Haryana Crime: भिवानी में गला रेतकर की व्यक्ति की हत्या, खेत में बने कमरे के बाहर मिला फेंका शव
भिवानी के बहल क्षेत्र में भिवानी मार्ग पर खेत में बने कमरे के बाहर 50 वर्षीय एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ बहल पुलिस को बरामद हुआ।
भिवानी के बहल क्षेत्र में भिवानी मार्ग पर खेत में बने कमरे के बाहर 50 वर्षीय एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ बहल पुलिस को बरामद हुआ।
बैनामा मकान एक आबादी देह करनाल नगर निगम फरीक अव्वल द्वारा फरीक दोयम को दिया जाता है, इसके बदले में मुबलिग इतने रुपये हुआ है।
गुरुग्राम के फर्रुखनगर थाना पुलिस ने गुम हुए 3 साल के बच्चे को सकुशल तलाश कर परिजनों को सौंप दिया है। बच्चा 2 नवंबर की शाम अचानक घर से गायब हो गया था। परिवार ने इसकी सूचना फर्रुखनगर थाने में दी थी। शिकायतकर्ता मूल रूप से झांसी जिले के भानपुरा का निवासी है और इन दिनों फर्रुखनगर की बालाजी कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा है। उसके बेटे सिवाश के लापता होने की खबर मिलते ही पुलिस टीम तुरंत सक्रिय हुई। एडिशनल एसएचओ एसआई हवा सिंह व एएसआई मनमोहन ने टीम के साथ आसपास के इलाकों में रातभर सर्च अभियान चलाया। देर रात टीम ने वजीरपुर-फर्रुखनगर रोड स्थित अनाज मंडी के पास से सिवाश को सुरक्षित बरामद कर लिया। पुलिस ने बच्चे को तुरंत परिजनों के हवाले किया। परिजनों ने फर्रुखनगर पुलिस की तत्परता व संवेदनशीलता की सराहना की। वहीं मानेसर जोन के डीसीपी दीपक कुमार (IPS) ने भी टीम की कार्यवाही की प्रशंसा की।
सिरसा जिले के चौपटा क्षेत्र में गुरुवार शाम रुपावास और निर्बाण गांवों के बीच एक कार में अचानक आग लग गई। गनीमत रही कि कार में सवार चालक और उसका साथी समय रहते बाहर निकल गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। सूचना पर दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। मिली जानकारी के अनुसार, अरनियांवाली गांव निवासी भरत सोनी और जतिन की रामपुरा ढिल्लों गांव में सुनार की दुकान है। दोनों शाम को अपनी कार (नंबर HR-05 AH-0232) से रामपुरा ढिल्लों से अपने गांव लौट रहे थे। रास्ते में अचानक गाड़ी बंद हो गई। भरत और जतिन गाड़ी से उतरकर उसे चेक करने लगे। इसी दौरान बोनट के नीचे से धुआं उठने लगा और कुछ ही पलों में गाड़ी ने आग पकड़ ली। आग इतनी भीषण थी कि उसकी लपटें दूर तक दिखाई दे रही थीं। राहगीर निहाल सिंह और वेद प्रकाश पुनिया ने मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग तेजी से फैलती चली गई। डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम और चौपटा दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। भरत सोनी ने बताया कि इस घटना में उनकी गाड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि चालक और उसका साथी समय रहते गाड़ी से बाहर नहीं निकलते, तो कोई गंभीर दुर्घटना हो सकती थी
जिला परिवेदना समिति की बैठक के दौरान ही कबलाना के ग्रामीण आपस में भिड़ गए।
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे। पहला चरण छह नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा।
फरीदाबाद में बिजली के खंभे पर काम करते समय करंट लगने से जान गंवाने वाले एक बिजलीकर्मी के परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार देर रात पलवल डीसी निवास पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजन फरीदाबाद पुलिस द्वारा मामले में कार्रवाई न करने से नाराज थे। जानकारी के अनुसार, जिले के रजोलका गांव निवासी बबलू फरीदाबाद में ठेकेदार अखिल के पास बिजली विभाग में काम करता था। फरीदाबाद के मवई गांव के पास ठेकेदार ने कथित तौर पर बबलू को जबरन बिजली के खंभे पर काम करने के लिए चढ़ा दिया। दिल्ली में इलाज के दौरान हुई मौत इसी दौरान अचानक बिजली के तारों में करंट आ गया, जिससे बबलू को करंट लगा और वह नीचे गिर गया। हादसे के बाद बबलू का करीब दस दिन तक फरीदाबाद के निजी अस्पताल में उपचार चला। बाद में उसे दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। परिजन बोले-पुलिस ने नहीं की कार्रवाई मृतक के मौसा ताराचंद ने बताया कि यह हादसा ठेकेदार अखिल और बिजली निगम के जेई की लापरवाही के कारण हुआ है। ताराचंद ने आरोप लगाया कि फरीदाबाद पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। डीएसपी के आश्वासन के बाद मान परिजन पुलिस की निष्क्रियता से नाराज होकर परिजनों ने पलवल में डीसी निवास पर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर डीएसपी मनोज कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डीएसपी के उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन और ग्रामीण शव को लेकर वहां से चले गए।
फरीदाबाद में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बाटा से डबुआ की तरफ जाने वाले हार्डवेयर चौक के गोल चक्कर पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रण होकर गोल चक्कर की रेलिंग को तोड़ते हुए अंदर जा घुसी। यह घटना सुबह करीब पांच बजे की बताई जा रही है। हादसे में कार चालक को हल्की चोटें आईं, लेकिन बड़ी गनीमत रही कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। कार के सामने का शीशा और अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रत्यक्षदर्शी ऑटो चालक विनोद ने बताया कि वह न्यू टाउन रेलवे स्टेशन से सवारी लेकर डबुआ की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह हार्डवेयर चौक के पास पहुंचा, एनआईटी नंबर-1 की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार कार अचानक अनियंत्रण होकर गोल चक्कर में जा घुसी। विनोद के अनुसार, कार इतनी तेजी से आ रही थी कि चालक उसे संभाल नहीं पाया और सीधे गोल चक्कर में जा टकराई। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को बाहर निकाला विनोद ने बताया कि जब लोगों ने कार के अंदर से युवक को बाहर निकाला तो उसकी हालत देखकर ऐसा लग रहा था कि वह नशे की हालत में था। युवक को हल्की-फुल्की चोटें आई थीं और वह ठीक से बात नहीं कर पा रहा था। लोगों ने तुरंत मिलकर उसे बाहर निकाला और उसके फोन से परिजनों को सूचना दी। कुछ ही देर में उसके परिवार वाले मौके पर पहुंचे और युवक को घर ले गए। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कार का नंबर और चालक का नाम दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है कि हादसे के वक्त युवक नशे में था या नहीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे हादसे अक्सर नशे में गाड़ी चलाने और तेज रफ्तार के कारण होते हैं। शुक्र है कि हादसे के समय गोल चक्कर पर कोई अन्य वाहन या राहगीर नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
फरीदाबाद में छठ महापर्व और बिहार चुनाव के लिए घर लौटने वाले लोगों को रेलवे टिकट काउंटर पर लाइन में लगे रहने के बावजूद तत्काल टिकट नहीं मिल रहा है। बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर तत्काल टिकट के लिए लोग सुबह से ही लाइनों में लगे हुए देखे जा रहे है। बता दें कि, छठ महापर्व और बिहार में होने वाले चुनाव के कारण लोग अपने घरों की तरफ जाने की तैयारी में जुटे हैं। स्टेशन पर टिकट के लिए सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं। कई लोग 10 से 12 घंटे तक लाइन में लगने के बाद भी टिकट नहीं ले पाए। यात्री बोले- चार दिन से कर रहे प्रयास बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के काउंटर पर तत्काल टिकट लेने पहुंचे जितेंद्र कुमार और पहलाद कुमार ने बताया कि वे सुबह से लाइन में लगे हुए थे। जैसे ही उनका नंबर आया, सभी टिकट वेटिंग में चले गए। उनका कहना है कि हर साल छठ पूजा के समय यही परेशानी होती है। काउंटर पर टिकट वेटिंग में मिलती है, जबकि कुछ लोगों को आसानी से कन्फर्म टिकट मिल जाता है। बिहार जाने वाले इन लोगों ने कहा कि पिछले चार दिन से वे लगातार टिकट लेने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हर दिन उन्हें निराशा ही मिली। वे अपने परिवार के साथ बिहार जाकर छठ पर्व मनाना चाहते हैं और साथ ही चुनाव में वोट भी डालना चाहते हैं। लेकिन टिकट न मिलने से वे परेशान हैं। अतिरिक्त व्यवस्था करने की मांग उन्होंने कहा कि सरकार और रेलवे प्रशासन से मांग की है कि छठ जैसे बड़े पर्व पर प्रवासी यात्रियों के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएं या कोई अच्छी व्यवस्था की जाए ताकि लोग अपने घर आराम से पहुंच सकें और त्योहार मना सकें।
बिहार में भाजपा ने 101 से ज्यादा उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। बिहार में पहले चरण का चुनाव छह नवंबर को होगा। ऐसे में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।