Actionpunjab

Action Punjab Logo
Breaking News

करन

Haryana

सोहना में युवक पर हमला करने वाले 3 गिरफ्तार:तहसीलदार पर साजिश रचने का आरोप, पीड़ित के हाथ-पैर टूटे; कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस

गुरुग्राम के सोहना में एक युवक पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना बीते गुरुवार को हुई थी, जिसमें सोहना निवासी नरेश गंभीर रूप से घायल हो गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान गांव नंगली निवासी सतबीर, मोनू और दिनेश के रूप में हुई है। एसीपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में झगड़े का कारण आपसी लेनदेन का विवाद सामने आया है। तहसीलदार पर हमला करवाने का आरोप हालांकि, पीड़ित नरेश और उसके परिजनों ने तहसीलदार शिखा गर्ग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि तहसीलदार की शह पर ही उस पर हमला कराया गया और जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया। कॉल डिटेल खंगाली जा रही पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 126(2), एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(आर) और 351 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें पीड़ित और आरोपियों के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी, ताकि वारदात में प्रयुक्त गाड़ियों और डंडों को बरामद किया जा सके। पीड़ित के हाथ-पैर टूटे जानकारी के अनुसार, नरेश किसी काम से सोहना तहसील गया था, तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में नरेश के हाथ और पैर टूट गए। घायल अवस्था में उसके भाई ने उसे सोहना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुरानी लेनदेन की रंजिश से जुड़ा मामला एसीपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष रूप से पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दोहराया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी लेनदेन की रंजिश से जुड़ा प्रतीत होता है। पुलिस का कहना है कि आगे की जांच के आधार पर ही तहसीलदार और अन्य संबंधित व्यक्तियों की भूमिका स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ जारी है।

Haryana

चंडीगढ़ में कांग्रेस नेताओं की लड़ाई थाने पहुंची:महिला नेत्री ने ब्लॉक अध्यक्ष को जड़े थप्पड़, वॉट्सऐप ग्रुप में अश्लील फोटो शेयर करने का आरोप

चंडीगढ़ में शहरी कांग्रेस के नेताओं की वॉट्सऐप ग्रुप की लड़ाई थाने पहुंची है। महिला कांग्रेस नेत्री की तरफ से उसकी अश्लील फोटो अलग अलग ग्रुपों में शेयर करने के आरोप लगाकर ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी। दोनों ग्रुपों को वीरवार की देर शाम पुलिस स्टेशन बुलाया गया था। अब ब्लॉक अध्यक्ष हरजिंदर सिंह की तरफ से इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन मलोया में करके पूर्व मेयर, महिला कांग्रेस नेत्री ममता डोगरा समेत अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वॉट्सऐप ग्रुप में फोटो डालने से शुरू हुआ विवाद दरअसल, विवाद चंडीगढ़ टेरिटोरियल कांग्रेस कमेटी के वॉट्सऐप ग्रुप में फोटो डालने से शुरू हुआ था। जब ग्रुप एडमिन ब्लॉक अध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने इस पर विरोध जाहिर किया। इसके बाद ही महिला नेत्री ममता डोगरा ने हरजिंदर सिंह पर उसकी अश्लील फोटो बनाकर वॉट्सऐप ग्रुप में डालने के आरोप लगा दिए और इसकी शिकायत पुलिस को कर दी। थाने में बात करते-करते मारने लगी थप्पड़ पुलिस के मुलाजिम हरजिंदर सिंह को थाने लेकर गए। वहां कमरे में बैठे ममता डोगरा और अन्य ने हरजिंदर सिंह से मारपीट की और उसकी वीडियो बनाई। हरजिंदर सिंह ने थाना मलोया में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि उसकी वीडियो बनाकर उसे अलग अलग वॉट्सऐप ग्रुपों में शेयर कर उसकी छवि को धूमल किया गया है।

Haryana

गुरुग्राम में युवक को मारी गोली:जनवरी में चचेरे भाई की हत्या हो चुकी, उन्हीं आरोपियों पर किडनैपिंग और हमला करने का आरोप

गुरुग्राम के रवि नगर में गुरुवार शाम को बदमाशों ने एक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में प्रशांत पाराशर नाम के युवक के पेट में गोली लगी है। फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पेट में गोली लगने से प्रशांत गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हीरो होंडा चौक स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है और डॉक्टर ऑपरेशन कर गोली निकाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसी साल जनवरी में प्रशांत के चचेरे भाई पर्व की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पर्व के हत्यारोपियों ने प्रशांत पर भी गोलियां चलाई है। 21 वर्षीय प्रशांत पाराशर परिवार के साथ रवि नगर में ही रहता है। शाम को वह घर के बाहर था। अचानक दो-तीन बदमाश आए और उस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पेट में गोली लगने से घायल प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग घबराहट में घरों में घुस गए। प्रशांत को पेट में एक गोली सटीक निशाने पर लगी, जिससे वे खून से लथपथ होकर गिर पड़े। हमलावर मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए, लेकिन घटनास्थल पर खाली कारतूस बिखरे मिले। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को कॉल किया। परिजनों का कहना है कि हमलावरों का संबंध उसी गैंग से है, जो पर्व की हत्या में शामिल था। यह बदले की कार्रवाई लगती है। प्रशांत को चेतावनी देने के लिए निशाना बनाया गया है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि दो बाइकों पर सवार होकर चार से पांच हमलावर आए थे। उन्होंने पहले प्रशांत को किडनैप करने का प्रयास किया, लेकिन उसने विरोध कर दिया। जिसके बाद हमलावरों ने फायरिंग कर दी। एसएचओ बोले- अभी नहीं मिली कोई शिकायत सेक्टर 9 थाने के एसएचओ कुलदीप ने बताया कि अभी तक कंप्लेंट नहीं मिली है। पुलिस की टीम मौके पर भेजी गई है। घायल युवक के बयान अभी नहीं लिए जा सके हैं। मामले की छानबीन की जा रही है।

Haryana

बहादुरगढ़ में पराली जलाने से रोकेंगे ग्राम सचिव-कृषि अधिकारी:फसल अवशेष प्रबंधन पर एसडीएम ने की बैठक, किसानों को जागरूक करने का आह्वान

बहादुरगढ़ में फसल अवशेषों को जलाने से रोकने के उद्देश्य से आज एसडीएम नसीब कुमार की अध्यक्षता में उपमंडल स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में पराली प्रबंधन को लेकर विभिन्न विभागों की तैयारियों और जागरूकता अभियानों की समीक्षा की गई। बैठक में उपमंडल कृषि अधिकारी सुनील कौशिक ने बताया कि पराली जलाने की रोकथाम के लिए किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। प्रत्येक गांव में ग्राम सचिवों और कृषि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही गांवों और स्कूलों में जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। किसानों को दिए जा रहे 1200 रुपए प्रति एकड़ उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की स्कीम के तहत किसानों को 1200 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है ताकि किसान फसल अवशेष प्रबंधन को अपनाने के लिए प्रेरित हों। एसडीएम नसीब कुमार ने पंचायत एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव स्तर पर मुनादी करवाकर किसानों और आमजन को फसल अवशेष न जलाने के प्रति जागरूक किया जाए। SDM बोले-पराली जलाने वालों पर कार्रवाई करें एसडीएम ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में पराली जलाने की घटना सामने आती है तो तुरंत पुलिस विभाग को सूचित कर दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार जुर्माना एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाए। एसडीएम ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि इस कार्य को प्राथमिकता से लें और संबंधित थाना प्रबंधकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें। बैठक में एसडीओ सुनील कौशिक, नरेश कुमार (राजस्व विभाग), सोनू (एईई, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), डॉ. महावीर मलिक, डॉ. कविता (विषय विशेषज्ञ, शस्य), राजीव पाल चावला (सहायक कृषि अभियंता, झज्जर), सुनील कुमार (तकनीकी सहायक), राकेश राणा (खंड कृषि अधिकारी), कार्तिक कौशिक (ग्राम सचिव) तथा नरेश कुमार (इंस्पेक्टर, सदर थाना) आदि मौजूद थे।

Haryana

लाडो लक्ष्मी योजना: महिलाएं तय करेंगी मासिक कितना चाहिए पैसा, लाभ पाने के लिए 25 अक्तूबर तक करना होगा आवेदन

दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना की 2100 रुपये की किस्त सरकार हरियाणा दिवस एक नवंबर को जारी करने जा रही है।

Haryana

पंजाब पूर्व DGP पर केस कराने वाला का पॉलिटिक्ल कनेक्शन:लोग बोले- AAP विधायक का राइट हैंड था, वर्करों को तंग किया तो निकाला

पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना के बेटे अकील अख्तर की मौत के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज करवाने वाले शमशुद्दीन चौधरी के मल्टी पार्टी कनेक्शन सामने आए हैं। मलेरकोटला के विधायक डॉ जमील उर रहमान ने पॉलिटिकल कनेक्शन पर पूरे खुलासे किए। उन्होंने कहा कि शमशुद्दीन बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी में रह चुके हैं। शमशुद्दीन चौधरी ने 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल छोड़ा और आप के उम्मीदवार डॉ जमील उर रहमान के साथ आ गए। डॉ जमील चुनाव जीते तो उन्होंने शमशुद्दीन को अपने दफ्तर में रख लिया। दफ्तर में आने वाले फरियादियों की बातें वही सुनते थे और अफसरों से उनकी समस्याओं का समाधान करवाते थे। मलेरकोटला में आज भी लोग उन्हें जमील के पीए के नाम से ही जानते हैं। शिकायतकर्ता ने शिकायत में अपना पता मॉडल टाउन मलेरकोटला बताया है। उन्होंने पंचकूला में किसी भी पार्टी से संबंधित न होने का दावा किया। दैनिक भास्कर की टीम मलेरकोटला पहुंची और ग्राउंड सच्चाई जानी। जब टीम मॉडल टाउन कॉलोनी में पहुंची तो वहां लोगों से शमशुद्दीन के बारे में पूछा तो लोगों का यही जवाब था कि जो एमएलए जमील का पीए है। मॉडल टाउन में शमशुद्दीन के भाई का घर है। उनका घर वहां पर निर्माणाधीन है। हालांकि वहां पर लोग उनके बारे में ज्यादा बताने को तैयार नहीं हुए। कुछ लोगों ने इतना जरूर बताया कि उनके भाइयों का खाद का कारखाना है। अब पढ़िए लोगों और विधायकों ने क्या कहा… मोहम्मद मुस्तफा व रजिया सुल्ताना के एमके हाउस में सन्नाटा पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के घर एमके हाउस में बेटे की मौत के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। घर में कोई नहीं है। गेट पर एक सिक्योरिटी वाला है। उसका कहना हे कि साहब बेटे को खाके सुपुर्द करने उत्तर प्रदेश गए हैं, तब से नहीं आए हैं। शमशुद्दीन चौधरी ने क्या कहा, 2 पॉइंट में पढ़ें… मोहम्मद मुस्तफा के खिलाफ पहले भी दर्ज करवाई एफआईआर 2022 चुनाव के दौरान मोहम्मद मुस्तफा के हिंदुओं को लेकर दिए बयान के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया था। यह केस डॉ जमील के समर्थकों की शिकायत पर करवाया गया था। उस समय भी शमशुद्दीन चौधरी ने अहम भूमिका निभाई थी। इस मामले में पुलिस अपनी चार्जशीट अदालत में दाखिल कर चुकी है। विधायक जमील ने बताया कि उस मामले में मोहम्मद मुस्तफा की कोर्ट में तारीखें चल रही हैं।

Haryana

रोहतक में मगन सुहाग सुसाइड केस:दिव्या को हाई कोर्ट से 9 बिंदुओं पर मिली जमानत, उल्लंघन करने पर होगी रद्द

रोहतक में मगन सुहाग सुसाइड केस में आरोपी दिव्या को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। हाई कोर्ट ने 9 बिंदुओं पर दिव्या को नियमित जमानत दी है। साथ ही निर्देश दिए कि अगर दिव्या निर्देशों का उल्लंघन करती है तो उसकी जमानत को रद्द किया जा सकता है। गांव डोभ निवासी मगन सुहाग ने 18 जून को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले मगन ने वीडियो बनाकर अपनी मौत के लिए पत्नी दिव्या व महाराष्ट्र पुलिस के सिपाही दीपक को जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले में दिव्या की जमानत याचिका पर रोहतक एडिशनल सेशन कोर्ट में 4, 8, 9,11 व 19 सितंबर को सुनवाई हुई, जिसमें याचिका को खारिज कर दिया गया। अब हाई कोर्ट से जमानत मंजूर हुई है। दिव्या को इन बिंदुओं पर मिली जमानत हाई कोर्ट ने दिव्या को जमानत देते हुए 9 बिंदु निर्धारित किए हैं, जिनमें याचिकाकर्ता सुनवाई के दौरान साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगा। याचिकाकर्ता अभियोजन पक्ष के गवाहों पर दबाव नहीं डालेगा व उन्हें डराएगा नहीं। याचिकाकर्ता प्रत्येक निर्धारित तिथि पर ट्रायल कोर्ट के समक्ष उपस्थित होगा, जब तक कि उसे न्यायालय के किसी विशिष्ट आदेश द्वारा छूट न दी जाए। हाई कोर्ट के अनुसार याचिकाकर्ता उस अपराध के समान कोई अपराध नहीं करेगा, जिसका वह आरोपी है या जिसके लिए वह दोषी है। जिस पर उस पर संदेह है। याचिकाकर्ता मामले के तथ्यों से परिचित किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मजबूर, प्रेरित, धमकी या वादा नहीं करेगा, जिससे वह न्यायालय या किसी पुलिस अधिकारी के समक्ष ऐसे तथ्यों का खुलासा करने से विमुख हो जाए या किसी भी तरीके से साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करे। हाई कोर्ट के अनुसार याचिकाकर्ता किसी भी तरह से अपनी स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं करेगी। याचिकाकर्ता को अपना पता और मोबाइल नंबर एक हलफनामे के माध्यम से ट्रायल कोर्ट को देना होगा और ट्रायल समाप्त होने तक उसमें कोई परिवर्तन नहीं करना होगा। यदि किसी कारणवश वह उपरोक्त में से किसी में भी परिवर्तन करना चाहती है तो ऐसा केवल ट्रायल कोर्ट को पूर्व सूचना देने के बाद ही किया जाएगा। याचिकाकर्ता को ट्रायल कोर्ट की पूर्व अनुमति के बिना देश नहीं छोड़ना होगा। ट्रायल कोर्ट व ड्यूटी मजिस्ट्रेट याचिकाकर्ता को रिहा करते समय कोई अन्य शर्त लगा सकता है, जो उचित समझे। हाई कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उपरोक्त शर्तों का कोई उल्लंघन होता है तो राज्य को इस आदेश द्वारा याचिकाकर्ता को दी गई जमानत को रद्द करने की मांग करने की स्वतंत्रता होगी। दिव्या के वकील ने जमानत के लिए दी यह दलील दिव्या के वकील राहुल सिंगला ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में लगाई याचिका में कहा कि दिव्या 3 महीने 5 दिन से हिरासत में है। सह-अभियुक्त दीपक, जो उसका दोस्त बताया जा रहा है, उसे 9 जुलाई को अंतरिम जमानत दी गई थी, जिसकी पुष्टि 4 सितंबर को हुई। दिव्या का पति मगन नशे का आदी और बेरोजगार था, उसकी कमाई की मांग करता था। वकील राहुल सिंगला ने याचिका में कहा कि दिव्या के खिलाफ ऐसा कोई आरोप नहीं है जिससे उसका मामला धारा 45 बीएनएस के तहत परिभाषित उकसावे की परिभाषा के अंतर्गत आता हो। वीडियो फुटेज की अभी तक कोई एफएसएल रिपोर्ट नहीं है। चालान 28 अगस्त को पेश किया गया है, आरोप अभी तय होने बाकी हैं और कुल 20 अभियोजन पक्ष के गवाह। वह किसी अन्य मामले में शामिल नहीं है।

Haryana

डबवाली में पंचायत घर बना नशेड़ियों का अड्‌डा:शाम ढलते ही पहुंच जाते, अगली सुबह मिलती है खाली बोतल, विरोध करने पर गाली-गलौज

सिरसा जिले में खंड डबवाली के गांव गीदड़ खेड़ा का पंचायत घर, इंडोर जिम हॉल, वॉलीबॉल ग्राउंड और सीएससी सेंटर आजकल नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। शाम ढलते ही नशेड़ी यहां आकर शराब का सेवन करते हैं, जिससे सुबह खाली बोतलें पड़ी मिलती हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, नशेड़ी प्रवृत्ति के लोग बेखौफ होकर पंचायत घर परिसर में आते हैं। वे यहां बैठकर शराब पीते हैं। अगली सुबह खाली बोतलें और अन्य कचरा वहीं पड़ा मिलता है। यह स्थिति प्रतिदिन देखने को मिलती है। विरोध करने पर करते हैं गाली- गलौज सुबह जब महिलाएं, लड़कियां, बच्चे और अन्य ग्रामीण अपने काम के लिए सीएससी केंद्र या पंचायत घर पहुंचते हैं, तो उन्हें अक्सर शराब की खाली बोतलें पड़ी मिलती हैं। जब इन लोगों को शराब पीने से रोका जाता है, तो वे गाली-गलौज करने लगते हैं, जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं। आसपास के घरों के लोग और अन्य ग्रामीण इस समस्या से बेहद परेशान हैं। उन्होंने इस बारे में ग्राम पंचायत और पुलिस प्रशासन को कई बार अवगत कराया है, लेकिन लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नशेड़ियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। सरपंच बोले- मामला उनके संज्ञान में, कराई जाएगी कार्रवाई सरपंच खेताराम ने बताया कि समस्या उनके संज्ञान में हैं। पंचायत घर में बैठकर शराब व नशे का सेवन करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा। सफाई कर्मचारियों को पंचायत घर की सफाई के बारे में अवगत करवा दिया गया है।

Haryana

करनाल में पैसों के लालच में करवाई नाबालिग की शादी:​​​​​​​विरोध करने पर हुआ हमला, बड़ी बहन पर एफडी हड़पने का भी लगाया आरोप

करनाल में एक महिला ने अपनी सगी बहन की जबरन शादी कराने, एफडी की रकम हड़पने और विरोध करने पर हमला करने का आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर बताया कि दोषियों ने पहले 14 साल की नाबालिग बहन की शादी पैसों के लालच में करवाई और फिर पति की एक्सीडेंट में मौत हुई तो अब दोबारा नाबालिग की शादी का दबाव बना रहे हैं। जब शिकायत देने वे करनाल पहुंचीं तो आरोपियों ने तहसील गेट पर उनके साथ मारपीट की और बहन को जबरन उठाने की कोशिश की। बहन की जबरन शादी और पैसों का खेल करनाल के गांव उचानी निवासी महिला ने बताया कि उसके परिवार में तीन बहनें और दो भाई हैं। माता-पिता की मृत्यु के बाद उनके नाम पर क्लेम राशि आई थी, जिसमें से बड़ी बहन ने शादी के समय एफडी तुड़वाकर अपने हिस्से की रकम ले ली थी। महिला की बड़ी बहन कविता की शादी 2016 में सोनू नामक व्यक्ति से हुई थी। इसके बाद 2020 में शिकायतकर्ता की अपनी शादी हो गई। महिला का आरोप है कि उसकी बड़ी बहन कविता ने अपने पति सोनू और अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर सबसे छोटी बहन बिंदु की शादी पैसे लेकर करवा दी। बिंदु की उम्र उस समय नाबालिग थी, जबकि उसका पति करीब 37 वर्ष का था। इस शादी के बदले में आरोपियों ने एक सोने की अंगूठी और नकद राशि ली थी। शिकायत के मुताबिक यह शादी पूरी तरह पैसों के लालच में करवाई गई थी। एफडी लौटाने के नाम पर वसूले 50 हजार रुपए पीड़िता ने बताया कि बिंदु की एफडी भी आरोपी कविता ने अपनी सहयोगी हरप्रीत के पास रखी हुई थी। जब परिवार ने वह एफडी मांगी तो आरोपियों ने 50 हजार रुपए लेकर वह रकम वापस की। इसके बाद बिंदु के पति की मौत 4 मार्च 2025 को हो गई। पति की मौत के बाद भी दोषियों ने बिंदु की दूसरी शादी करवाने की साजिश रची और उसे जबरदस्ती शादी के लिए तैयार करने लगे। महिला ने बताया कि जब उन्होंने और उनके परिवार ने इस पर ऐतराज किया तो आरोपियों ने लड़ाई-झगड़ा किया। यह मामला नीलोखेड़ी में पंचायत तक पहुंचा, जहां सभी की सहमति से बिंदु को उसके मायके ले जाया गया क्योंकि उस समय भी वह सिर्फ 17 साल की थी। रिश्तेदार ने नाबालिग से गलत काम की कोशिश की शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि दोषी सोनू, जो रिश्ते में जीजा लगता है, ने बिंदु के साथ गलत काम करने की कोशिश की थी। इस घटना के बाद परिवार ने बिंदु को उसके साथ रहने से मना किया, लेकिन दोषी पक्ष उस पर लगातार दबाव बनाता रहा। महिला के अनुसार, अब वही लोग बिंदु की शादी हरप्रीत के भाई के साथ कराने का दबाव बना रहे हैं। जब भी परिवार इसका विरोध करता है, तो आरोपियों की तरफ से गाली-गलौज और धमकी दी जाती है। शिकायत देने पहुंची तो तहसील गेट पर हमला महिला ने बताया कि 18 अक्टूबर 2025 को वह अपनी बहन बिंदु और अन्य परिजनों के साथ एसपी ऑफिस करनाल में शिकायत देने पहुंची थी। जैसे ही वे तहसील कार्यालय के गेट पर पहुंचे, तो दोषियों ने साजिश के तहत उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बिंदु को जबरदस्ती उठाकर ले जाने की कोशिश की। जब परिवार ने विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई। घटना के बाद पीड़िता ने तुरंत डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। परिवार को जान का खतरा, पुलिस कार्रवाई की मांग पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक करनाल को दी शिकायत में कहा कि उन्हें और उनके परिवार को आरोपियों से जान-माल का खतरा है। सभी आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और किसी भी समय उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने मांग की है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और परिवार को सुरक्षा प्रदान करे। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति नाबालिग लड़कियों की शादी पैसों के लालच में करवाने की हिम्मत न करे। परिवार की सुरक्षा और न्याय की गुहार शिकायत में यह भी अनुरोध किया कि पुलिस न केवल मुकदमा दर्ज करे, बल्कि आरोपियों की निगरानी भी करे ताकि वे किसी अनहोनी को अंजाम न दे सकें। परिवार ने कहा कि यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई नहीं करती, तो आरोपियों के हौसले और बढ़ सकते हैं। फिलहाल पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर ली है और मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित परिवार को उम्मीद है कि उन्हें जल्द न्याय मिलेगा और नाबालिग बिंदु को सुरक्षित माहौल में रखा जाएगा।

Scroll to Top