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हिसार में SI की हत्या: हुड़दंग का विरोध करने पर 8 -10 लोगों ने डंडों से पीटा, ईंट से हमला कर मौत के घाट उतारा

हिसार के बारह क्वार्टर एरिया में गली में हुड़दंग का विरोध करने पर 8 से 10 लोगों ने हरियाणा पुलिस के सब इंस्पेक्टर की ईंट और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

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फरीदाबाद में वोट चोरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन:राहुल गांधी के आरोपों के बाद कांग्रेस का कैंडल मार्च, कार्यकर्ता बोले- भाजपा ने सत्ता हथियाई

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल ने कई खुलासे करते हुए आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली हुई है। अब इसको लेकर पूरे हरियाणा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। राहुल की पीसी के बाद आज शाम 7 बजे जिला कांग्रेस कमेटी फरीदाबाद के अध्यक्ष बलजीत कौशिक के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नीलम चौक से बीके चौक तक लगभग 500 मीटर का कैंडल मार्च निकालकर भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने वोट चोरी से सत्ता हथियाई- कांग्रेस इस मौके पर जिलाध्यक्ष बलजीत कौशिक ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही थी, लेकिन भाजपा ने वोट चोरी कर सत्ता हथिया ली। उन्होंने कहा कि वह पहले से ही हर मंच पर भाजपा पर वोट चोरी के आरोप लगाते आए हैं, और अब राहुल गांधी ने तथ्यों और प्रमाणों के साथ यह साबित कर दिया है कि हरियाणा में भाजपा ने फर्जी वोटों के माध्यम से सरकार बनाई। कौशिक ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने वोट चोरी में विदेशियों को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने एक ब्राजील की मॉडल की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि इस महिला की तस्वीर का उपयोग करके हरियाणा में फर्जी वोट बनाए गए। यह मॉडल कभी “स्वीटी” तो कभी “सीमा” के नाम से 22 बार वोट डालती रही। यह बात देश के लोकतंत्र के लिए बेहद शर्मनाक और खतरनाक है। जिलाध्यक्ष बोले- राहुल ने सारे राज खोल दिए जिलाध्यक्ष कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में प्रमाणों के साथ बताया कि हरियाणा में 25,41,144 फर्जी वोटों के जरिए चुनाव परिणामों को प्रभावित किया गया। राहुल गांधी ने यह भी खुलासा किया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि “सरकार बनाने की व्यवस्था हो चुकी है।” यह बयान अपने आप में वोट चोरी की सच्चाई उजागर करता है। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन की PHOTOS…

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गुरुग्राम में कांग्रेस छोड़ कुलदीप कटारिया इनेलो में गए:पार्टी पर गुटबाजी और कार्यकर्ता विरोधी होने का आरोप लगाया, 10 नेता हुए शामिल

गुरुग्राम में एक राजनीति उलटफेर में पूर्व चेयरमैन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप कटारिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। मंगलवार देर शाम को उन्होंने इनेलो ज्वाइन कर ली। इनेलो सुप्रीमो अभय चौटाला ने पटका पहना कर उन्हें पार्टी में शामिल किया। उनके साथ सेवा सिंह सिंधु (पूर्व जिला सचिव, जजपा), अशोक कुमार, देवेश गंडास, रमेश सांगवान, शोकेश भारद्वाज, गौरव शर्मा, उम्मेद कटारिया, अमित कटारिया और प्रवीण कटारिया ने भी इनेलो का दामन थामा। कुलदीप कटारिया का कहना है कि कांग्रेस में लंबे समय से गुटबाजी के कारण उनकी उपेक्षा हो रही थी। वह मेयर, जिलाध्यक्ष और विधायक की टिकट का मजबूत दावेदार थे, लेकिन हर बार अनदेखी हुई। कांग्रेस सरकार में चेयरमैन रह चुका हूं, फिर भी टिकट नहीं मिला। अभय बोले-कटारिया जैसे अनुभवी नेता से मजबूत होगी इनेलो अभय चौटाला ने कहा कि कुलदीप कटारिया जैसे अनुभवी और जनाधार वाले नेता का इनेलो में आना पार्टी को मजबूत करेगा। उन्होंने कांग्रेस पर गुटबाजी और कार्यकर्ता विरोधी नीतियों का आरोप लगाया। कटारिया के इस्तीफे से कांग्रेस को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में नुकसान की आशंका है। उनके साथ गए नेताओं में जजपा और इनेलो के पूर्व पदाधिकारी भी शामिल हैं, जो स्थानीय निकाय चुनावों में प्रभावशाली रहे हैं। इनेलो ने दावा किया कि आने वाले दिनों में और बड़े नेता पार्टी में शामिल होंगे।

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डबवाली में पंचायत घर बना नशेड़ियों का अड्‌डा:शाम ढलते ही पहुंच जाते, अगली सुबह मिलती है खाली बोतल, विरोध करने पर गाली-गलौज

सिरसा जिले में खंड डबवाली के गांव गीदड़ खेड़ा का पंचायत घर, इंडोर जिम हॉल, वॉलीबॉल ग्राउंड और सीएससी सेंटर आजकल नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। शाम ढलते ही नशेड़ी यहां आकर शराब का सेवन करते हैं, जिससे सुबह खाली बोतलें पड़ी मिलती हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, नशेड़ी प्रवृत्ति के लोग बेखौफ होकर पंचायत घर परिसर में आते हैं। वे यहां बैठकर शराब पीते हैं। अगली सुबह खाली बोतलें और अन्य कचरा वहीं पड़ा मिलता है। यह स्थिति प्रतिदिन देखने को मिलती है। विरोध करने पर करते हैं गाली- गलौज सुबह जब महिलाएं, लड़कियां, बच्चे और अन्य ग्रामीण अपने काम के लिए सीएससी केंद्र या पंचायत घर पहुंचते हैं, तो उन्हें अक्सर शराब की खाली बोतलें पड़ी मिलती हैं। जब इन लोगों को शराब पीने से रोका जाता है, तो वे गाली-गलौज करने लगते हैं, जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं। आसपास के घरों के लोग और अन्य ग्रामीण इस समस्या से बेहद परेशान हैं। उन्होंने इस बारे में ग्राम पंचायत और पुलिस प्रशासन को कई बार अवगत कराया है, लेकिन लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नशेड़ियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। सरपंच बोले- मामला उनके संज्ञान में, कराई जाएगी कार्रवाई सरपंच खेताराम ने बताया कि समस्या उनके संज्ञान में हैं। पंचायत घर में बैठकर शराब व नशे का सेवन करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा। सफाई कर्मचारियों को पंचायत घर की सफाई के बारे में अवगत करवा दिया गया है।

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फरीदाबाद में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन:IPS आत्महत्या पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

फरीदाबाद में आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए। शनिवार को सेक्टर-12 मिनी सचिवालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर जोरदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम फरीदाबाद के एसडीएम अमित मान के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने की घटना, दोनों को देश के लिए “शर्मनाक और दुखद” बताया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश में आज ऐसी परिस्थितियां बन गई हैं जहाँ ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी भी दबाव और भेदभाव का सामना कर रहे हैं। भेदभाव की वजह से आत्महत्या कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आईपीएस वाई पूरन कुमार पर लगातार जातिगत भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं, बल्कि व्यवस्था पर गंभीर सवाल है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आईपीएस वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में जिन-जिन वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के नाम लिखे हैं, सरकार को उन सभी के खिलाफ तुरंत जांच शुरू करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में कार्रवाई को जानबूझकर टाला जा रहा है क्योंकि दिवंगत अधिकारी दलित समाज से ताल्लुक रखते थे। CJI पर जूता फेंकने की निंदा इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल न्यायपालिका के सम्मान के खिलाफ है बल्कि पूरे देश की छवि को धूमिल करती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि जिस व्यक्ति ने यह कृत्य किया है, उसे कानून के तहत कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न करे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले में दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन को और व्यापक स्तर पर शुरू करेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक अधिकारी की लड़ाई नहीं, बल्कि न्याय और समानता के अधिकार की लड़ाई है, जिसे कांग्रेस पूरी ताकत से लड़ेगी।

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बहादुरगढ़ में UP निवासी फैक्ट्री वर्कर पर जानलेवा हमला:मोबाइल लूटा, विरोध करने पर चाकू मारकर पेट में ही छोड़ा, देवीलाल पार्क के पास वारदात

बहादुरगढ़ शहर में आपराधिक वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार देर रात मंथन ट्रांसपोर्ट में कार्यरत एक हेल्पर पर अज्ञात बदमाशों ने चाकू से हमला कर मोबाइल फोन छीन लिया। गंभीर हालत में घायल को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित की पहचान UP के जिला हरदोई के गांव गौरिया निवासी नंदलाल का रहने वाला है और बहादुरगढ़ के लक्ष्मी नगर की गली नं. 3 में रहता है। नंदलाल मंथन ट्रांसपोर्ट में हेल्पर का काम करता है। उसने बताया कि 28 सितंबर की रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर वह ऑफिस से लौटते समय मेट्रो पिलर नंबर 901 के पास, सेक्टर-6 के गेट और देवीलाल पार्क के सामने खड़ा था। पहले बीड़ी मांग, मना करने पर चाकू मारा इसी दौरान पीछे से आए दो-तीन अज्ञात व्यक्तियों ने पहले उससे बीड़ी मांगी। जब उसने मना किया तो एक बदमाश ने पीछे से उसका गला पकड़ लिया, जबकि दूसरा उसकी जेब से वीवो मोबाइल निकालने लगा। नंदलाल ने विरोध किया तो बदमाश ने हाथ में लिया चाकू उसके पेट में घोंप दिया। चाकू को पेट में ही फंसा छोड़कर बदमाश उसका फोन छीनकर मौके से फरार हो गए। साथी कर्मचारियों ने घायल को सिविल अस्पताल पहुंचाया घायल नंदलाल किसी तरह ऑफिस तक पहुंचा। वहां मौजूद सहकर्मियों ने तुरंत उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर है, लेकिन पेट में गहरे जख्म हैं।सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और पीड़ित का बयान दर्ज किया। नंदलाल ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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पानीपत में सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को घेरा:किसान विरोधी होने का आरोप लगाया, बोले- फसलों की खरीद सुनिश्चित करने के विफल रही

पानीपत जिले के समालखा में रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान अभी बाढ़ की मार से उबर नहीं पाया है और अब उसे सरकारी नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसलों की खरीद सुनिश्चित करने के अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। सांसद हुड्डा समालखा दौरे के दौरान पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर के जीटी रोड स्थित कार्यालय में पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व विधायक के भाई कंवर सिंह छौक्कर, इसराना के पूर्व विधायक बलबीर वाल्मीकि, करहंस के पूर्व सरपंच यशपाल सहरावत, नरेंद्र भापरा और राजेश किवाना सहित कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। किसानों को उपज कम दामों पर बेचनी पड़ रही है दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि सरकारी खरीद बंद होने के कारण किसानों को अपनी उपज कम दामों पर बेचनी पड़ रही है। मंडियों में सरकारी खरीद न होने से किसानों को धान 300 से 400 रुपए प्रति क्विंटल कम रेट पर बेचनी पड़ रही है। सरकारी एजेंसियां नमी का बहाना बनाकर खरीद से इनकार कर रही हैं, जिससे किसानों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। धान किसानों को 3100 रुपए क्विंटल का रेट देने का वादा उन्होंने याद दिलाया कि भाजपा ने चुनाव से पहले धान किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल का रेट देने का वादा किया था, जो पिछले और इस सीजन में भी पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मंडियों में धान की आवक तेज है, लेकिन खरीद न होने से किसान परेशान हैं। फसलों की खरीद समय पर न होने से किसान मंडियों में भटक रहे धान, बाजरा, कपास और अन्य फसलों की सरकारी खरीद समय पर न होने से किसान मंडियों में भटक रहे हैं। उपज खुले आसमान के नीचे खराब हो रही है। कई जगहों पर पोर्टल वेरिफिकेशन न होने से गेट पास नहीं बन पा रहे हैं, और कहीं राइस मिलर्स के रजिस्ट्रेशन की समस्या है। इस अव्यवस्था का फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। हुड्डा ने बताया कि 2369 रुपए एमएसपी वाली धान को 1900 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल के रेट पर खरीदा जा रहा है।

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Haryana: महिला को रास्ते में रोक दो युवकों ने की छेड़छाड़, विरोध करने पर दुष्कर्म करने की दी धमकी, केस दर्ज

जगाधरी क्षेत्र के एक गांव में दो युवकों ने महिला को रास्ते में रोक कर उसके साथ छेड़खानी की। महिला के विरोध करने पर युवकों ने उसे अगवा कर दुष्कर्म करने की धमकी दी

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गुरुग्राम में विवादित महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के विरोध में महापंचायत:छह साल पहले आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए, नवरात्र में वापस आने से भड़के लोग

गुरुग्राम के भोड़ा कलां गांव में 2019 में यौन शोषण के गंभीर आरोपों के बाद फरार हुए महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के अचानक सामने आने और गांव में भंडारा आयोजित करने की घोषणा से तनाव बन गया है। ग्रामवासियों ने इस घोषणा के खिलाफ एकजुट होकर कड़ा विरोध जताया है। गांव में आयोजित बड़ी पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि ज्योति गिरी को अब गांव में कदम रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस संबंध में ग्रामवासियों ने पुलिस को सामूहिक ज्ञापन सौंपा और विरोध प्रदर्शन भी किया था। ज्योति गिरी पर 2019 में यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे, जिसके बाद उनके कुछ आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने से विवाद और गहरा गया था। इन आरोपों के बाद वे फरार हो गए थे। जनवरी में जारी किया वीडियो इसी साल 21 जनवरी को ज्योति गिरी ने एक वीडियो जारी कर अपने फरार रहने को ‘अज्ञातवास’ करार दिया था। अब पहले शारदीय नवरात्र के अवसर पर 22 सितंबर को अपने आश्रम में भंडारा आयोजित करने की उनकी घोषणा ने ग्रामवासियों के गुस्से को फिर से भड़का दिया है। ग्रामवासियों का कहना है कि ज्योति गिरी के खिलाफ गंभीर आरोपों की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, और ऐसे में उनकी गांव में वापसी और भंडारे का आयोजन अस्वीकार्य है। सरपंच मनवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने एकजुट होकर इस मामले में सख्त रुख अपनाया है। पंचायत में सभी ने मिलकर फैसला किया कि ज्योति गिरी को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग सरपंच ने बताया कि ग्रामवासियों ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि ज्योति गिरी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए और गांव में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। इसके अलावा मंत्री राव नरबीर सिंह से मुलाकात कर अपनी चिंताओं को उनके समक्ष रखा जाएगा और इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की जाएगी। पुलिस ने ज्ञापन स्वीकार कर लिया है और मामले की जांच शुरू करने का आश्वासन दिया है। पुलिस ने ग्रामीणों को दिया आश्वासन एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रामवासियों की शिकायत पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। दूसरी ओर, ज्योति गिरी की ओर से अभी तक इस विरोध पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह घटना

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रोहतक में यशपाल मलिक ने रामचंद्र जांगड़ा को कहा कबूतर:बोले, जिसके पेड़ पर बैठे, उसी के गुण गाते, भाईचारा यात्रा को डेंट करना उनका विरोध

रोहतक में गांव जसिया स्थित छोटूराम धाम पहुंचे जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संरक्षक यशपाल मलिक ने भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को घेरा। यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा वो कबूतर है जिसने सारी डाल गा धरी। जिसके पेड़ पर बैठा, उसी के गुण गाते हैं। इन्हें लोगों से कोई मतलब नहीं, बस अपनी राजनीति करनी है। यशपाल मलिक ने कहा कि 1990 में नहीं पता कि रामचंद्र जांगड़ा किस पार्टी के साथ था, कांग्रेस या लोकदल में, क्योंकि वह भाजपा में तो नहीं था। अगर 1990 में रामचंद्र जांगड़ा था तो उस समय विरोध करना चाहिए था। लेकिन उस समय तो एमएलए बनना था, राज्यसभा चाहिए थी। यशपाल मलिक ने कहा कि राजकुमार सैनी या रामचंद्र जांगड़ा उस प्रकार के कबूतर हैं, जो अपनी जाति के साथ-साथ पूरे हरियाणा का नुकसान करते हैं। रामचंद्र जांगड़ा से कहना चाहिए कि जब हरियाणा जल रहा था तो उसने विरोध क्यों नहीं किया। विरोध में धरने पर क्यों नहीं बैठा। क्यों हरियाणा को जलने दिया। जिस जाति की तरफ से इशारा कर रहे हो, उसका इससे क्या मतलब है। लोगों के सामने गलत तथ्य कर रहे पेश यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा लोगों के सामने गलत तथ्य पेश कर रहा है। 1998 में जो गुरनाम सिंह आयोग बनकर आरक्षण मिल गया था। रामचंद्र जांगड़ा कभी सही तथ्य नहीं देगा क्योंकि यह बीसी-ए की जातियों को भड़काकर वोट लेते है। बीसी-ए में कोई इतनी बड़ी जातियां नहीं है, जो संख्या में अधिक हो। उनका शोषण ये लोग करके अपना घर भरते हैं। भाईचारा यात्रा को डेंट करना रामचंद्र जांगड़ा का विरोध यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा का पता कर रहे हैं कि वह किस पार्टी में था। उसका आज तक क्या विरोध था। जो भाईचारा यात्रा निकाल रहे हैं, क्या उसको डेंट करना इनका विरोध है कि भाईचारा ना बने। रामचंद्र जांगड़ा 2016 में किस पार्टी में था। भाजपा में था तो तब भी उन्हें कहना चाहिए था राजकुमार सैनी को कि भाई तु ऐसा काम क्यों कर रहा है। राजकुमार सैनी को क्यों नहीं रोका यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा ने 2016 में क्यों सांसद राजकुमार सैनी को नहीं रोका कि भाई तु ऐसा काम क्यों कर रहा है। 2014 में जब तक आरक्षण मिला, तब भी प्रदेश में कोई विरोध नहीं था। देश में आरक्षण मिला, तब भी कोई विरोध नहीं था। लेकिन राजकुमार सैनी ने माहौल को खराब किया। 2016 के दंगों की पटकथा किसने लिखी यशपाल मलिक ने कहा कि भाजपा ने किस प्रकार से राजकुमार सैनी को खड़ा किया, किस प्रकार षड़यंत्र रचा, किस प्रकार दंगे व लूटपाट हुई। 2016 के दंगों की पटकथा किसने लिखी, किसने वहां मीटिंग की, दंगे में कौन शामिल था, दंगे किसने करवाए, शहर जो लूटा, उसका सामान किसके घर से मिला, वो सारी रिपोर्ट सबके पास है। तोड़, फोड़ व हिंसा, आंदोलन नहीं होता यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा इस प्रकार किसी की बदनामी ना करें। राजनीति करें, लेकिन ओच्छी राजनीति ना करें। तोड़, फोड़ व हिंसा, आंदोलन नहीं होता। यह कोई आंदोलन नहीं था, इससे बड़े-बड़े कई आंदोलन हुए है, लेकिन कभी हिंसा नहीं हुई। यह लोगों को बदनाम करने का प्रयास किया गया।

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