दोहरा हत्याकांड: झज्जर पुलिस ने रिमांड पर लिया भाई और पिता का हत्या आरोपी, डाक कर्मी के शक ने खोला राज
कलोई गांव में पिता और भाई की हत्या की आरोपी अशोक को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
कलोई गांव में पिता और भाई की हत्या की आरोपी अशोक को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
झज्जर के कलोई गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सनसनी में डाल दिया है।
गुरुग्राम के रवि नगर में गुरुवार शाम को बदमाशों ने एक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में प्रशांत पाराशर नाम के युवक के पेट में गोली लगी है। फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पेट में गोली लगने से प्रशांत गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हीरो होंडा चौक स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है और डॉक्टर ऑपरेशन कर गोली निकाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसी साल जनवरी में प्रशांत के चचेरे भाई पर्व की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पर्व के हत्यारोपियों ने प्रशांत पर भी गोलियां चलाई है। 21 वर्षीय प्रशांत पाराशर परिवार के साथ रवि नगर में ही रहता है। शाम को वह घर के बाहर था। अचानक दो-तीन बदमाश आए और उस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पेट में गोली लगने से घायल प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग घबराहट में घरों में घुस गए। प्रशांत को पेट में एक गोली सटीक निशाने पर लगी, जिससे वे खून से लथपथ होकर गिर पड़े। हमलावर मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए, लेकिन घटनास्थल पर खाली कारतूस बिखरे मिले। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को कॉल किया। परिजनों का कहना है कि हमलावरों का संबंध उसी गैंग से है, जो पर्व की हत्या में शामिल था। यह बदले की कार्रवाई लगती है। प्रशांत को चेतावनी देने के लिए निशाना बनाया गया है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि दो बाइकों पर सवार होकर चार से पांच हमलावर आए थे। उन्होंने पहले प्रशांत को किडनैप करने का प्रयास किया, लेकिन उसने विरोध कर दिया। जिसके बाद हमलावरों ने फायरिंग कर दी। एसएचओ बोले- अभी नहीं मिली कोई शिकायत सेक्टर 9 थाने के एसएचओ कुलदीप ने बताया कि अभी तक कंप्लेंट नहीं मिली है। पुलिस की टीम मौके पर भेजी गई है। घायल युवक के बयान अभी नहीं लिए जा सके हैं। मामले की छानबीन की जा रही है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल गुरुवार को रोहतक तहसील कार्यालय पहुंचकर अपनी एक जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले हैं।
छोटी दीपावली की रात भाई ने भाई की हत्या कर दी। दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ।
रोहतक के लाढ़ौत गांव में बुधवार सुबह एएसआई संदीप के शव को जैसे ही पांचों बहनों और दोनों बेटियों ने देखा तो उनकी चीत्कार निकल गई। बहनें शव से लिपट गईं। उनका विलाप सुनकर पूरा माहौल गमगीन हो गया।
सोनीपत में घर में सो रहे बुजुर्ग के कमरे में तेल छिड़क कर आग लगाने का मामला सामने आया है और वही दरवाजा बंद करके आरोपी फरार हो गया। आरोप लगाया गया है कि पारिवारिक बंटवारे की पुरानी रंजिश चलते बुजुर्ग को जलाकर मारने की कोशिश की गई है। गंभीर रूप से जली हुई अवस्था में पाए गए पीड़ित को इलाज के लिए पहले गन्नौर के सरकारी अस्पताल और फिर सोनीपत के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पीड़ित के लिखित बयान के आधार पर आरोपी छोटे भाई के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वही आग से घर का सारा सामान जलकर खाक हो गया है और वही मौके पर FSL टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाएं हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दरवाजा बाहर से बंद, पड़ोसियों ने बचाई जान गन्नौर के गांधी नगर वार्ड नंबर 1 में रहने वाले राजेन्द्र सिंह ने बताया कि वह बाहर निकलने के लिए दरवाजे की ओर भागे तो पाया कि दरवाजे की कुंडी बाहर से लगी हुई थी। उन्होंने ज़ोर-ज़ोर से दरवाजा पीटकर बचाव के लिए आवाज लगाई। कुछ देर बाद पड़ोसी दीवार कूदकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने पानी डालकर आग बुझाई और दरवाजे की कुंडी खोलकर राजेन्द्र सिंह को बाहर निकाला। गंभीर रूप से झुलसे राजेन्द्र सिंह को तत्काल गन्नौर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। भाई पर हत्या के प्रयास का आरोप राजेन्द्र सिंह पहल ने अपने छोटे भाई हवासिंह पहल, निवासी सेक्टर 23 सोनीपत, पर जान से मारने की नीयत से आग लगाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों भाइयों में लंबे समय से रंजिश चल रही है। पहले भी हवासिंह ने उनके साथ मारपीट की थी और घर में तोड़फोड़ की थी। उस समय दोनों का गन्नौर थाने में राजीनामा हुआ था, परंतु हवासिंह ने दुश्मनी नहीं छोड़ी। पुराने विवाद और धमकी के बाद बड़ा हादसा राजेन्द्र सिंह ने अपने बयान में बताया कि अप्रैल 2025 में भी हवासिंह ने उनके साथ झगड़ा किया था, जिसमें आत्मरक्षा के दौरान वह घायल हुआ और बाद में झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। कुछ दिन पहले हवासिंह फिर गन्नौर आया और राजेन्द्र सिंह को धमकी देकर गया था कि, “पहले तो तू बच गया था, अब की बार तुझे खत्म कर दूंगा।” राजेन्द्र का कहना है कि उसी रंजिश के चलते यह आगजनी की घटना रची गई, जिसमें उनकी जान बाल-बाल बची। मामला दर्ज, एफएसएल टीम मौके पर पुलिस के अनुसार, 13 अक्टूबर की रात सरकारी अस्पताल गन्नौर से सूचना प्राप्त हुई कि राजेन्द्र सिंह पहल झुलसी अवस्था में भर्ती हैं। सूचना पर SI रमेश पुलिस दल सहित मौके पर पहुंचे। घायल को बाद में निजी हॉस्पिटल सोनीपत रेफर किया गया। राजेन्द्र सिंह की लिखित शिकायत और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धारा 109(1), 351(3), 333, 326(2) बीएनएस (BNS) के तहत थाना गन्नौर में दर्ज की गई।पुलिस ने बताया कि एफएसएल टीम को मौके पर भेजा गया है, ताकि आग लगने के वास्तविक कारण और ज्वलनशील पदार्थों के उपयोग की जांच की जा सके।
बहन के घर आए भाई ने आपसी विवाद में चलते अपनी ही बहन पर गुस्से में आकर डंडे से हमला कर दिया।
युवक को दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 40 लाख रुपये की जबरन वसूली के मामले में पुलिस ने एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
सोनीपत में एक युवक की करीब 10 युवकों ने मारपीट कर हत्या कर दी।