रोहतक में गांव जसिया स्थित छोटूराम धाम पहुंचे जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संरक्षक यशपाल मलिक ने भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को घेरा। यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा वो कबूतर है जिसने सारी डाल गा धरी। जिसके पेड़ पर बैठा, उसी के गुण गाते हैं। इन्हें लोगों से कोई मतलब नहीं, बस अपनी राजनीति करनी है। यशपाल मलिक ने कहा कि 1990 में नहीं पता कि रामचंद्र जांगड़ा किस पार्टी के साथ था, कांग्रेस या लोकदल में, क्योंकि वह भाजपा में तो नहीं था। अगर 1990 में रामचंद्र जांगड़ा था तो उस समय विरोध करना चाहिए था। लेकिन उस समय तो एमएलए बनना था, राज्यसभा चाहिए थी। यशपाल मलिक ने कहा कि राजकुमार सैनी या रामचंद्र जांगड़ा उस प्रकार के कबूतर हैं, जो अपनी जाति के साथ-साथ पूरे हरियाणा का नुकसान करते हैं। रामचंद्र जांगड़ा से कहना चाहिए कि जब हरियाणा जल रहा था तो उसने विरोध क्यों नहीं किया। विरोध में धरने पर क्यों नहीं बैठा। क्यों हरियाणा को जलने दिया। जिस जाति की तरफ से इशारा कर रहे हो, उसका इससे क्या मतलब है। लोगों के सामने गलत तथ्य कर रहे पेश यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा लोगों के सामने गलत तथ्य पेश कर रहा है। 1998 में जो गुरनाम सिंह आयोग बनकर आरक्षण मिल गया था। रामचंद्र जांगड़ा कभी सही तथ्य नहीं देगा क्योंकि यह बीसी-ए की जातियों को भड़काकर वोट लेते है। बीसी-ए में कोई इतनी बड़ी जातियां नहीं है, जो संख्या में अधिक हो। उनका शोषण ये लोग करके अपना घर भरते हैं। भाईचारा यात्रा को डेंट करना रामचंद्र जांगड़ा का विरोध यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा का पता कर रहे हैं कि वह किस पार्टी में था। उसका आज तक क्या विरोध था। जो भाईचारा यात्रा निकाल रहे हैं, क्या उसको डेंट करना इनका विरोध है कि भाईचारा ना बने। रामचंद्र जांगड़ा 2016 में किस पार्टी में था। भाजपा में था तो तब भी उन्हें कहना चाहिए था राजकुमार सैनी को कि भाई तु ऐसा काम क्यों कर रहा है। राजकुमार सैनी को क्यों नहीं रोका यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा ने 2016 में क्यों सांसद राजकुमार सैनी को नहीं रोका कि भाई तु ऐसा काम क्यों कर रहा है। 2014 में जब तक आरक्षण मिला, तब भी प्रदेश में कोई विरोध नहीं था। देश में आरक्षण मिला, तब भी कोई विरोध नहीं था। लेकिन राजकुमार सैनी ने माहौल को खराब किया। 2016 के दंगों की पटकथा किसने लिखी यशपाल मलिक ने कहा कि भाजपा ने किस प्रकार से राजकुमार सैनी को खड़ा किया, किस प्रकार षड़यंत्र रचा, किस प्रकार दंगे व लूटपाट हुई। 2016 के दंगों की पटकथा किसने लिखी, किसने वहां मीटिंग की, दंगे में कौन शामिल था, दंगे किसने करवाए, शहर जो लूटा, उसका सामान किसके घर से मिला, वो सारी रिपोर्ट सबके पास है। तोड़, फोड़ व हिंसा, आंदोलन नहीं होता यशपाल मलिक ने कहा कि रामचंद्र जांगड़ा इस प्रकार किसी की बदनामी ना करें। राजनीति करें, लेकिन ओच्छी राजनीति ना करें। तोड़, फोड़ व हिंसा, आंदोलन नहीं होता। यह कोई आंदोलन नहीं था, इससे बड़े-बड़े कई आंदोलन हुए है, लेकिन कभी हिंसा नहीं हुई। यह लोगों को बदनाम करने का प्रयास किया गया।