Haryana Crime: पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट, तेजदार हथियारों से गोदा, घरेलू विवाद का है मामला
गोहाना में पत्नी ने पति को मौत के घाट उतार दिया। घरेलू विवाद में पत्नी ने पति को ईंट-पत्थरों व अन्य तेजधार हथियारों से गोदकर मौत के घाट उतारा।
गोहाना में पत्नी ने पति को मौत के घाट उतार दिया। घरेलू विवाद में पत्नी ने पति को ईंट-पत्थरों व अन्य तेजधार हथियारों से गोदकर मौत के घाट उतारा।
हिसार के हांसी के नजदीकी गांव भीमनगर के पास रविवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों को दोनों को अस्पताल पहुंचाया। पति को निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, भीमनगर निवासी काजल अपने पति सचिन के साथ किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए गांव आई थी। दोनों शाम करीब 5 बजे समारोह से लौट रहे थे, तभी हांसी की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे एक ट्राले से उनकी बाइक की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि काजल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि सचिन गंभीर रूप से घायल हो गया। डेढ़ साल की है बेटी राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और दोनों को हांसी के सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने काजल को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर हालत के कारण सचिन को पहले हिसार और बाद में अग्रोहा के लिए रेफर किया गया था, मगर परिजन उसे हिसार के ही निजी अस्पताल में ले गए जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। मृतका काजल की शादी करीब ढाई साल पहले सिवानी के गांव गैंडावास में हुई थी। वह अपनी डेढ़ वर्ष की बच्ची की मां थी। घटना के बाद परिवार और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। काजल का शव पोस्टमार्टम के लिए हांसी के शवगृह में रखा गया है। पुलिस ने ट्राले चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रेवाड़ी पुलिस ने पत्नी और बेटी पर तेल छिड़ककर आग लगाने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना करवा चौथ की रात हुई थी। इसमें उपचार के दौरान पत्नी की मौत हो गई थी। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी मनोज निवासी राम पुरा शराब पीने का आदी है। आरोपी ने घटना के बाद खुद को भी आग लगा ली थी। तीनों को गंभीर हालत में अस्पातल में भर्ती कराया गया था। पत्नी और मनोज को रोहतक पीजीआई रेफर किया गया था। पत्नी की मौत के बाद अब पुलिस ने मामले में आरोपी के खिलाफ हत्या की धारा भी जोड़ी गई है।? शराब पीने का विरोध करने की वारदात इस मामले में पलवल के गांव टप्पा निवासी सतपाल ने 11 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी। सतपाल ने बताया कि उसकी बहन अनीता की शादी गांव रामपुरा निवासी मनोज से हुई थी और उनके दो बच्चे, 17 वर्षीय प्रिया और 15 वर्षीय हेमू हैं। जानकारी के अनुसार 10 अक्टूबर की रात करवा चौथ के दिन मनोज शराब पीकर घर आया था। पत्नी अनीता द्वारा आपत्ति जताने पर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। गुस्से में मनोज ने घर में रखा तेल पत्नी अनीता पर छिड़क दिया। जब बेटी प्रिया अपनी मां को बचाने आई, तो उस पर भी तेल छिड़ककर आग लगा दी गई। इसके बाद मनोज ने खुद को भी आग लगा ली। आसपास के लोगों ने आग बुझाई, बेटी की अस्पताल से छुट्टी आसपास के लोगों ने चीखने की आवाज सुनकर तीनों को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद बेटी प्रिया को छुट्टी दे दी गई, जबकि अनीता और मनोज को पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। 13 अक्टूबर को उपचार के दौरान अनीता की मौत हो गई। पुलिस ने थाना रामपुरा में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। अनीता की मौत के बाद मामले में हत्या की धारा भी जोड़ी गई। पुलिस ने आरोपी मनोज को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एएसआई संदीप लाठर की मौत के 10 दिन बाद वायरल हुई एफआईआर में पत्नी संतोष ने एडीजीपी वाई पूरण कुमार के गनमैन सुशील कुमार व आईजी दफ्तर में एसआईएस (सिक्योरिटी ऑफिसर) सुनील कुमार पर पूरण के परिवार की ऊंची पहुंच बताकर धमकी देने के आरोप लगाए हैं।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल गुरुवार को रोहतक तहसील कार्यालय पहुंचकर अपनी एक जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले हैं।
फरीदाबाद के पल्ला थाना क्षेत्र के रोशन नगर में चार महीने पहले हुई विवाहिता की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी पति अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। हत्या की वारदात को 21 अप्रैल को अंजाम दिया गया था, जबकि पुलिस ने 20 जून को घर के बाहर सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे से महिला का शव बरामद किया था। मृतका की पहचान तनु (28) के रूप में हुई थी, जो उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की रहने वाली थी। उसकी शादी साल 2023 में रोशन नगर निवासी अरुण के साथ हुई थी। अरुण का परिवार मूल रूप से यूपी के मैनपुरी का रहने वाला है और लंबे समय से रोशन नगर गली नंबर 1 के मकान नंबर 61 में रह रहा था। शादी के बाद शुरू हुआ विवाद तनु के पिता हाकिम के मुताबिक, उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर बेटी की शादी की थी, लेकिन इसके बावजूद ससुराल वाले दहेज में और पैसे की मांग करते रहे। लगातार झगड़े के चलते तनु सितंबर 2023 में मायके चली गई थी। एक साल तक मायके में रहने के बाद अक्टूबर 2024 में पंचायत के हस्तक्षेप से उसे दोबारा ससुराल भेजा गया। हत्या से सात दिन पहले रची साजिश पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार ससुर भूप सिंह ने कबूल किया कि तनु और परिवार के बीच लगातार झगड़ों से वह परेशान था। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए उसने हत्या की योजना बनाई। उसने घर के बाहर सीवरेज के लिए गड्ढा खुदवाया और उसी में शव को दफनाने की योजना पहले से बना ली थी। 21 अप्रैल की रात को की गई हत्या 21-22 अप्रैल की रात घर में केवल भूप सिंह, उसकी बेटी काजल और बहू तनु मौजूद थे। पत्नी सोनिया शादी में शामिल होने यूपी गई हुई थी, जबकि बेटा अरुण कंपनी में ड्यूटी पर था। रात में जब सभी सो गए, तो भूप सिंह ने ऊपर के कमरे में जाकर सो रही तनु का चुन्नी से गला घोंट दिया। इसके बाद शव को उसी रात घर के बाहर खुदवाए गए गड्ढे में दबा दिया। रेप के बाद की गई हत्या का खुलासा पुलिस पूछताछ में भूप सिंह ने बताया कि हत्या से पहले तनु के पति अरुण ने उसके दूध में बेहोशी की दवा मिलाई थी। बेहोशी की हालत में अरुण ने उसके साथ रेप किया और बाद में चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। ऐसे खुला राज 23 अप्रैल को ससुराल वालों ने पुलिस को जानकारी दी कि तनु घर से लापता है। तलाश के दौरान तनु के पिता को घर के बाहर खोदे गए गड्ढे पर शक हुआ। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। जांच में जब पुलिस ने जेसीबी से खुदाई कराई, तो तनु का शव बरामद हो गया। तीन गिरफ्तार, पति अब भी फरार इस मामले में पुलिस अब तक ससुर भूप सिंह, सास सोनिया, और ननद काजल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन मुख्य आरोपी पति अरुण अब तक फरार है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि मामला डीएलएफ क्राइम ब्रांच के पास है और आरोपी पति की तलाश जारी है। चार महीने बीतने के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी न होना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
डोभ गांव के मगन सुसाइड केस में आरोपी पत्नी दिव्या को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।
रेवाड़ी के जैनाबाद गांव में शुक्रवार सुबह हरियाणा पुलिस के एएसआई कृष्ण यादव (40) ने कमरे में फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली।
रोहतक पुलिस के एएसआई संदीप लाठर की पत्नी संतोष ने पुलिस को बयान दिया है कि जब उसके पति ने एडीजीपी वाई पूरण कुमार के गनर रहे सुशील को गिरफ्तार किया तब उसने धमकाते हुए कहा था कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस का 7वां दिन है। अभी भी उनका परिवार शव को पोस्टमॉर्टम पर राजी नहीं हुआ है। उनकी यही मांग है कि इस केस में नामजद पुलिस महानिदेशक (DGP) को पद से हटाया जाए। इसी बीच दिवंगत आईपीएस की IAS अफसर पत्नी अमनीत पी कुमार की नाराजगी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो कहती सुन रही हैं-सरकार ले गई है बॉडी। सरकार को जो करना है कर ले पूरन कुमार का। बताया जा रहा है कि यह वीडियो 11 अक्टूबर का है। उस दिन जिस दिन प्रशासन ने पूरन कुमार के शव को सिविल अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ में शिफ्ट किया था। इसी नाराज होकर अमनीत पी कुमार गुस्से में थीं। अब जानिए, 46 सेकेंड के वीडियो में है क्या… सरकारी आवास पर चेहरे पर गुस्से व तनाव के भाव चंडीगढ़ के सेक्टर-24 में कोठी नंबर 132 का है। जिसमें सरकारी आवास पर IAS अमनीत पी कुमार अपने भाई अमित रतन और पिता बाबू रतन सिंह के साथ बैठी दिख रही हैं। अमित रतन पंजाब के भटिंडा से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। इसमें दिख रहा है तीनों के हाव-भाव गुस्से व तनाव से भरे हैं। इसी बीच पीछे से कुछ आवाजें आ रही हैं और इस पर अमनीत गुस्से में रिएक्ट कर रही हैं। कोई अमनीत से फोन पर बात करने की रिक्वेस्ट करता है। बताया जा रहा है कि कोई अधिकारी उनसे मंत्री से बात करने की रिक्वेस्ट कर रहा है। नहीं करनी किसी मंत्री से बात अमनीत गुस्से में कहती हैं- मुझे किसी मंत्री से अब बात नहीं करनी है। नहीं करनी है। मत बुलाओ किसी को। हमें छोड़ दो। इसी बीच विधायक अमित कुमार कहते हैं-हमें छोड़ दो। सरकार ले गई बॉडी आगे अमनीत कहती हैं-सरकार ले गई बॉडी। सरकार जो करना है कर ले वाई पूरन कुमार। इसी बीच वीडियो में दिखाई नहीं दे रहे किसी व्यक्ति की आवाज आ रही है। जो कहते हैं- बहन जी, हम तो आपके साथ हैं। प्रीत तू कोई फैसला नहीं लेगी फिर विधायक अमित रतन कहते हैं- प्रीत तू कोई फैसला नहीं लेगी। सारे परिवार का एक बोर्ड बनाओ, उसनू कहो और फैसला लेउगा। अस्सी तेरे नाल खड़े ने। अस्सी पागल थोड़ी ने। इस पर अमनीत कहती हं-नहीं ले रही कोई फैसला। मीडिया को जाकर बताओ-बॉडी ले गए हैं फिर अमनीत पास खड़े एक व्यक्ति को पंजाबी में कहती हैं। तुस्सी मीडिया को जाकर दस्सो-वी ऐं ले गए ने बॉडी। इस पर विधायक अमित कहते हैं-मैं दसदा सब कुज। (यानी मैंने सब कुछ बता दिया है) । फिर अमनीत किसी के निर्देश देती हैं-डीजीपी यूटी के पास जाओ। 7 दिन से पोस्टमॉर्टम पर फंसा है पेंच 7 सितंबर को आईपीएस वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित घर में सिर पर गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। 8 पेज का लास्ट नोट लिखा था। जिसमें डीजीपी समेत 14 अफसरों के नाम लिखे। उसके बाद चार दिन तक शव सिविल अस्पताल में पड़ा रहा। परिवार पहले इस बार अड़ा था कि लास्ट नोट में जितने अफसरों के नाम हैं, सभी पर केस दर्ज हो और गिरफ्तारी हो। चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। तब से परिवार यह मांग कर रहा है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को पद से हटाया जाए और अरेस्ट किया जाए। इस मामले में सरकार रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया को पद से हटा चुकी है। इसी गतिरोध के कारण सोमवार दोपहर तक पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। एससी समाज व परिवार की 31 सदस्यीय कमेटी सब फैसले ले रही है। रविवार को चंडीगढ़ में महापंचायत में 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।