाकर आत्महत्या कर ली।

Haryana

Anil Vij: खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाली पार्टी ने करवाए थे भारत के दो टुकड़े, हिंदुओं और मुसलमानों को बांटा

भारत और पाकिस्तान के विभाजन के लिए मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया है।

Scroll to Top