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डबल मर्डर: कोर्ट में पेशी पर जा रहे बाप-बेटे को गोलियों से भूना, हमलावरों ने हाईवे पर 15 गोलियां मार किया कत्ल

सोनीपत के खरखौदा में कोर्ट में पेशी पर जा रहे पिता-पुत्र की शुक्रवार सुबह करीब पौने दस बजे नेशनल हाईवे-334बी पर थाना कलां चौक के पास गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।

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पूर्व DGP के बेटे को जो बीमारी, वो कितनी खतरनाक:हाथरस में 11 साल के लड़के के मर्डर की वजह यही; जान देना-लेना आम बात

यूपी में सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की 16 अक्टूबर की देर रात पंचकुला में मौत हो गई। तब परिवार ने कहा था- दवाओं के ओवरडोज से मौत हुई। मौत के दो दिन बाद बेटे का वीडियो सामने आया, जिसमें उसने कहा कि मेरी पत्नी मेरी नहीं है, मेरे डैडी की है। अब पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा का कहना है कि मेरे बेटे अकील को करीब 18 साल से साइकोटिक डिसऑर्डर था। वो नशा भी करता था। 2007 में उसकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई थी। ऐसे में सवाल ये की क्या होता है साइकोटिक डिसऑर्डर? इस डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति को कौन-कौन सी हो सकती है बीमारी ? इसके लक्षण क्या हैं? कितनी खतरनाक होती है बीमारी? क्या कहती है स्टडी ? पढ़िए भास्कर एक्सप्लेनर में सारे सवालों के जवाब… पहले पढ़िए ये मामला साल 2024 में हाथरस में 14 साल के लड़के ने एक 11 साल के लड़के की हत्या कर दी थी। पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल में इस मामले का खुलासा किया। इस केस को लेकर मनोरोग विशेषज्ञों ने बताया कि अक्सर ऐसे लोग सिजोफ्रेनिया से पीड़ित होते हैं। इस केस में पुलिस ने खुलासा किया की बच्चा स्कूल के हॉस्टल में रहता था। वह स्कूल से घर जाना चाहता था, उसने कभी पहले मोबाइल पर देखा था कि किसी छात्र की मौत हो जाने पर स्कूल बंद हो जाता है तो उसने भी घर जाने के लिए यही तरीका अपनाया। सोते समय कृतार्थ की अंगोछे से गला दबाकर हत्या कर दी। किसको साइकोटिक और न्यूरोसिस कहते हैं? वाराणसी में BHU के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ संजय गुप्ता बताते है- जब किसी व्यक्ति की जजमेंट (निर्णय लेने की क्षमता) और इनसाइट (अपने मानसिक स्थिति को समझने की क्षमता) प्रभावित हो जाती है, तो इसे साइकोटिक कहा जाता है। जब व्यक्ति की जजमेंट और इनसाइट सामान्य रूप से ठीक रहती है, तो इसे न्यूरोसिस कहा जाता है। इसमें व्यक्ति अपने मानसिक तनाव या चिंता को पहचान सकता है। हालांकि परेशानी या चिंता होती है, लेकिन वास्तविकता की समझ बनी रहती है। क्या होती है साइकोटिक डिसऑर्डर बीमारी? गोरखपुर जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. अमित शाही बताते है- साइकोटिक डिसऑर्डर एक बीमारी है। इसमें मरीज वास्तविकता से कट जाते हैं और काल्पनिक दुनिया में जीते है। उन्हें भ्रम या भ्रमित ध्वनियां/चित्र दिख/सुनाई दे सकते हैं। अमित शाही के अनुसार, इस डिसऑर्डर के अंदर करीबन 20 तरह की बीमारियां डाइग्नोसिस होती है। उनमें से एक सिजोफ्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर भी होता है। जैसे 2018 का बुराड़ी हत्याकांड, इसमें भी परिवार को ‘शेयर्ड साइकोसिस डिसऑर्डर’ था। इस केस में परिवार के लोग सोचते हैं कि उस व्यक्ति में खास शक्तियां हैं। ऐसे लोग परिवार के दूसरे सदस्यों पर भी प्रभाव डालते हैं। फिर वो भी कुछ-कुछ ऐसा ही अनुभव करने लगते हैं और खुद को सच्चाई से दूर ले जाते हैं। हालांकि डॉक्टर बताते है कि इस केस में डाइग्नोसिस नहीं हुआ है कि क्या बीमारी है। लेकिन इसके लक्षणों को देखकर कहा जा सकता है कि सिजोफ्रेनिया से पीड़ित हो सकता है। सिजोफ्रेनिया क्या है? गोरखपुर जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ अमित शाही बताते है- सिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है। इस बीमारी में मरीज अक्सर वास्तविक दुनिया से कट जाते हैं और अपनी ही दुनिया में रहने लगते हैं। हर मरीज के लक्षण अलग होते हैं, जैसे कानों में आवाज आना, अकारण संदेह करना, अपने में बात करना, बिना बात के हंसना, रोना आदि। कुछ लोग काल्पनिक दुनिया में रहते हैं और उनके विचार वास्तविकता से अलग होते हैं। इस वजह से उनकी भावनाएं, व्यवहार और रोजमर्रा की क्षमता प्रभावित होती है। वे अपने दिल की बात सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाते और जीवन में रुचि कम हो जाती है। कभी-कभी वे छोटी-छोटी बातों पर भी बहुत अधिक भावुक या परेशान हो जाते हैं। मानव मस्तिष्क में डोपामाइन नाम का न्यूरो ट्रांसमीटर होता है, जो दिमाग और शरीर में बीच तालमेल बिठाता है। कई बार डोपामाइन केमिकल किन्हीं वजहों से जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, तब सिजोफ्रेनिया की समस्या उत्पन्न होती है। सिजोफ्रेनिया से कैसे करें? बचाव बीएचयू के डॉ. संजय गुप्ता बताते हैं- सिजोफ्रेनिया का इलाज अब उपलब्ध है। इसके लिए जरूरी है कि मरीज का अच्छे से ख्याल रखा जाए। घर परिवार के लोगों के बीच में रहे। मरीज को समय-समय पर मनोरोग विशेषज्ञ जरूर मिलाएं। इलाज में कोई गैप न करें। ये लंबे वक्त तक चलने वाली बीमारी है। सिजोफ्रेनिया में रिकवरी 50 प्रतिशत से ऊपर नहीं हो पाती है, लेकिन इलाज लंबे वक्त चलाया जाए तो 90 प्रतिशत तक रिकवरी हो जाती है। भारत में पहली बार सिजोफ्रेनिया की सर्जरी साल 2023 में गुरुग्राम के मरेन्गो एशिया अस्पताल में एक 28 वर्षीय अफ्रीकी मरीज पर DBS तकनीक का उपयोग करके सिजोफ्रेनिया का इलाज किया गया। व्यक्ति 13 साल की उम्र से इस बीमारी से पीड़ित था। यह भारत में इस प्रकार की पहली सर्जरी थी और वैश्विक स्तर पर भी इस प्रक्रिया को केवल 13 बार ही किया गया है। डीप ब्रेन स्टीमुलेशन (DBS) क्या है? डीप ब्रेन स्टीमुलेशन (DBS) एक नई सर्जिकल तकनीक है, जिसमें मस्तिष्क के खास हिस्सों में छोटे इलेक्ट्रोड लगाए जाते हैं। ये इलेक्ट्रोड ब्रेन की असामान्य गतिविधियों को नियंत्रित करने और संतुलन बहाल करने के लिए हल्की बिजली भेजते हैं। इस ऑपरेशन में लगभग 8-10 घंटे लगते हैं। इसके बाद मरीज को रातभर आईसीयू में रखा जाता है। ऑपरेशन के अगले ही दिन से मरीज चलने-फिरने में सक्षम हो जाता है और उसके लक्षणों में करीब 50-60% तक सुधार दिखाई देता है। सिजोफ्रेनिया पुरुषों को महिलाओं से जल्दी अनुभव विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 2.4 करोड़ (24 मिलियन लोग) या 300 में से 1 व्यक्ति (0.32%) पीड़ित हैं। वयस्कों में यह दर 222 में से 1 हैं, या 0.45 फीसदी हैं। कई अन्य मानसिक विकारों की तुलना में यह कम प्रचलित है। इसकी शुरुआत किशोरावस्था से लेकर 20 साल की उम्र में होती है। पुरुषों को अक्सर महिलाओं की तुलना में जल्दी शुरुआत का अनुभव होता है। सिंगापुर में 116 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है। भारत में मेंटल हेल्थ से

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सोनीपत में नाबालिग से दुष्कर्म, दूसरा आरोपी काबू:कोर्ट ने सुनवाई के बाद जेल भेजा; मुख्य आरोपी पहले ही पकड़ा जा चुका

सोनीपत पुलिस ने नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में शामिल रहे दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सुनील देवडू गांव का निवासी है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सुनवाई के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस इस मामले में पहले ही मुख्य आरोपी फरमान को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस प्रवक्ता ASI रविंद्र सिंह ने बुधवार को बताया कि लड़की के पिता ने 4 सितंबर को सोनीपत शहर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि फरमान ने उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। शिकायतकर्ता, सोनीपत जिले का निवासी है, ने बताया कि फरमान, देवडू गांव का रहने वाला है। उनकी बेटी के साथ यह घिनौना अपराध किया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। लड़की की काउंसलिंग कराई इस मामले की जांच कर रही महिला उप निरीक्षक विनीत ने बताया कि पुलिस टीम ने कोर्ट के आदेशानुसार नाबालिग लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवाया और महिला विशेषज्ञ व लीगल ऐड से काउंसलिंग भी करवाई। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी फरमान को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और अब उसके सहयोगी सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। फरमान का साथ दिया पुलिस के अनुसार, सुनील इस अपराध में फरमान का साथ दे रहा था। गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।

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पंचकूला में दो कारों की टक्कर, 3 लोग घायल:देहरादून जा रहा था युवक, गाड़ी बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराई

हरियाणा के पंचकूला में मंगलवार को 2 कारों की टक्कर हो गई। जिसमें हिमाचल प्रदेश के युवक सहित 3 लोग घायल हो गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, वहीं घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। 2/4/5 चौक के पास हादसा जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की शाहपुर तहसील के गांव रानी ताल के आशीष चौहान ने बताया कि वह हमीरपुर से देहरादून जा रहे थे। गाड़ी को ड्राइवर मुनीष कुमार चला रहा था। जब वह 2/4/5 चौक के पास पहुंचे, तो दूसरी ओर से आ रही गाड़ी ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी। इसके बाद सामने से आ रही गाड़ी असंतुलित होकर डिवाइडर से जा टकराई। पुलिस ने गाड़ी को हटवाया वहीं दूसरी गाड़ी में सेक्टर-15 के मुकेश कुमार और उसका भतीजा वैभव सिंगला सवार थे। घटना में आशीष चौहान, मुकेश कुमार और वैभव सिंगला घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और गाड़ी को सड़क से हटवाया। वहीं दूसरी ओर घायलों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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हिसार में दिवाली के दिन युवक की मौत:नई गाड़ी और बाइक लेने जा रहे थे 5 दोस्त; पेड़ से टकराई कार, 4 घायल

हिसार के सीसवाला गांव में दिवाली के दिन एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। जबकि कार में सवार चार अन्य युवक घायल हो गए। यह घटना सीसवाला गांव से निकलते ही रावलवास खुर्द रोड पर हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। जानकारी के अनुसार, सीसवाला निवासी विक्रम, नरेश, रामचंद्र, सुनील और राकेश दिवाली के अवसर पर अपनी नई बुक की गई गाड़ी और एक बाइक लेने के लिए हिसार जा रहे थे। वे सभी दोस्त एक स्विफ्ट कार में सवार थे, तभी उनकी कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई और पलट गई। राहगीरों ने तुरंत घायलों को गाड़ी से निकालकर हिसार के एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने 25 वर्षीय रामचंद्र को मृत घोषित कर दिया। कार में सवार अन्य चार दोस्त विक्रम, नरेश, सुनील और राकेश घायल हो गए, जिनमें से विक्रम और नरेश को गंभीर चोटें आईं, जबकि सुनील और राकेश को हल्की चोटें लगीं। पुलिस के अनुसार, दोस्तों ने मिलकर नई गाड़ी घर लाने की योजना बनाई थी, लेकिन रास्ते में ही यह हादसा हो गया। राहगीरों ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह पिचक गया। उनका मानना था कि यदि गाड़ी के एयरबैग खुल जाते तो शायद बड़ा हादसा टाला जा सकता था और रामचंद्र की जान बच सकती थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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नारनौल में सड़क हादसे में पति-पत्नी व पुत्री घायल:कार ड्राइवर ने मारी थी बाइक को टक्कर, बाजार से सामान लेकर जा रहे थे घर

हरियाणा के नारनौल में बेलेनो गाड़ी ड्राइवर ने बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में पति-पत्नी व पुत्री घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। कनीना के गांव भालखी निवासी प्रमोद कुमार बीते कल शाम को करीब तीन बजे अपनी पत्नी प्रिया व बेटी पायल के साथ बाइक पर सवार होकर नारनौल से घर का सामान लेकर वापस अपने गांव जा रहा था। इस दौरान मित्रपुरा मोड़ पर जब वे रोड क्रॉस कर रहे थे तो एक बेलेनो कार ड्राइवर ने उसकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। जिसके कारण तीनों बाइक से दूर जा गिरे। टक्कर की वजह से तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद वहां पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने प्राइवेट गाड़ी को रुकवाकर उनको एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। हादसे में बाइक को भी काफी नुकसान हुआ है। वहीं सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद गाड़ी चालक मौके से फरार हो गया।

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उत्तराखंड में हुई हरियाणा के ITBP जवान की मौत:दिवाली की छुट्टी लेकर घर जा रहे थे, टैक्सी के अंदर बेहोशी की हालत में मिले

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 43 वर्षीय जवान संजय यादव की सफर के दौरान अचानक मौत हो गई। जवान दीपावली की छुट्टी पर अपने पैतृक घर हरियाणा लौट रहा था। यह घटना टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिन्याड़ी के पास हुई, जहां टैक्सी में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। मृतक पिछले दो वर्षों से पिथौरागढ़ के जाजरदेवल में 14वीं वाहिनी ITBP में तैनात थे। संजय यादव अपने साथी आरक्षी के साथ पिथौरागढ़ से टनकपुर की ओर टैक्सी से जा रहे थे। रास्ते में सिन्याड़ी के पास टैक्सी एक होटल पर रुकी। अन्य यात्री भोजन के लिए उतर गए, लेकिन संजय यादव अचेत अवस्था में टैक्सी में ही पड़े रहे। साथी ने उन्हें जगाने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। आनन-फानन में उन्हें टनकपुर उप जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित किया। फौरन पहुंचे अधिकारी, डॉक्टर ने बताया मौत का कारण सूचना मिलते ही कोतवाल चेतन सिंह रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम अस्पताल पहुंची और आवश्यक कार्यवाही शुरू की। घटना की जानकारी तत्काल 14वीं वाहिनी ITBP, पिथौरागढ़ को दी गई। इसके बाद एएसआई गोविंद राम सहित ITBP के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और उनकी मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। डॉक्टर्स ने प्रारंभिक जांच में डॉक्टर्स ने आशंका जताई है कि हार्ट अटैक के कारण जवान की मौत हुई होगी। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। तिरंगे में लपेटकर रेवाड़ी भेजी गई पार्थिव देह पोस्टमॉर्टम के बाद ITBP के वाहन से पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर पूरे सम्मान के साथ जवान के पैतृक निवास हरियाणा के रेवाड़ी के लिए रवाना किया गया। पूरे घटनाक्रम में ITBP अधिकारियों और पुलिस ने जवान के सम्मान और पारिवारिक संवेदनाओं का पूरा ध्यान रखा।

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हरियाणा में होलसेल और रिटेल में एमटीपी बिक्री पर रोक:गुरुग्राम में स्टॉक वापस मंगवाया जा रहा, सिर्फ सरकारी अस्पतालों में मिलेगी

हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य में एमटीपी किट की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह निर्णय जनस्वास्थ्य की सुरक्षा एवं मेडिसन डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को कंट्रोल और रेगुलर करने के लिए लिया गया है। स्टॉकिस्ट और मेडिकल स्टोर को अपने यहां से स्टॉक हटाना होगा। गुरुग्राम में सेक्टर 31 स्थित पॉलीक्लिनिक में बने जिला सेंट्रल स्टोर से ही खरीदी जा सकेगी। सिविल सर्जन डॉ. अलका सिंह ने बताया कि सरकार के ताजा निर्देशों के तहत सभी होलसेलर और रिटेलर को किट की बिक्री तुरंत बंद करने और संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी मान्यता प्राप्त एमटीपी सेंटर्स को निर्देश दिया गया है कि आवश्यकता अनुसार गर्भ संबंधी उपचार हेतु केवल Tab. Mifepristone 200 MG” को जिला सेंट्रल स्टोर पॉलीक्लिनिक से ही प्राप्त करें। साथ ही वे स्टॉक रजिस्टर का सही रखरखाव करें और प्रत्येक महीने अपनी रिपोर्ट विभाग को जमा करवाएं, ताकि दवाओं की उपलब्धता और उपयोग पर प्रभावी निगरानी रखी जा सके।

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हरियाणा IPS सुसाइड केस-परिवार की नाराजगी का VIDEO:IAS अफसर पत्नी अमनीत कह रहीं-सरकार को जो करना है कर ले पूरन कुमार का

सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस का 7वां दिन है। अभी भी उनका परिवार शव को पोस्टमॉर्टम पर राजी नहीं हुआ है। उनकी यही मांग है कि इस केस में नामजद पुलिस महानिदेशक (DGP) को पद से हटाया जाए। इसी बीच दिवंगत आईपीएस की IAS अफसर पत्नी अमनीत पी कुमार की नाराजगी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो कहती सुन रही हैं-सरकार ले गई है बॉडी। सरकार को जो करना है कर ले पूरन कुमार का। बताया जा रहा है कि यह वीडियो 11 अक्टूबर का है। उस दिन जिस दिन प्रशासन ने पूरन कुमार के शव को सिविल अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ में शिफ्ट किया था। इसी नाराज होकर अमनीत पी कुमार गुस्से में थीं। अब जानिए, 46 सेकेंड के वीडियो में है क्या… सरकारी आवास पर चेहरे पर गुस्से व तनाव के भाव चंडीगढ़ के सेक्टर-24 में कोठी नंबर 132 का है। जिसमें सरकारी आवास पर IAS अमनीत पी कुमार अपने भाई अमित रतन और पिता बाबू रतन सिंह के साथ बैठी दिख रही हैं। अमित रतन पंजाब के भटिंडा से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। इसमें दिख रहा है तीनों के हाव-भाव गुस्से व तनाव से भरे हैं। इसी बीच पीछे से कुछ आवाजें आ रही हैं और इस पर अमनीत गुस्से में रिएक्ट कर रही हैं। कोई अमनीत से फोन पर बात करने की रिक्वेस्ट करता है। बताया जा रहा है कि कोई अधिकारी उनसे मंत्री से बात करने की रिक्वेस्ट कर रहा है। नहीं करनी किसी मंत्री से बात अमनीत गुस्से में कहती हैं- मुझे किसी मंत्री से अब बात नहीं करनी है। नहीं करनी है। मत बुलाओ किसी को। हमें छोड़ दो। इसी बीच विधायक अमित कुमार कहते हैं-हमें छोड़ दो। सरकार ले गई बॉडी आगे अमनीत कहती हैं-सरकार ले गई बॉडी। सरकार जो करना है कर ले वाई पूरन कुमार। इसी बीच वीडियो में दिखाई नहीं दे रहे किसी व्यक्ति की आवाज आ रही है। जो कहते हैं- बहन जी, हम तो आपके साथ हैं। प्रीत तू कोई फैसला नहीं लेगी फिर विधायक अमित रतन कहते हैं- प्रीत तू कोई फैसला नहीं लेगी। सारे परिवार का एक बोर्ड बनाओ, उसनू कहो और फैसला लेउगा। अस्सी तेरे नाल खड़े ने। अस्सी पागल थोड़ी ने। इस पर अमनीत कहती हं-नहीं ले रही कोई फैसला। मीडिया को जाकर बताओ-बॉडी ले गए हैं फिर अमनीत पास खड़े एक व्यक्ति को पंजाबी में कहती हैं। तुस्सी मीडिया को जाकर दस्सो-वी ऐं ले गए ने बॉडी। इस पर विधायक अमित कहते हैं-मैं दसदा सब कुज। (यानी मैंने सब कुछ बता दिया है) । फिर अमनीत किसी के निर्देश देती हैं-डीजीपी यूटी के पास जाओ। 7 दिन से पोस्टमॉर्टम पर फंसा है पेंच 7 सितंबर को आईपीएस वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित घर में सिर पर गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। 8 पेज का लास्ट नोट लिखा था। जिसमें डीजीपी समेत 14 अफसरों के नाम लिखे। उसके बाद चार दिन तक शव सिविल अस्पताल में पड़ा रहा। परिवार पहले इस बार अड़ा था कि लास्ट नोट में जितने अफसरों के नाम हैं, सभी पर केस दर्ज हो और गिरफ्तारी हो। चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। तब से परिवार यह मांग कर रहा है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को पद से हटाया जाए और अरेस्ट किया जाए। इस मामले में सरकार रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया को पद से हटा चुकी है। इसी गतिरोध के कारण सोमवार दोपहर तक पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। एससी समाज व परिवार की 31 सदस्यीय कमेटी सब फैसले ले रही है। रविवार को चंडीगढ़ में महापंचायत में 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।

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सोनीपत में पुलिस ने लड़की को बरामद किया:युवक मुंबई ले जा रहा था; पकड़े जाने के डर से लौटा, रेप की पुष्टि नहीं

सोनीपत में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अगवा करने के आरोप में युवक को गिरफ्तार किया है। युवक लड़की को लेकर मुंबई जा रहा था, लेकिन पुलिस की कार्रवाई के चलते पकड़े जाने के डर से आधे रास्ते से वापस लौट आया। लड़की ने पुलिस को यही बताया कि उसके साथ रेप नहीं हुआ है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश करके उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, उतर प्रदेश की रहने वाली एक महिला ने अक्टूबर को थाना राई में शिकायत दी थी। उसने बताया कि वह वर्तमान में सोनीपत में किराए के मकान में रह रही है। उसने आरोप लगाया कि आगरा के रहने वाला मनीष उसकी नाबालिग बेटी को बहला फुसला कर ले गया है। उसने पुलिस से अपनी बेटी को जल्द से जल्द वापस लाने और आरोपी काे गिरफ्तार करने की गुहार लगाई। राई थाने की जांच टीम के सब इंस्पेक्टर सतीश ने बताया कि पुलिस ने महिला की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने आरोपी को गिरफ्तार करने और लड़की को सकुशल बरामद करने के लिए तुरंत कदम उठाया। इस बीच पता चला कि युवक लड़की को लेकर मुंबई जा रहा है। पुलिस का शिकंजा कसता देख युवक को भी आभास हो गया कि वह अब पुलिस को चकमा नहीं दे सकता। इस बीच युवक मुंबई के आधे रास्ते से ही लड़की के साथ वापस सोनीपत आ गया। पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया और लड़की काे भी सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने अदालत के आदेशानुसार नाबालिग लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवाया। साथ ही महिला विशेषज्ञ व लीगल ऐड से काउंसलिंग भी करवाई। लड़की ने अपने साथ दुष्कर्म किए जाने की बात से इनकार किया है। पुलिस आगे की पड़ताल कर रही है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी मनीष आगरा, उत्तर प्रदेश के धर्मलोक का रहने वाला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।

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