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डंकी रूट: सुगम सपने में कदम-कदम पर खतरा…जंगल का रास्ता, कंटेनरों में घर; अमेरिका में हर समय पकड़े जाने का डर

डंकी रूट से अमेरिका पहुंचने और अच्छी जिंदगी बिताने की सोच दिमाग में है तो इसे निकाल दें, हकीकत इसके बिलकुल विपरीत है। भारत से निकलने के बाद डंकी रूट पर कदम-कदम पर खतरा है।

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करनाल में बेटी के शादी से पहले घर में चोरी:किराएदार पर लगाए आरोप, दो माह बाद है शादी, 25 लाख के गहने और 3 लाख रुपए गायब

हरियाणा के करनाल की मंगल कॉलोनी में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला के घर से शादी के गहने और नकदी चोरी हो गई। महिला ने यह गहने अपनी बेटी की शादी के लिए संभालकर रखे थे, जो दो महीने बाद होने वाली है। घटना के बाद महिला ने अपने किराएदार पर चोरी का आरोप लगाया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। मंगल कॉलोनी निवासी महिला सुनीता ने बताया कि उसके पति की 10 साल पहले मौत हो चुकी है और तब से वह अपने बच्चों की परवरिश अकेले कर रही है। मंगल कॉलोनी में ही उसकी एक किराना दुकान है। शनिवार शाम को वह दुकान पर गई हुई थी। जब वह घर से निकली, तो घर में रहने वाला किराएदार लड़का भी उसके पीछे निकला था। रात को लौटी घर तो हो चुकी थी चोरी सुनीता ने बताया कि वह रात करीब 10 बजे दुकान को बंद करके घर लौटी थी। जैसे ही उसने घर में एंट्री की तो फ्रिज का सामान बिखरा हुआ था। अलमारी का भी ताला टूटा हुआ था और सारा सामान बिखरा पड़ा था। जब उसने अलमारी में रखा बैग चेक किया तो बैग गायब था। 25 लाख के गहने और 3 लाख कैश चोरी महिला ने बताया कि उस बैग में 3 लाख रुपए नकद, डायमंड रिंग, सोने का हार, अंगूठी, चेन, और कड़े सहित करीब 25 लाख रुपए मूल्य के गहने थे। उसने कहा कि ये सभी गहने उसने अपनी बेटी की शादी के लिए जोड़े थे। उसकी बेटी मोहाली में नौकरी करती है। चोरी का पता जब बेटी को चला तो वह भी सुबह घर आ गई। सुनिता ने बताया कि मेरी जिंदगी की पूरी कमाई उसी बैग में थी। किराएदार पर जताया शक सुनीता ने आरोप लगाया कि उसका किराएदार पहले भी कई बार छोटी-मोटी चोरी कर चुका है और उसे पूरा यकीन है कि इस बार भी उसी ने चोरी की है। सूचना मिलने पर पुलिस सुबह मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम के साथ जांच की। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। पुलिस ने शुरू की जांच सूचना के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्जकर मामले की जांच शुरू कर दी है। महिला ने किराएदार पर चोरी का शक जताया है पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।

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पानीपत में हादसे में युवक की मौत: शव को रौंदते रहे वाहन, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, मृतक का साथी व बच्ची गंभीर

देर रात जीटी रोड हाइवे पर हुए दर्दनाक हादसे में एक युवक की मौत हो गई।

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पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट मामले में सरकार जाएगी कोर्ट:सीएम मान बोले- केंद्र को यह अधिकार नहीं, हरियाणा के रास्ते भी एंट्री की कोशिश हुई

पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट को भंग करने और उसमें पंजाब की भागीदारी समाप्त करने के मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि यह फैसला पंजाब और उसके हकों के विपरीत है। उन्होंने इसे गैरसंवैधानिक बताया है। साथ ही इस मामले में कोर्ट तक लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है। पंजाब के साथ किसी की भी कीमत पर धक्केशाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। सीएम ने 5.39 मिनट के वीडियो में छह बाते कहीं जो कि इस प्रकार है – केंद्र सरकार को इसे भंग करने का अधिकार नहीं सीएम ने कहा कि मेरे पास कागज है। उसके मुताबिक पंजाब पुनर्गठन एक्ट, 1966 के तहत जब सब-सेक्शन तीन लागू होता है। पंजाब यूनिवर्सिटी एक्ट 1947 के तहत यह एक्ट पास हुआ था। एक नवंबर 1966 को यह सीनेट व यूनिवर्सिटी के कामों का पूरा ब्यौरा, लेखा-जोखा व उसके चलाने के प्रबंधकीय कागज-पत्र तैयार हुए थे। जो एक्ट विधानसभा में बना हुआ था, उसे केंद्र सरकार किसी नोटिफिकेशन से भंग नहीं कर सकती या तो इसे विधानसभा संशोधन करे या फिर देश की संसद में लेकर जाए लेकिन दोनों तरीके अपनाए बिना एक नोटिफिकेशन जारी कर भाजपा ने अपना पंजाब-विरोधी चेहरा दिखाया है। पहले भी दो बार इस तरह की कोशिश की गई सीएम ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा ने कोशिश की थी। दो बार मीटिंग हुई थी। पंजाब और हरियाणा के गवर्नर बैठते थे। मैं भी जाता था, हरियाणा के मुख्यमंत्री भी आते थे। अफसर और वीसी भी आते थे। इनकी मांग थी कि पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व अंबाला के सारे कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी के अधीन ले लो। जबकि हरियाणा ने खुद ही उस समय बाहर निकला था, जब उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी बनाई थी। मेरी तरफ से मैंने बिल्कुल मना कर दिया था, क्योंकि हमारे पास अपने ही 170 से अधिक कॉलेजों की मान्यता चंडीगढ़ से है। सीनेट में एंट्री के लिए बनाया यह रास्ता सीएम ने कहा कि यह कोई प्रॉब्लम नहीं थी कि हमारे कॉलेज पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े जाएंगे। इन्होंने उन कॉलेजों के बीच से सीनेट के सदस्य भेजकर उसमें एंट्री करनी थी, जिसका हमें पहले ही पता चल गया था। इसलिए हमने पहले ही मना कर दिया था और इन्होंने यह तरीका अपनाया।एक नवंबर पंजाब डे वाले दिन भाजपा ने पंजाबियों को यह “तोहफा” दिया है। मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि भाजपा पंजाब-विरोधी है। पंजाब के खिलाफ एक भी मौका नहीं छोड़ती। सुप्रीम कोर्ट तक जाने से पीछे नहीं हटेंगे पंजाब के प्रति इनकी जो नफरत है, वह काफी पुरानी है। पंजाब यूनिवर्सिटी हमारी लैगेसी है, हमारी विरासत है। इसे संभालने के लिए हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो हम वहां तक जाएंगे। कानूनी माहिरों से राय ले रहे हैं। इस धक्केशाही को हम होने नहीं देंगे। जिस भी स्तर तक आवाज़ उठानी पड़ी, हम आवाज़ उठाएंगे। ताकि पंजाब यूनिवर्सिटी जिसका विरसा लाहौर था, फिर होशियार और फिर चंडीगढ़ आई इसकी रक्षा हो सके। खर्च हम करे, जिम्मेदारी यह लेंगे इस तरह के गैरसंवैधानिक नोटिफिकेशन जारी करके हमसे हमारी सीनेट या यूनिवर्सिटी के प्रबंध छीने नहीं जा सकते। अभी कुछ समय पहले ही लड़कियों के हॉस्टल के लिए हमने पैसे जारी किए हैं। पैसे जारी करने के लिए पंजाब सरकार है और चलाने की जिम्मेदारी भी वह खुद लेने की बात करती है। इस अन्याय के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। जिस स्तर पर जाना पड़े, जाएंगे। हम पंजाब के हक़ जाने नहीं देंगे; हम पंजाब के हक़ लेकर रहेंगे। धक्केशाही को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे पहले बीबीएमबी और अब पंजाब यूनिवर्सिटी के नोटिस जारी कर इन्हें कब्जा नहीं लेने देंगे। पंजाब सरकार वचनबद्ध है कि पंजाब की प्रॉपर्टी, लैगेसी और विरासत को संभालने में पूरा योगदान देगी। भाजपा के फैसले की कड़ी निंदा करते हैं। हम पंजाब के साथ किसी भी तरह की धक्केशाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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पानीपत सिविल अस्पताल में शवगृह की लचर व्यवस्था:आधे डीप फ्रीजर खराब, पोस्टमार्टम में घंटों देरी से परिजन परेशान

पानीपत के सिविल अस्पताल में शवगृह ( पोस्टमार्टम) की स्थिति लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई है। कई दिनों से यहां डीप फ्रीजर खराब पड़े होने के कारण सड़क हादसों या अन्य कारणों से मृत लोगों के शवों को सुरक्षित रखने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में देरी के कारण परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ता था। अस्पताल के लोगों ने बताया कि सिविल अस्पताल के शवगृह में कुल 16 डीप फ्रीजर लगे हुए हैं। जिनमें से 6 से 7 फ्रीजर लंबे समय से खराब चल रहे थे। बार-बार मरम्मत करवाने के बावजूद इनमें तकनीकी खराबी बनी रहती है जिससे कई बार शवों को अस्थायी रूप से सामान्य तापमान पर रखना पड़ता था। इससे शवों के सड़ने की संभावना बढ़ जाती थी जो परिजनों और अस्पताल प्रशासन दोनों के लिए परेशानी का कारण बनती थी। सिविल अस्पताल के सीएमओ ​डॉ. विजय मलिक ने बताया कि डीप फ्रीजर सहीं कराने के लिए पता लिखा है। जल्द ही इसको सहीं कराया जाएगा। जिससे किसी को परेशानी नहीं हो। विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि विभाग को लगातार इस समस्या की जानकारी दी जा रही थी। अंततः स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कार्रवाई करते हुए चार नए डीप फ्रीजर अस्पताल में भेजे हैं। नए फ्रीजरों के लगने के बाद उम्मीद है कि अब शवों के संरक्षण में दिक्कतें काफी हद तक दूर हो जाएंगी। शवगृह में कार्यरत एक कर्मचारी ने बताया कि फ्रीजर कई पुराने हो चुके हैं और कई बार उनकी गैस लीक हो जाने या मोटर जलने की समस्या सामने आती रही है। डीप फ्रीजर खराब होने से आती परेशानी कर्मचारियों ने बताया कि जब कई शव एक साथ आते हैं तो जगह की कमी और फ्रीजर खराब होने के कारण शवों को संभालना मुश्किल हो जाता है। इससे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया प्रभावित होती है और मृतक परिवारों को मानसिक रूप से और अधिक परेशानी झेलनी पड़ती है। जनसेवा दल ने सहीं कराने की मांग की जनसेवा दल के कपिल ने कहा कि कई बार अस्पताल प्रशासन से शवगृह की स्थिति सुधारने की मांग की थी। उनका कहना था कि पानीपत जैसे बड़े औद्योगिक शहर में आधुनिक सुविधाओं से लैस शवगृह की आवश्यकता है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में शवों को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सके। चमन गुलाठी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए कि डीप फ्रीजर की कमी होने से कई बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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नारनौल में बाजार के रोड निर्माण पर गरमाया मुद्दा:व्यापारी बोले अभी सीजन का समय चार माह नहीं हो निर्माण, चेयरपर्सन ने कहा, घबराएं नहीं

महेंद्रगढ़ के नारनौल में इन दिनों मुख्य बाजार में सड़क निर्माण का मुद्दा गरमाया हुआ है। मुख्य बाजार में सड़क बनाई जानी है, जिसको लेकर व्यापारियों में रोष है। व्यापारियों का कहना है कि इस सड़क का निर्माण अभी नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह मुख्य सीजन है। वहीं चेयरपर्सन का कहना है कि व्यापारियों की मांग पर सड़क का निर्माण अभी नहीं किया जाएगा। नारनौल शहर में महावीर चौक से किलारोड तक सड़क का निर्माण होना है। जिसके पहले फेज में किलारोड से पुल बाजार तक सड़क बना दी गई है। वहीं पुल बाजार से महावीर चौक तक सड़क का निर्माण होना शेष है। यह निर्माण कार्य करीब छह माह से रुका हुआ है। बारिश के सीजन के चलते इसको रोक दिया गया था, अब नप में इस बचे हुए हिस्से के निर्माण की चर्चा थी। जो करीब एक किलोमीटर के दायरे में आता है। चर्चा चलते ही विरोध शुरू नप में इसके निर्माण की चर्चा चलने के बाद से यहां के व्यापारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। व्यापारियों का कहना है कि इस सड़क का निर्माण अभी करना उचित नहीं है। क्योंकि शादियों का सीजन शुरू होने के कारण यहां पर अब दिसंबर तक काम रहेगा। वहीं जनवरी से फिर बाजार में काम शुरू हो जाएगा। पिछले खराब काम से व्यापारियों में डर व्यापारियों में इस सड़क के पुल बाजार से किलारोड तक हुए खराब काम से डर है। व्यापारियों का कहना है कि जब सड़क का यह हिस्सा बना तो इस एक से डेढ़ किलोमीटर के निर्माण में ही करीब तीन से चार माह लग गए थे। इस दौरान पूरा रोड तोड़ दिए जाने के कारण एक माह तक बाजार बंद भी रहा था। अभी नहीं हो निर्माण इस बारे में व्यापारी नरेश मित्तल ने बताया कि इस रोड का निर्माण अभी किए जाने के बारे में चर्चा चली हुई है। इससे व्यापारी डरे हुए हैं, क्योंकि अगर इसका निर्माण अब होता है तो व्यापार चौपट हो जाएगा। इसलिए इसका निर्माण मार्च अप्रैल में होना चाहिए। वहीं व्यापारी हरीश सैनी ने बताया कि नवंबर से फरवरी तक का ही व्यापारियों के लिए सीजन का समय होता है, क्योंकि इस दौरान ही शादी ब्याह होते हैं तथा लोग खरीददारी भी ज्यादा करते हैं। यदि इसी बीच सड़क का निर्माण होगा तो व्यापार ठप हो जाएगा। व्यापारियों को घबराने की नहीं जरूरत: चेयरपर्सन वहीं इस बारे में नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस रोड का निर्माण मार्च माह के बाद ही कराया जाना चाहिए। इसलिए व्यापारियों को घबराने की जरूरत नहीं है। रोड का निर्माण मार्च माह के बाद ही कराया जाएगा।

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भिवानी के युवक की हत्या मामले में 2 पर केस:ठेकेदार व सेल्समैन के खिलाफ एफआईआर, शराब मांगने के दौरान झगड़ा, पिटाई के 13 दिन बाद मौत

भिवानी के गांव पुर में युवक की हत्या करने के मामले में बवानीखेड़ा थाना पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिसमें शराब ठेकेदार व सेल्समैन शामिल है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। मृतक गांव पुर निवासी करीब 34 वर्षीय अजीत ने घटना के करीब 13 दिन बाद अपनी बहन के यहां गया हुआ था। इसी दौरान उसकी तबीयत अधिक बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। मृतक पांच बहन-भाईयों में तीसरे नंबर का है। वह अविवाहित था और पशु पालक था। वह भेड़-बकरियों पालता था। भिवानी के गांव पुर निवासी धीरा ने बवानीखेड़ा थाना पुलिस को शिकायत दी। जिसमें बताया कि उसका भाई अजीत व रविन्द्र उर्फ बिन्द्र दोनों 19 अक्टूबर की शाम 8 बजे के करीब गांव पुर के ठेके पर शराब लेने गए थे। जब अजीत ने शराब मांगी तब शराब ठेकेदार लीलू व सेल्समैन अजय ने जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि पीछे हो जाओ पहले दूसरों को शराब लेने दो। इस पर अजीत ने कहा हम भी पैसे देंगे। यह बात सुनते ही दोनों ने ठेके से बाहर आकर अजीत और रविन्द्र को पीटना शुरू कर दिया। रविन्द्र जान बचाकर वहां से भागा, लेकिन अजीत को दोनों ने पकड़कर काफी चोटें मारी। अगले दिन करवाया भर्ती धीरा ने कहा कि वहां पर पड़ोस का शीलू भी शराब लेने गया हुआ था। जिसने सब अपनी आंखों से देखा। रात होने के कारण वे अजीत को अस्पताल ना ले जा सके। सुबह 9 बजे लगभग अजीत को बवानीखेड़ा के अस्पताल में लेकर गए। इसके बाद 23 अक्टूबर को अजीत किरावड़ भट्ठे पर ले गए, क्योंकि उसकी हालत ज्यादा खराब थी। 31 अक्टूबर को उसकी बहन शीला के घर तोशाम मे जागरण किया हुआ था। उसकी बहन अजीत को अपने साथ ले गई, ताकि उसका कुछ मन हलका हो, लेकिन रात को फिर अजीत की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसे तोशाम के निजी अस्पताल में लेकर गए। डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। अजीत की मौत लीलू और अजय द्वारा 19 अक्टूबर को मारी गई चोटों के कारण हुई है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शिकायत के आधार पर बवानीखेड़ा थाना पुलिस ने सेल्समैन व शराब ठेकेदार के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। बवानीखेड़ा थाना प्रभारी ओम प्रकाश ने बताया कि मामले की सूचना मिलते हुए जांच में जुटे हुए हैं।

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हरियाणा में भाजपा मंडल अध्यक्ष गिरफ्तार: सरंपच को जातिसूचक शब्द कहने और मारपीट के आरोप, केस दर्ज

मामले में आरोपी ने अदालत में अग्रिम जमानत याचिका लगाई हुई थी मगर वह निरस्त हो गई थी। उसके बाद से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी।

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करनाल सड़क हादसे में युवक की मौत:​​​​​​​दादूपुर से प्रेमखेड़ा जाते समय तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने मारी थी टक्कर, चंडीगढ़ पीजीआई में मौत

करनाल में बाइक से घर से निकले दो युवकों को मोतिया गांव के पास तेज स्पीड में आई कार ने सामने से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर पीछे बैठा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन व ग्रामीण उसे अस्पताल ले गए, जहां हालत बिगड़ने पर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। कई दिनों तक इलाज चलता रहा, लेकिन शनिवार रात को इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। वहीं हादसे के बाद से आरोपी कार चालक मौके पर गाड़ी छोड़कर फरार हो था। जिसे पुलिस तलाश कर रही है। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। वहीं पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्जकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। तेज रफ्तार कार ने बाइक को उड़ाया, युवक सड़क पर गिरा गांव दादुपुर निवासी राजकुमार ने पुलिस को बताया कि वह अपने भांजे शुभम निवासी प्रेमखेड़ा के साथ बाइक पर दादूपुर से प्रेमखेड़ा जा रहा था। पीछे उसका भाई संजय भी दूसरी बाइक पर आ रहा था। जैसे ही वे गांव मोतिया के पास पहुंचे, गांव जलाला वीरा की तरफ से आई ब्रेजा कार चालक ने गफलत व लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सीधी टक्कर मार दी। राजकुमार सड़क किनारे कच्चे में गिर गया, जबकि शुभम उछलकर कार में लगा और फिर सड़क पर सिर के बल गिरा। हादसे के बाद ग्रामीण इकट्ठे होते देख कार चालक मौके से पैदल ही भाग गया। इलाज के लिए तीन अस्पतालों में भटकना पड़ा घटना के बाद राजकुमार व संजय ने राहगीरों की मदद से शुभम को प्राइवेट वाहन में पहले कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेजा, वहां से विर्क अस्पताल और उसके बाद अमृतधारा हॉस्पिटल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। इसी दौरान शुभम की चोटें गंभीर होने के कारण शनिवार देर रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दर्ज किया केस, फरार आरोपी की तलाश घटना की सूचना पर तरावड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। एक्सीडेंट के दोनों वाहन जब्त किए गए। शुभम की मौत की जानकारी मिलने पर एसआई कर्मबीर ने पीजीआई चंडीगढ़ में पहुंचकर परिजनों के ब्यान दर्ज किए और आरोपी कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी कार चालक की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।

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IPS Puran Kumar Suicide: सीबीआई जांच से हाईकोर्ट का इनकार, पूछा-एसआईटी की जांच में कोई चूक हो तो बताएं

हरियाणा के आईपीएस वाई पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में दर्ज एफआईआर में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा पर कोर्ट ने सवाल उठाया।

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