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नूंह में मासूम के साथ हैवानियत:खून से लथपथ मिली 5 साल की बच्ची,पुलिस हॉस्पिटल लेकर पहुंची,भट्टे पर काम करता है परिवार

हरियाणा के नूंह जिले के बिछौर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव सिंगार के पास एक ईंट भट्टे पर अपने परिवार के साथ रह रही 5 साल की मासूम बच्ची को एक युवक बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। जहां कथित तौर पर उसके साथ हैवानियत करने का मामला सामने आया है। जब परिवार के लोगों को बच्ची के चिल्लाने की आवाज आई तो वह मौके पर पहुंचे। जहां आरोपी बच्ची को खून से लथपथ मौके पर छोड़कर भाग गया। बताया जा रहा है कि युवती को लेकर जाने वाला युवक भी ईंट भट्टे पर काम करता है। भट्टे पर काम करता है परिवार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सिंगार गांव के भट्ठे पर एक परिवार करीब 4 साल से काम करता है। शुक्रवार की शाम उनकी 5 साल की बेटी झुग्गी के बाहर खेल रही थी। उसी दौरान इरफान नाम का एक युवक उसे दुकान पर ले गया और दुकानदार से चीज दिलाकर उसे सुनसान जगह ले गया। लड़की जब घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोग उसे इधर-उधर ढूंढने लगे। लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद भट्टे पर रहने वाले सभी मजदूर बच्ची की खोज में निकल गए। तलाशी के दौरान करीब साढ़े 6 बजे एक खेत से बच्ची की चिल्लाने की आवाज लोगों को सुनाई दी। पैर बंधे हुए थे , खून से लथपथ मिली बच्ची प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब वह वहां पहुंचे तो इरफान वहां से भाग गया। मासूम के पैर बंधे हुए थे। वह खून से लथपथ थी । शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। बच्ची पूरी तरह से घबराई हुई थी। इसके बाद परिवार के लोगों ने डायल 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिवार से बात की और आनन फानन में उसे पुन्हाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। हालांकि अभी तक परिवार के लोगों ने पुलिस को लेकर शिकायत नहीं दी है। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उक्त युवक द्वारा बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है। क्योंकि जगह-जगह मासूम के शरीर पर खून लगा हुआ था।

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मोहाली में बेटी के किडनैपर पिता को 7 साल जेल:पत्नी से हुआ झगड़ा, तो बच्ची उठाकर ले गया; दलील में बोला-कम सजा दो, अकेले कमाने वाला हूं

पंजाब के मोहाली में अपनी 11 महीने की बेटी की हत्या के इरादे से किडनैपिंग से जुड़े मामले में जिला अदालत ने पिता को सजा सुनाई। दोषी आकाश को अदालत ने आईपीसी की धारा 364 (हत्या के इरादे से अपहरण) में 7 साल का कठोर कारावास और 10,000 रुपये जुर्माना व धारा 317 (बच्चे को त्यागना) के तहत 5 साल का कठोर कारावास की सजा सुनाई है। हालांकि, अदालत में खुद को सजा से बचाने के लिए कई दलीलें दी गईं, लेकिन अदालत ने उसकी एक भी नहीं सुनी। अदालत ने कहा कि आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। 4 प्वाइंट में जानें पूरा मामला… दोषी बोला- मैं अकेला कमाने वाला दोषी ने अपने अलग बयान में कहा कि वह अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला है और उसके वृद्ध माता-पिता और एक अविवाहित बहन उस पर निर्भर हैं। उसने आगे कहा कि वह प्रथम दृष्टया अपराधी है और उसने नरम रुख अपनाने की प्रार्थना की। जबकि पीड़ित पक्ष के वकील ने कहा कि दोषी ने अपनी ही 11 महीने की बेटी इशिका का अपहरण करके गंभीर अपराध किया है ताकि उसकी हत्या की जा सके या उसे ठिकाने लगाया जा सके। उसने उसे छोड़ दिया और उसके बाद, उसका पता नहीं चल पाया है, इसलिए उसके साथ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए और वह अधिकतम सजा की मांग करता है

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बहादुरगढ़ में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन फिर हुआ खराब:गलत दिखा रहा AQI डेटा, एक साल बाद ठीक हुआ था, दोबारा केलीब्रेशन में गड़बड़ी आई

बहादुरगढ़ शहर की वायु गुणवत्ता की सही स्थिति जानने के लिए लगाया गया सतत परिवेशीय वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (CAAQMS) स्टेशन एक बार फिर तकनीकी खराबी का शिकार हो गया है। करीब एक साल तक बंद रहने के बाद पिछले महीने ही इस स्टेशन को दोबारा चालू किया गया था, लेकिन अब इसकी केलिब्रेशन में गड़बड़ी आ गई है, जिसके कारण यह गलत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) दिखा रहा है। पिछले तीन दिनों से यह स्टेशन बहादुरगढ़ का एक्यूआई ग्रीन जोन यानी 50 से कम दिखा रहा है, जबकि वास्तविकता में शहर का प्रदूषण स्तर 200 से अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्टेशन की तकनीकी गड़बड़ी के कारण डेटा सटीक नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टेशन का संचालन कर रही कंपनी को केलिब्रेशन दोबारा करने के निर्देश दिए हैं ताकि डेटा सही और विश्वसनीय रूप में मिल सके। एक साल से बंद पड़ा था, पिछले महीने हुआ था चालू दरअसल, यह स्टेशन पिछले एक साल से बंद पड़ा था। कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच एग्रीमेंट नवीनीकरण में देरी के कारण यह संचालन से बाहर था। अक्टूबर माह में तकनीकी सुधार और एग्रीमेंट पूरा होने के बाद इसे पुनः शुरू किया गया था। स्टेशन के शुरू होते ही उम्मीद जगी थी कि अब बहादुरगढ़ की वायु गुणवत्ता का रियल टाइम डेटा मिलेगा और प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के बेहतर निर्णय ले सकेगा। CAAQMS स्टेशन वायु में मौजूद पीएम 2.5, पीएम 10, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का स्तर मापने का काम करता है। यह डेटा सीधे केंद्रीय सर्वर पर भेजा जाता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की समग्र वायु गुणवत्ता की निगरानी में मदद मिलती है। खराबी के कारण नहीं मिल रहा वायु स्थिति का वास्तविक आंकड़ा बहादुरगढ़ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण यहां की वायु गुणवत्ता का असर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु स्थिति पर भी पड़ता है। यही डेटा आगे चलकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रतिबंध लगाने में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन स्टेशन की खराबी से फिलहाल बहादुरगढ़ की वायु स्थिति का वास्तविक आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पा रहा।​​​​​​​​​​​​​​ ठीक करवाया जा रहा स्टेशन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन की केलिब्रेशन में कुछ गड़बड़ी है। उसे ठीक करवाया जा रहा है, इसी वजह से डेटा गलत दिख रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में बहादुरगढ़ के प्रदूषण स्तर में सुधार जरूर हुआ है।

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फरीदाबाद में बेरहमी से पिटाई कर विवाहिता की हत्या:डेढ़ साल पहले हुई शादी, परिजन बोले- दहेज के लिए प्रताड़ित किया, पति अरेस्ट

ओल्ड फरीदाबाद थाना क्षेत्र के गांव दौलताबाद में दहेज में कार न देने पर एक विवाहिता की मारपीट कर हत्या करने का मामला सामने आया है। मृतका की पहचान 24 वर्षीय प्रीति के रूप में हुई है। प्रीति की शादी करीब डेढ़ साल पहले ही हुई थी। मायके वालों ने पति और ससुर समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने आरोपी पति धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका प्रीति के पिता वीरेंद्र सिंह, निवासी गांव सुरीरकला, मथुरा (उत्तर प्रदेश) ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी तीन बेटियां और तीन बेटे हैं। सबसे बड़ी बेटी प्रीति की शादी 6 मार्च 2024 को गांव दौलताबाद निवासी धर्मेंद्र कुमार के साथ की गई थी। धर्मेंद्र एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है। पिता ने बताया कि उन्होंने बेटी की शादी में अपनी हैसियत से अधिक करीब 10 से 11 लाख रुपए खर्च किए थे। शादी में दान-दहेज भी दिया गया था, लेकिन शादी के बाद से ही ससुराल वाले प्रीति को कार न देने पर ताने मारते और उसे प्रताड़ित करने लगे। दहेज लाने के लिए पीटते थे ससुराल वाले प्रीति जब शादी के कुछ दिन बाद मायके आयी तो उसने बताया कि उसका पति धर्मेंद्र, जेठ, सास, ससुर और जेठानी मिलकर उसे कम दहेज लाने के लिए मारते-पीटते हैं। पति धर्मेंद्र कहता था कि “जब तक तुम्हारे घरवाले मुझे कार नहीं देंगे, तब तक मैं तुम्हें अपने घर नहीं रखूंगा।” पिता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि शादी के बाद जब पहली होली का त्योहार आया, तब उनके बेटे सचिन, प्रवेश और चाचा दिनेश बेटी को लेने के लिए दौलताबाद पहुंचे। लेकिन दामाद धर्मेंद्र ने कहा कि मेरे घर में केवल एक ही आदमी आएगा। इसके बाद प्रवेश घर के अंदर गया और कुछ घंटे बाद प्रीति को लेकर मायके लौट आया। तब प्रीति ने बताया कि उसके पति और ससुराल वालों ने फिर से उसके साथ मारपीट की। प्रीति ने दिया बेटी को जन्म वीरेंद्र सिंह ने आगे बताया कि कुछ समय पहले बेटी प्रीति ने एक बच्ची को जन्म दिया था। तब दामाद धर्मेंद्र ने फोन करके कहा था कि “अगर एक लाख रुपए नहीं दोगे तो प्रीति का ठीक से इलाज नहीं कराऊंगा।” इस पर उन्होंने तत्काल 20 हजार रुपए नकद दौलताबाद जाकर दिए। इसके अलावा कई बार ऑनलाइन पैसे धर्मेंद्र के खाते में ट्रांसफर किए। उन्होंने बताया कि, 3 फरवरी को ₹9999, 22 मई को ₹20,000 तथा 06 अक्टूबर को ₹5000 रुपए धर्मेंद्र के खाते में भेजे थे। लगातार बढ़ती रही दहेज की मांग इसके बावजूद धर्मेंद्र और उसका परिवार दहेज की मांग बढ़ाते रहे। आरोप है कि 30 अक्टूबर को धर्मेंद्र, ससुर वेदराम, जेठ मानसिंह, सास मोगन देवी और जेठानी सुनीता ने मिलकर प्रीति के साथ मारपीट की। 31 अक्टूबर को जब उनका बेटा बेटी से मिलने गया तो उसने भी देखा कि घर में झगड़ा हुआ है। इसके बाद से प्रीति का फोन बंद हो गया था। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि 2 नवंबर की रात करीब तीन बजे उन्हें सूचना मिली कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है। जब वे सुबह सिविल अस्पताल पहुंचे तो देखा कि प्रीति की मौत हो चुकी थी। उनका आरोप है कि ससुराल पक्ष ने दहेज की मांग पूरी न होने पर उनकी बेटी को प्रताड़ित कर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने पति धर्मेंद्र कुमार, ससुर वेदराम, जेठ मानसिंह, सास मोगन देवी और जेठानी सुनीता के खिलाफ दहेज हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी पति को किया गिरफ्तार : थाना प्रभारी थाना प्रभारी मदन सिंह ने बताया कि आरोपी पति धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में फांसी लगाने की बात सामने आई है, लेकिन परिजनों की शिकायत को देखते हुए हर एंगल से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

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फर्रुखनगर ​​​​​​​में लापता 3 साल का बच्चा बरामद:पुलिस ने परिजनों ​​​​​​​के हवाले किया, घर के बाहर से हो गया था गायब

गुरुग्राम के फर्रुखनगर थाना पुलिस ने गुम हुए 3 साल के बच्चे को सकुशल तलाश कर परिजनों को सौंप दिया है। बच्चा 2 नवंबर की शाम अचानक घर से गायब हो गया था। परिवार ने इसकी सूचना फर्रुखनगर थाने में दी थी। शिकायतकर्ता मूल रूप से झांसी जिले के भानपुरा का निवासी है और इन दिनों फर्रुखनगर की बालाजी कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा है। उसके बेटे सिवाश के लापता होने की खबर मिलते ही पुलिस टीम तुरंत सक्रिय हुई। एडिशनल एसएचओ एसआई हवा सिंह व एएसआई मनमोहन ने टीम के साथ आसपास के इलाकों में रातभर सर्च अभियान चलाया। देर रात टीम ने वजीरपुर-फर्रुखनगर रोड स्थित अनाज मंडी के पास से सिवाश को सुरक्षित बरामद कर लिया। पुलिस ने बच्चे को तुरंत परिजनों के हवाले किया। परिजनों ने फर्रुखनगर पुलिस की तत्परता व संवेदनशीलता की सराहना की। वहीं मानेसर जोन के डीसीपी दीपक कुमार (IPS) ने भी टीम की कार्यवाही की प्रशंसा की।

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फरीदाबाद में युवक की हत्या, 3 दोषियों को उम्रकैद:पुरानी रंजिश के चलती मारी थी गोली, कोर्ट ने 7 साल बाद सुनाया फैसला

फरीदाबाद में भूपानी थाना क्षेत्र के खेड़ीकला गांव में 7 साल पहले हुई युवक की हत्या के मामले में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार की अदालत ने तीनों दोषियों — गौरव, उमेश और हेमराज — को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही गौरव पर 30 हजार रुपए और उमेश व हेमराज पर 35-35 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला 10 मई 2018 का है, जब खेड़ीकला गांव निवासी अशोक (25 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अशोक, गांव निवासी प्रकाश का भतीजा था और खेती-बाड़ी करता था। घटना वाले दिन दोपहर में वह अपने मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था और गेलीराम के मकान के पास सीढ़ियों पर बैठा हुआ था। इसी दौरान बाइक पर सवार गौरव और उमेश वहां पहुंचे और अशोक पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जांच में पता चला कि यह हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी, और इस पूरी साजिश में तीसरा आरोपी हेमराज भी शामिल था। दो गुटों की रंजिश बनी खून की वजह सरकारी वकील रविंद्र गुप्ता ने बताया कि गांव खेड़ीकला लंबे समय से दो गुटों — हेमराज गुट और टेकचंद गुट — में बंटा हुआ है। मृतक अशोक का परिवार टेकचंद गुट से था, जबकि आरोपी हेमराज विपक्षी गुट का सदस्य था। दोनों पक्षों में साल 2015 से विवाद चला आ रहा था। इसी आपसी रंजिश ने धीरे-धीरे हत्या का रूप ले लिया। अदालत का फैसला मामले की जांच पूरी होने और गवाहों के बयानों व साक्ष्यों के आधार पर अदालत ने माना कि तीनों अभियुक्तों ने साजिश के तहत हत्या की वारदात को अंजाम दिया। अदालत ने दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और आर्थिक दंड भी लगाया।

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भिवानी मनीषा मौत मामला: सीबीआई के सील किए खेत में किसान ने नहीं की बिजाई, पिता बोले- अधिकारी लौटे लेकिन…

मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम भले ही दिल्ली लौट चुकी है लेकिन जिस खेत में मनीषा का शव मिला था वह अब भी टेपिंग से सील कर सुरक्षित रखा गया है।

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दिल्ली से डेढ़ साल पहले लापता हुई नाबालिग बच्ची मिली:पानीपत बाल कल्याण समिति ने परिजनों को सौंपा

पानीपत में दिल्ली के भजनपुरा इलाके से डेढ़ साल पहले लापता हुई 15 वर्षीय बच्ची आखिरकार पानीपत में मिल गई। बच्ची को चांदनीबाग थाना क्षेत्र में पुलिस ने अकेले घूमते हुए देखा जिसके बाद उसे संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। चांदनीबाग थाना प्रभारी गौरव और उनकी टीम गश्त पर थी। तभी उन्हें यह बच्ची क्षेत्र में अकेली घूमती दिखाई दी। पूछताछ करने पर बच्ची ने बताया कि वह दिल्ली के भजनपुरा में रहती है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत बाल कल्याण समिति से संपर्क कर बच्ची के बारे में बताया। बाल कल्याण समिति ने दिल्ली फोन करके पूरी जानकारी दी। इसके बाद वहां से बच्ची के परिजन सभी दस्तावेज के साथ पानीपत पहुंचे। ​परिजन का पता कर बुलाया बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष केदार दत्त कौशिक ने बताया कि बच्ची लगभग डेढ़ साल पहले अपने घर से निकल गई थी और तब से लापता थी। दिल्ली पुलिस ने उस समय उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी। पानीपत पुलिस की सतर्कता से अब वह सुरक्षित मिल गई है। कौशिक ने बताया कि समिति ने बच्ची से पूछताछ करने के बाद परिजनों का पता लगाया और उन्हें तुरंत पानीपत बुलाया गया। आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि यह मामला इस बात की ओर संकेत करता है कि लापता बच्चों की तलाश में राज्य और जिलों के बीच समन्वय बेहद जरूरी है। परिजनों ने बच्ची को सुरक्षित पाने पर राहत की सांस ली और पानीपत पुलिस तथा बाल कल्याण समिति का आभार जताया।ई

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करनाल में बाइक-स्कूटी में टक्कर, दो की मौत:ढाई साल की बच्ची ने मौके पर तोड़ा दम, दंपती गंभीर घायल, मेडिकल कालेज रेफर

करनाल जिले के नलवी खुर्द गांव के पास बुधवार को स्कूटी और बाइक की जोरदार टक्कर में एक बच्ची समेत 2 लोगों की मौत हो गई। हादसे में बाइक सवार व्यक्ति और स्कूटी सवार ढाई साल की बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि स्कूटी चला रहे युवक और उसकी पत्नी घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए और जांच शुरू कर दी है। यह हादसा बुधवार दोपहर नलवी खुर्द के पास हुआ। जानकारी के मुताबिक, गांव नलवी पार निवासी 39 वर्षीय रामपाल अपनी पत्नी को लेने नलवी खुर्द जा रहा था। रास्ते में सामने से आ रही एक स्कूटी से उसकी बाइक की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहन सड़क पर गिर पड़े। घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ढाई साल की बच्ची की मौके पर मौत स्कूटी पर सवार बजीदपुर निवासी 22 वर्षीय राहुल, उसकी पत्नी खुशबू (उम्र 20 साल) और ढाई साल की बच्ची भी सवार थे। टक्कर लगने से बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राहुल और खुशबू गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल में भर्ती कराया गया है। वहीं, गंभीर रूप से घायल रामपाल को भी कल्पना चावला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा और रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने शुरू की जांच, परिवार में मातम मृतक रामपाल के बेटे ने बताया कि उनके पिता अपनी मां को लेने जा रहे थे, तभी रास्ते में यह हादसा हुआ। परिवार में तीन भाई-बहन हैं और पिता की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। जांच अधिकारी दलबीर सिंह ने बताया कि यह हादसा बाइक और स्कूटी की आमने-सामने की टक्कर से हुआ। इसमें ढाई साल की बच्ची और बाइक सवार की मौत हो गई, जबकि स्कूटी चला रहा युवक और उसकी पत्नी घायल हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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